आपकी योनि की अपनी एक गंध होती है। लेकिन कभी-कभी यह संक्रमण, हार्मोन या सिर्फ खराब स्वच्छता के कारण बढ़ जाती है। ऐसे में आपको असहज महसूस हो सकता है। आपको लग सकता है कि कही दूसरों तक तो यह स्मेल नहीं जा रही? इसी डर को दूर करने और खुद फ्रेश महसूस कराने के लिए आप योनि को एक अच्छी महक देना चाहती हैं। और कभी-कभी खास पलों के लिए आप अपने इंटीमेट एरिया पर परफ्यूम भी लगाना चाहते हैं। पर क्या ये आपकी निजी स्वच्छता और स्वास्थ्य के लिहाज से सही है? अगर आपके मन में भी ऐसे ही सवाल आ रहे हैं, तो इनका जवाब देने के लिए हम यहां हैं।
आप सभी चाहते हैं कि आपकी योनि से एक सुखद गंध आए। लेकिन हमेशा ऐसा नहीं होता है। निश्चित रूप से यह गंध केवल वेजाइना के बाहरी कारणों से नहीं आती है। आपकी योनि से आने वाली गंध आपके आहार, चीनी का सेवन और स्वच्छता पर भी निर्भर करती है। एक स्वस्थ योनि से थोड़ी फंकी गंध आती है, लेकिन यह बदलती रहती है।
जब आप पीरियड्स पर होते हैं, तो आपको धातु की गंध आ सकती है क्योंकि रक्त में आयरन होता है। अच्छी बात यह है कि आपकी योनि खुद सफाई करती है। इसलिए आपको अधिक खुशबूदार और केमिकल युक्त उत्पादों की आवश्यकता नहीं होती है। यह वेजाइनल इंफेक्शन का कारण बन सकता है।
अगर आप गंध को दूर करने के लिए परफ्यूम का इस्तेमाल करते हैं या करने की सोच रहें हैं, तो रुक जाइए! यह इंटिमेट हेल्थ के लिए बहुत हानिकारक है।
आप सोच सकते हैं कि आपके परफ्यूम में ऐसा क्या है, जो इंटिमेट एरिया को नुकसान पहुंचा सकता है। यह पता लगाना उतना ही आसान होगा जितना कि इंग्रीडिएंट लेबल को पढ़ना।
लेकिन बड़े ब्रांड्स अपने बिजनेस सीक्रेट साझा करने से बचते हैं। व्यावसायिक रूप से बेचे जाने वाले लगभग हर परफ्यूम में ऐसे रसायन होते हैं, जो आपके वेजाइना को नुकसान पहुंचा सकते हैं। अधिकांश परफ्यूम में उच्च मात्रा में इथेनॉल होता है, जो वेजाइना के लिए विशेष रूप से खतरनाक हो सकता है। परफ्यूम और आफ्टरशेव में सबसे जहरीला तत्व इथेनॉल या आइसोप्रोपिल अल्कोहल होता है।
परफ्यूम की सुगंध को संरक्षित और स्थिर करने के तरीके के रूप में सुगंधित सामग्री इन अल्कोहल में डाली जाती है। ये अल्कोहल जहरीले होते हैं, और लक्षण पैदा कर सकते हैं
एनवायरोंमेंटल वर्किंग ग्रुप (EWG) द्वारा किए गए एक अध्ययन में अनुमान लगाया गया है कि सुगंध में पाए जाने वाले स्टॉक सामग्री का 34 प्रतिशत टॉक्सिक होता है।
कई स्टोर योनि के डूश, वाइप्स, स्प्रे, क्रीम आदि जैसे उत्पादों से भरे हुए हैं। इस मामले में याद रखने वाली पहली बात यह है कि कोई भी उत्पाद जो आपकी योनि के अंदरूनी हिस्से को साफ करने का वादा करता है वह एक धोखा है। आपकी योनि को इन सबकी कोई आवश्यकता नहीं होती है। ऐसे में यह आत्मनिर्भर है।
मदद करने के बजाय, ये उत्पाद योनि के अंदर माइक्रोबायोम को बाधित कर सकते हैं। जिससे संक्रमण हो सकता है। इसके परिणामस्वरूप योनि के पीएच स्तर को बढ़ाकर अन्य हानिकारक प्रभाव भी हो सकते हैं। इसके अलावा, इन उत्पादों में कई हानिकारक रसायन होते हैं, जो एलर्जी, सिरदर्द और उल्टी का कारण बन सकते हैं। कुछ मामलों में प्रजनन संबंधी समस्या भी अधिक गंभीर हो सकते हैं।
परफ्यूम में अक्सर संभावित कार्सिनोजेनिक संरक्षक होते हैं जो फॉर्मलाडेहाइड को छोड़ते हैं। इनमें केमिकल एलर्जेंस होते हैं जो वास्तव में इंटिमेट हेल्थ की समस्याओं को पैदा कर सकते हैं।
इनमें अनियंत्रित रसायन, जैसे एलरजेंस, एंडोक्रिन अवरोधक, प्रजनन विषाक्त पदार्थ और कार्सिनोजेन्स, योनि की त्वचा द्वारा जल्दी से सोख लिए जा सकते हैं। यह इंटिमेट एरिया के स्किन में खुजली और रंग को गहरा बना सकते हैं।
हर बार जब आप पेशाब करते हैं या स्नान करते हैं, तो अपने योनि को पानी से धोएं। इससे यह सुनिश्चित होता है कि पेशाब से आपको बदबू न आए।
जंक फूड आपकी योनि के पीएच संतुलन के साथ खिलवाड़ करता है। वास्तव में, बहुत अधिक चीनी बैक्टीरियल वेजिनोसिस नामक संक्रमण का कारण बन सकती है। अपनी योनि की महक को सुखद बनाने के लिए आपको अधिक फल और हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना चाहिए।
यदि आप चाहते हैं कि आपकी योनि ताज़ा महके को पर्सनल हाइजीन का ख्याल रखें। इसके अलावा, सिंथेटिक पैंटी के बजाय कॉटन की पैंटी पहनें। अगर आपको नीचे बहुत पसीना आता है तो दिन में एक या दो बार अपनी पैंटी बदलें। बहुत अधिक पसीना भी संक्रमण और दुर्गंध का कारण बन सकता है।