ओवेरियन सिस्ट के बारे में आपने कभी न कभी जरूर सुना होगा, पर क्या आप वेजाइनल सिस्ट के बारे में जानती हैं? सिस्ट केवल ओवरी में ही नहीं बल्कि वेजाइना के आसपास भी नजर आ सकते हैं। यदि शुरुआत में ही समस्या की पहचान कर ली जाए तो इसे आसानी से ट्रीट किया जा सकता है। आज हम आपको बताएंगे की वेजाइनल सिस्ट क्या हैं, कैसे दिखते हैं और क्यों होते हैं। इस बारे में अधिक गंभीरता से समझने के लिए हेल्थ शॉट्स ने मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल, गुरुग्राम की आब्सटेट्रिक्स और गायनेकोलॉजी, यूनिट डायरेक्टर पल्लवी वसल से बात की। तो चलिए जानते हैं वेजाइनल सिस्ट से जुड़ी जरूरी जानकारी।
योनि सिस्ट एक तरल पदार्थ से भरी गांठ होती है, जो वेजाइना पर या उसके पास स्थित होती है। योनि सिस्ट आमतौर पर बच्चे के जन्म, योनि पर चोट या ग्लैंड के ब्लॉक होने के कारण होती हैं। ऐसे में डॉक्टर शारीरिक परीक्षण के दौरान योनि सिस्ट का पता लगाते हैं, और उपचार के लिए जरूरी सुझाव देते हैं।
डॉ पल्लवी कहती हैं “वेजाइना सिस्ट, जिसे अक्सर योनि समावेशन सिस्ट के रूप में जाना जाता है। ये सौम्य गांठें होती हैं, जो आम तौर पर योनि की दीवारों के साथ बढ़ती हैं। योनि की दीवार में ब्लॉक्ड ग्लैंड या डक्ट के कारण थैली जैसी संरचना के रूप में फ्लूइड और टिशु का संचय होता है, जिसके कारण ये सिस्ट बनते हैं।”
“चाइल्ड बर्थ, सर्जरी या सेक्सुअल एक्टिविटी से वेजाइनल वॉल ट्रॉमा योनि सिस्ट के संभावित कारणों में से एक है। अन्य संभावित कारणों में प्यूबर्टी, प्रेगनेंसी या मेनोपॉज के दौरान होने वाले हार्मोनल परिवर्तन शामिल हैं।”
एक्सपर्ट के अनुसार “संक्रमण के परिणामस्वरूप योनि में सिस्ट हो सकता है। ऐसा ही एक संक्रमण है, बार्थोलिन सिस्ट, जो बार्थोलिन ग्लैंड के बढ़ने और ब्लॉक होने के कारण होता है। शायद ही, कुछ जन्मजात विकार या अनियमित विकास पैटर्न लोगों को योनि सिस्ट के प्रति अधिक संवेदनशील बना सकते हैं।”
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वेजाइना के आसपास छोटे लंप्स नजर आना।
सेक्स करते हुए, चलते हुए, बैठते हुए या पीरियड्स में टैंपोन का इस्तेमाल करते हुए या टॉयलेट के बाद वाइप करते हुए तेज दर्द महसूस होना।
इनफेक्टेड सिस्ट की स्थिति में बुखार, वेजाइनल सूजन और तेज दर्द महसूस हो सकता है।
यूरिन पास करते हुए जलन और दर्द महसूस होना।
वेजाइना में दबाव और डिसकंफर्ट महसूस होना।
डॉ पल्लवी कहती हैं “वेजाइनल सिस्ट के उपचार में आमतौर पर कंजरवेटिव मीजर्स या, कुछ स्थितियों में, मेडिकल केयर शामिल होते हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि वे बड़े न हों या दर्द का कारण न बनें, छोटे, बिना लक्षण वाले सिस्ट पर समय रहते ध्यान देने की आवश्यकता होती है। यदि सिस्ट का पता जल्दी लग जाए तो उन्हें बिना इलाज के भी ट्रीट किया जा सकता है।”
“यदि योनि का सिस्ट बड़ा, असुविधाजनक या संक्रमित हो जाए तो चिकित्सा हस्तक्षेप की आवश्यकता हो सकती है। ऐसी परिस्थितियों में सिस्ट को हटाने के लिए सर्जिकल टेक्निक्स का सामना करना पड़ सकता है। यदि कंजरवेटिव ट्रीटमेंट फेल हो जाए या आप इसे लेकर बिल्कुल भी रिस्क नहीं लेना चाहती हैं, तो डॉक्टर से मिलकर सलाह लें। डॉ इसमें दबाव और असुविधा को दूर करने के लिए सिस्ट को सुखाने और एंटीबायोटिक दवाइयां प्रिसक्राइब करेंगे। वहीं एंटीबायोटिक अन्य वेजाइनल संक्रमण को ट्रीट करने में आपकी मदद करेंगी।”
सिस्ट के आकार और स्थान के आधार पर, वेजाइनल सिस्ट का सर्जिकल रिमूवल आमतौर पर स्थानीय या सामान्य एनेस्थीसिया के तहत एक आउट पेशेंट सर्जरी के रूप में किया जाता है। हालांकि, शुरुआती कोशिश यही रहती है कि सिस्ट को दवाइयां से दवा दिया जाए। परंतु महिलाएं अक्सर अपनी योनि को लेकर लापरवाही बरतती हैं, जिसके कारण परेशानी बढ़ जाती है और सर्जरी करवाना पड़ सकता है।
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