जब आप “इंटिमेसी” शब्द के बारे में सोचती हैं, तो सबसे पहले आपके मन में सेक्सुअल रिलेशनशिप आता है, परंतु यह एक दूसरे से जुड़े जरूर हैं परंतु इंटिमेसी का अर्थ सेक्स या सेक्सुअल एक्टिविटी नहीं। रोमांटिक पार्टनर के अलावा, आप दोस्त, परिवार के सदस्य और अपने जीवन के अन्य लोगों के साथ भी इंटिमेसी मेंटेन कर सकती हैं। इंटिमेसी (intimacy) में अपने आप में विश्वास, स्वीकृति और दूसरे व्यक्ति के साथ भावनात्मक संबंध शामिल होता है। परंतु आज हम बात करेंगे आपके पार्टनर यानी कि आपके लव रिलेशनशिप में इंटिमेसी किस तरह मायने रखती है साथ ही जानेंगे सेक्स और इंटिमेसी एक दूसरे से कैसे जुड़ी हुई हैं।
किसी के साथ इंटिमेसी (intimacy) मेंटेन करने के लिए आपको सेक्स की आवश्यकता नहीं होती। जहां सेक्स शारीरिक जरूरतों को पूरा करता है और इसके लिए 2 लोगों के शरीर का एक-दूसरे के साथ इंवॉल्व होना जरूरी है। वहीं इंटिमेसी के लिए आपको भावनात्मक जुड़ाव की आवश्यकता होती है, जरूरी नहीं कि इसमें फिजिकल कनेक्शन शामिल हो।
इंटिमेसी आपके सेक्स को बेहतर बना सकती है। यह आपको आपके पार्टनर के अधिक करीब ले जाने में सहायता करती है, जिससे कि आप एक बेहतर और प्लेजरेबल सेक्स इंजॉय कर सकती हैं।
तनाव कई प्रकार कि स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकती है, जैसे कि इनसोम्निया, मांसपेशियों में दर्द, हाई ब्लड प्रेशर, दिल से जुड़ी समस्याएं, इम्यून सिस्टम की कमजोरी यहां तक की पाचन क्रिया पर भी इसका नकारात्मक असर पड़ता है। ऐसे में अपने पार्टनर, दोस्त और परिवार के साथ इंटिमेसी मेंटेन करने से आपको तनाव से लड़ने में मदद मिलती है। किसी के प्रति स्नेह दर्शाने और दूसरों से भावनात्मक सपोर्ट मिलने पर कई सारी स्वास्थ्य समस्याओं से भी निपटने में आसानी होती है।
यदि आप किसी के साथ सेक्स कर रही हैं तो इसका मतलब यह नहीं कि आप उनके साथ इंटिमेसी भी शेयर कर सकती हैं। परंतु यदि आप अपने पार्टनर के साथ इंटिमेसी मेंटेन रखती हैं तो यह आपके सेक्स लाइफ को बेहतर कर सकता है।
एक इंटिमेट रिश्ते में शारीरिक संबंध बनाते हुए आप आपने डिजायर को खुलकर बयां कर पाती हैं इसके साथ ही सेक्सुअल एक्टिविटी के दौरान प्यार भरी बातें और प्यार का एहसास आपको बेहतर ऑर्गेज्म प्राप्त करने में भी मदद करता है। साथ ही यह आपको आंतरिक रूप से खुशी प्रदान करता है। यहां तक कि आपके रिश्ते को भी बेहद मजबूत बनाता है।
यदि आप किसी व्यक्ति के साथ इंटिमेसी शेयर कर रही हैं तो यह आपके मानसिक स्वास्थ्य को सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। कई ऐसी स्टडी सामने आई है जिसमें इंटिमेसी से वंचित रहने वाले पुरुषों में अधिक क्रोध देखने को मिला और महिलाएं आसानी से डिप्रेशन का शिकार हो जाती है।
