गर्मी में सभी अपनी त्वचा बाल एवं पाचन क्रिया को स्वस्थ रखने के लिए दिनचर्या में कई सारे बदलाव करते हैं। परंतु क्या अपने अभी तक अपनी इंटिमेट हेल्थ यानी कि वेजाइना की सेहत के लिए कुछ भी किया है। यदि नहीं, तो अभी भी सचेत हो जाएं। आपकी ये लापरवाही आपके वेजाइनल हेल्थ (vaginal health) के साथ साथ समग्र सेहत पर भारी पड़ सकती हैं।
वेजाइना शरीर के संवेदनशील अंगों में से एक है। गर्मियों में अक्सर महिलाओं को योनि में रैशेज, इचिंग और असामान्य बदबू की शिकायत रहती है। वहीं कई महिलाओं में संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है। आखिर इसके पीछे क्या कारण है? साथ ही इससे बचाव के लिए क्या किया जाए?
आज हेल्थ शॉट्स आपके लिए लेकर आया है गर्मियों में वेजाइना की देखभाल से जुड़ी कुछ अहम जानकारी। तो चलिए बिना देर किए जानते हैं, गर्मी में आखिर किस तरह वेजाइना का ख्याल रखना है (vaginal care tips in summer)।
गर्मी के मौसम में पसीना आना बिल्कुल आम है और यह बॉडी टॉक्सिन्स को बहार निकालने के लिए भी बहुत जरुरी है। क्युकी इंटिमेट एरिया हमेशा ढकी रहती है तो इनपर शरीर के सभी अंगो की तुलना में अधिक पसीना आता है और हवा पास न होने के कारण पसीना स्किन पर बना रहता है जिसके कारण बैक्टीरियल इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
वहीं बैक्टीरियल ग्रोथ के कारण वेजाइना से असामान्य गंध आना शुरू हो जाता है और भिन्न प्रकार के संक्रमण का खतरा भी बना रहता है।
गर्मी में डिहाइड्रेशन पर ध्यान देना बहुत जरुरी है। यह त्वचा एवं पाचन के साथ इंटिमेट हेल्थ को बनाये रखने के लिए भी आवश्यक है। डिहाइड्रेशन से वेजाइनल इन्फेक्शन हो सकता है।
इंटिमेट हाइजीन को नजरअंदाज करना आपकी साइकोलॉजिकल हेल्थ को प्रभावित कर सकता है। इस स्थिति में मानसिक रूप से किसी भी कार्य पर ध्यान केंद्रित रखने में परेशानी होती है।
गर्मी में पसीने के कारण खुजली, रैशेज और इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में आपको नियमित गतिविधियों को करने में परेषानी होती है साथ ही आप अधिक चिड़चिड़ापन महसूस कर सकती हैं।
हमने इस विषय पर फोर्टिस एस्कॉर्ट्स, फरीदाबाद की सीनियर ओबीएस और गयनेकोलॉजिस्ट डॉ नीति कौतिश से सलाह ली। उनके अनुसार गर्मी में महिलाओं को अपने इंटिमेट हाइजीन को लेकर अधिक सचेत रहने की आवश्यकता होती है। गर्मियों में वेजाइना और उसके आसपास के एरियाज की साफ़-सफाई में बरती गयी लापरवाही बैक्टीरियल इनफेक्शन, खुजली और जलन जैसी समस्यायों का कारण बन सकती है। इस गर्मी इन 5 टिप्स पर जरूर ध्यान दें।
गर्मी में वेजाइना की सेहत को प्राथमिकता देना बहुत जरुरी है। आपको दिन में कम से कम 2 बार अपनी पैंटी बदलनी चाहिए। साथ ही हर बार पेशाब करने के बाद टॉयलेट पेपर अपनी योनि को सुखाना न भूलें। इसके अलावा नहाते वक़्त अपनी योनि को जरूर साफ करें, परन्तु ध्यान रखें की योनि पर अपना नियमित साबुन और बॉडीवॉश अप्लाई नहीं करना है, इसके लिए बिल्कुल माइल्ड और अनसेंटेड प्रोडक्ट्स चुनें।
