रीप्रोडकटिव ऐज (Reproductive Age) में कई तरह की समस्याएं होती हैं।इनमें से एक है पीसीओएस(Polycystic Ovary Syndrome)। यह महिलाओं की बहुत आम हार्मोन समस्या (Hormonal Problem) है। पीसीओएस वाली महिलाओं में एण्ड्रोजन का लेवल हाई होता है। इसके कारण ओवुलेट नहीं हो पाता है। इसके कारण ओवरी पर कई छोटे सिस्ट हो जाते हैं। पीसीओएस के कारण पीरियड मिस्ड हो जाना, अनियमित पीरियड, चेहरे पर बालों का बढ़ना, पिम्प्लस, इनफर्टिलिटी और वजन बढ़ने की भी समस्या हो सकती है। पीसीओएस के कारण सबसे अधिक समस्या पीरियड को लेकर होती है। एक्सपर्ट बताते हैं कि ड्राई फ्रूट्स इस समस्या को कम (soaked almond for PCOS) करने में मदद कर सकते हैं।
लोकप्रिय न्यूट्रिसनिष्ट और फिटनेस एक्सपर्ट रुजुता दिवेकर अपने इन्स्टाग्राम पोस्ट में इसके उपाय बताती हैं। वे कहती हैं कि यदि पीसीओएस की समस्या है, तो पीरियड शुरू होने से पहले भीगे हुए सूखे मेवे (Soaked Dry Fruits for Period Problem) खाना चाहिए। रुजुता इस बात पर जोर देती हैं कि मासिक धर्म से 10 दिन पहले से ही इसकी शुरुआत कर देनी चाहिए।
अनियमित पीरियड (Irregular Period) के मामलों में मासिक धर्म की तारीख का अनुमान लगाना कठिन हो जाता है। यदि आप ऐसी स्थिति का सामना कर रही हैं, तो रुजुता बताती हैं कि जब आप फूला हुआ (Period Bloating) या चिड़चिड़ा (Irritation) महसूस करने लगती हैं, तो इसकी शुरुआत कर दें। पानी में रात भर भिगोये हुए बादाम और भिगोये हुए किशमिश और केसर का प्रयोग करें। यदि एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis) और एडिनोमायोसिस (Adenomyosis) की समस्या से जूझ रही हैं, तो इसका पालन कर सकती हैं।
रुजुता अपनी पोस्ट में बताती हैं कि बादाम के पोषक तत्वों को अनलॉक करने के लिए और फाइटिक एसिड के स्तर को कम करने के लिए बादाम को भिगोना जरूरी है। सूखे बादाम में मौजूद फाइटिक एसिड जिंक जैसे खनिजों से बंध सकता है। और फिर इसके फायदों से हमारा शरीर वंचित रह जायेगा।
प्री मेनस्ट्रूअल सिम्पटम के कारण लो एनर्जी फील कर रही हैं, तो 6-7 पानी में भीगे हुए किशमिश खाना शुरू कर दें। पीरियड से लगभग 10 दिन पहले 1-2 केसर के धागे भी पानी में भिगोकर खाएं।
यदि आपको इंसुलिन प्रतिरोध, मधुमेह, पीसीओडी, कम प्रजनन क्षमता या साउंड स्लीप न आने की समस्या है, तो पानी में भिगोये छिलके वाले बादाम लेना शुरू कर दें। बादाम की स्थानीय किस्म चुनें। यह पोषक तत्वों से भरपूर होता है।
पीसीओडी के लिए माहवारी से 10 दिन पहले 6-7 किशमिश और 1-2 केसर के धागे लें। जिस पानी में किशमिश को भिगोया है, उसे भी पी सकती हैं।
हार्मोनल असंतुलन के कारण पीसीओएस की समस्या होती है। बादाम में मोनो-अनसैचुरेटेड फैट का सही संतुलन होता है। ये फ्री टेस्टोस्टेरोन के स्तर को कम करने में सहायता करते हैं और फीमेल हार्मोन को संतुलित करने में मदद करते हैं। इसलिए भिगोये हुए बादाम के अलावा बादाम से तैयार अन्य प्रोडक्ट को भी लिया जा सकता है। बशर्ते कि उसे तैयार करने में एडेड शुगर या एक्स्ट्रा फैट का इस्तेमाल न के बराबर किया गया हो या नहीं किया गया हो।
दरअसल, पीसीओएस की समस्या वाली महिलाओं में इंसुलिन प्रतिरोध विकसित करने की प्रवृत्ति होती है। डेयरी प्रोडक्ट लेने से इंसुलिन का स्तर अधिक हो सकता है। इसलिए एनिमल डेयरी प्रोडक्ट के स्थान पर प्लांट बेस्ड फ़ूड से तैयार बादाम मिल्क, ओट मिल्क आदि लिया जा सकता है।
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