आपकी योनि बहुत महत्वपूर्ण है। जब आप वहां से असुविधा महसूस करती हैं, तो इसका असर आपकी डेली प्रोडक्टिविटी पर भी पड़ता है। इससे आपकी सेहत, आपका यौन जीवन और आपके पार्टनर के साथ आपका भावनात्मक बंधन भी प्रभावित होता है। इसलिए यह जरूरी है कि आप अपनी योनि के स्वास्थ्य का सबसे ज्यादा ध्यान रखें। इसके लिए अब एक और तरीका है, और वह है प्रोबायोटिक पिल्स। आइए जानते हैं कि आपकी वेजानइल हेल्थ के लिए कैसे फायदेमंद हो सकती हैं प्रोबायाेटिक पिल्स।
एनसीसीसएचआई (NCCHI) की एक रिपोर्ट के मुताबिक इनका प्रयोग करने से आपके प्राइवेट पार्ट की सेहत बेहतर रहती है। लोग अक्सर बैक्टीरिया और अन्य सूक्ष्मजीवों को हानिकारक “कीटाणु” के रूप में सोचते हैं। लेकिन कई वास्तव में सहायक होते हैं। कुछ बैक्टीरिया भोजन को पचाने में मदद करते हैं। कुछ रोग पैदा करने वाली कोशिकाओं को नष्ट करते हैं। साथ ही कुछ विटामिन का उत्पादन भी करते हैं।
इसी तरह आपकी योनि में भी कुछ बैक्टीरिया होते हैं। जो उसे लुब्रिकेटेड और ज्यादा हेल्दी रखने में मदद करते हैं।
अपनी योनि की सेहत को बेहतर रखने के लिए भी प्रोबायोटिक्स पिल्स का प्रयोग कर सकती है। प्रोबायोटिक्स पिल्स का प्रयोग करना आजकल बहुत आम हो गया है। यह पाउडर से ले कर पिल्स तक लगभग सभी रूपों में उपलब्ध हैं। लेकिन मुख्य प्रश्न यह है कि आप इनका प्रयोग किस चीज के लिए कर सकती हैं?
अगर आप प्रोबायोटिक्स पिल्स का प्रयोग योनि के लिए करती हैं, तो इसका सीधा अर्थ है कि आप अपनी वेजाइना में ढेर सारे जीवित सूक्ष्म जीवाणुओं को ग्रहण कर रहीं हैं। अधिकतर सूक्ष्म जीवाणु लैक्टो बैसीली होते हैं। जो आपकी वेजाइना के लिए अच्छे और हेल्दी बैक्टीरिया होते हैं। इससे अच्छे और बुरे बैक्टीरिया के बीच में एक बैलेंस बना रहता है। जिस कारण इंफेक्शन का रिस्क कम होता है।
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बहुत सी महिलाओं को लगातार यीस्ट इंफेक्शन का सामना करना पड़ता है और यह एक दर्दनाक स्थिति होती है। इस स्थिति का मुख्य कारण कैंडिडा नामक फंगस होती है। जब यह फंगस अच्छे बैक्टीरिया के मुकाबले अधिक मात्रा में मौजूद हो जाती है, तब यीस्ट इंफेक्शन होता है।
अगर आप प्रोबायोटिक पिल्स का सेवन करती हैं, तो अच्छे बैक्टीरिया की मात्रा अधिक हो जाती है, जिससे इंफेक्शन का खतरा कम हो जाता है।
अगर आपकी वेजाइना का पीएच लेवल असंतुलित हो जाता है, तो इससे आपके उस भाग में अच्छे बैक्टीरिया की मात्रा कम हो जाती है। जिस कारण बुरे बैक्टीरिया अधिक प्रभावी हो कर आपकी वेजाइना में बैक्टीरियल वेजिनोसिस जैसी स्थिति उत्पन्न कर सकते हैं।
अपनी योनि के अंदर लैक्टो बेसिली की मात्रा बढ़ाने के लिए और pH बैलेंस मेंटेन करने के लिए भी आप प्रोबायोटिक्स पिल्स का प्रयोग कर सकती हैं।
आपका यूरेथरा आपकी योनि से बहुत करीब होता है। ऐसे में जरूरी नहीं कि जो बैक्टीरिया बाकी योनि के इंफेक्शन का कारण होते हैं, वही आपके यूटीआई का कारण भी बनें। कुछ अन्य पैथोजेन भी यूटीआई उत्पन्न कर सकते हैं। अगर आपकी योनि में हेल्दी फ्लोरा मौजूद होगा तो इस प्रकार के इंफेक्शन के चांस काफी कम हो जाएंगे। इसलिए आप प्रो बायोटिक पिल्स का प्रयोग कर सकती हैं।
अगर आप अपने प्राइवेट पार्ट के हाइजीन को मेंटेन करके और pH बैलेंस को संतुलित करके रखती हैं। तो आपको अन्य किसी भी तरह की पिल्स की आवश्यकता नहीं पड़ने वाली है। वहीं अगर आपको इस प्रकार के इंफेक्शन होने का अधिक खतरा होता है और आप काफी जल्दी बीमार पड़ जाती हैं। तो आप इन पिल्स में अपने पैसे इन्वेस्ट कर सकती है।
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