आप चाहें तो डॉक्टर की सलाह से वेजाइनल केयर के लिए प्रोडक्ट्स चुन सकती हैं। यदि आप गर्मी से आई हैं और आपको पसीना आ रहा है, तो पहले योनि को अच्छे से साफ कर लें।
गयनेकोलॉजिस्ट डॉ नीति कौतिश के अनुसार गर्मी के मौसम में प्राइवेट पार्टस की हेयर आपको परेशान कर सकती हैं। बाल ज्यादा होने के कारण अधिक पसीना आता है जिसकी वजह से खुजली होती है। वहीं दूसरी और प्यूबिक हेयर बैक्टीरिया और अन्य खतरनाक रोगजनको को योनि में प्रवेश करने से रोकता है और यूटीआई (UTI) जैसे अन्य परेशानियों से दूर रखता है। इस स्थिति में कभी भी अपने प्यूबिक हेयर को शेव न करें इन्हे पूरी तरह से हटा देने से इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
वैक्सिंग से त्वचा के जलने का खतरा बना रहता है, वहीं वैक्सिंग के साइड इफेक्ट्स भी देखने को मिल सकते हैं। इतना ही नहीं शेविंग करने से कुछ इनग्रोन हेयर रह जाते हैं जो इरिटेशन, इचिंग और अन्य परेशनियों का कारण बनते हैं। तो अब आप सोच रही होंगी इस स्थिति में क्या करें।
प्यूबिक हेयर को ट्रिम करना एक अच्छा आईडिया है। इन्हे पूरी तरह से हटाने की जगह अपने बालों को ट्रिमर से छोटा कर लें। ताकि इनग्रोन हेयर और किसी प्रकार के साइड इफ़ेक्ट का खतरा न रहे।
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गयनेकोलॉजिस्ट के अनुसार प्राइवेट पार्ट्स को साफ़ करने के लिए एसएलएस फ्री प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें। एसएलएस युक्त प्रोडक्ट्स जैसे की साबुन और अन्य बॉडी वाश आपकी वेजाइना के पीएच लेवल को प्रभावित करते हुए संक्रमण के खतरे को बढ़ा देते हैं।
यदि आपको किसी तरह का वेजाइनल इंफेक्शन है और यह लंबे समय से ठीक नहीं हो रहा तो फौरन डॉक्टर से मिलें और इस बारे में सलाह लें। गर्मी में योनि संबधी संक्रमण जल्दी ठीक नहीं होती और बाद में बड़ी समस्या का रूप ले सकती हैं।
गर्मी में वेजाइना की सेहत को बनाए रखने के लिए प्रोबियोटिक्स युक्त खाद्य पदार्थ जैसे कि दही, बटरमिल्क का सेवन करें। क्रैनबेरी को वेजाइनल फ़ूड के रूप में जाना जाता है। इसके अलावा कुछ खाद्यपदार्थ ऐसे भी हैं जिनसे परहेज करना बहुत जरूरी है।
इसलिए गर्मी में अधिक मसालेदार और तैलीय भोजन न करें साथ ही शराब, चाय, कॉफी, लहसुन प्याज युक्त खाद्य पदार्थ, कोल्ड ड्रिंक का अधिक सेवन करने से वेजाइना के पीएच स्तर पर असर पड़ता है और योनि संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
गर्मी में जितना हो सके सदा और हेल्दी भोजन करें साथ ही कूलिंग फ्रूट्स आपकी मदद करेंगे।
गर्मी में हमेशा कॉटन और आरामदायक पैंटी पहनें। सिंथेटिक कपड़े की पैंटी पसीना नहीं सोखती, जिसकी वजह से वेजाइना बैक्टीरिया का घर बन जाता है। इसके अलावा सिंथेटिक कपड़े से हवा पास होने में परेशानी होती है और योनि को नेचुरल एयर नहीं मिलता। यह सभी फैक्टर वेजाइनल इचिंग और इन्फेक्शन का कारण हो सकती हैं। इन स्थितियों को अवॉयड करने के लिए कॉटन जैसे नेचुरल फैब्रिक की पैंटी पहनें।
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