किसी व्यक्ति के साथ बैठ कर बात करने या किसी के छूने से बेहतर महसूस होता है, तो आपका शरीर ऑक्सीटोसिन रिलीज करता है जिससे आपको स्ट्रेस रिलीज कर बेहतर महसूस करने में मदद मिलती है। आप जितनी ज्यादा लिविंग रिलेशनशिप में होती हैं आपका शरीर उतना ही अधिक हैप्पी हॉर्मोन जैसे कि डोपामाइन रिलीज करता है।
हम असल में हर किसी के साथ अपनी भावनाएं शेयर नहीं कर पाते। ज्यादातर लोग जिसके साथ कंफर्टेबल होते हैं और इंटिमेसी शेयर करते हैं उनके साथ ही अपनी भावनाओं को खुलकर व्यक्त कर पाते हैं। जब आप किसी के साथ अपनी भावनाएं शेयर करती हैं और आपको पता होता है कि भावनात्मक रूप से वह व्यक्ति आपके साथ खड़ा है, तो यह आपको अंदर से अधिक मजबूत बनाता है।
साथ ही इमोशनल इंटिमेसी हीलिंग प्रोसेस को भी आसान बना सकती है। इतना ही नहीं यह अकेलेपन को भी दूर करती है। खासकर डिप्रेशन और एंग्जाइटी की स्थिति में व्यक्ति अधिक इमोशनल होता है ऐसे में उन्हें इमोशनल इंटिमेसी की सबसे अधिक आवश्यकता होती है।
हेल्थ शॉट्स ने इस विषय पर प्राइमस सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की गायनेकोलॉजिस्ट और ऑब्सटेट्रिशियन कंसलटेंट डॉ.रश्मी बालियान से बातचीत की। तो चलिए जानते हैं इस पर क्या है रश्मि की राय।
फिजिकल इंटिमेसी का मतलब सेक्स करना या एक दूसरे से शारीरिक रूप से जुड़ना नहीं है। इसका मतलब फिजिकल फॉर्म यानी कि पर्सन टू पर्सन एक साथ बैठकर समय बिताना और एक दूसरे से बातचित करके बेहतर महसूस करना है। सीधे शब्दों में कहें तो क्वालिटी टाइम स्पेंड करना, अब चाहे आप किसी के साथ डेट पर हों या किसी दोस्त के साथ बैठकर हंसी ठिठोली कर रहे हैं। वहीं परिवार के सभी सदस्य एक साथ बैठकर इंटिमेसी को इंजॉय कर सकते हैं।
इमोशनल इंटिमेसी यानी की भावनात्मक रूप से किसी व्यक्ति के लिए जुड़ाव महसूस करना। यह कोई भी व्यक्ति हो सकता है जिसके साथ आपको इमोशनल इंटिमेसी हो। आप उनके साथ अपनी भावनाओं को खुलकर शेयर कर पाती हैं और उनकी भावनाओं को भी समझने में दिलचस्पी रखती हैं।
यह सेक्सुअल इंटिमेसी से अलग है। सेंसुअल इंटिमेसी का मतलब एक-दूसरे के प्रति शारीरिक जुड़ाव महसूस करना और प्लेजर को इंजॉय करना है। इसमें किसी प्रकार से सेक्स इन्वॉल्व नहीं है। इसमें एक दूसरे को छूना, गले लगाना, किस करना इत्यादि शामिल हैं।
सेक्सुअल इंटिमेसी में आप अपने पार्टनर के साथ सेक्स वाली इंवॉल्व होती है या इसमें वजाइनल, एनल और ओरल सेक्स शामिल है। सेक्सुअल इंटिमेसी में आप अपने पार्टनर के प्रति पूरे जुड़ाव के साथ सेक्सुअली इंवॉल्व होती हैं।
डॉ.रश्मी के अनुसार सेक्सुअल इंटिमेसी से शरीर में कई सकारात्मक बदलाव हो सकते हैं, जैसे ऑक्सीटोसिन का अधिक उत्पादन (जिसे “कडल हार्मोन” के रूप में जाना जाता है)। एक हेल्दी सेक्सुअल रिलेशनशिप इम्यूनिटी को बढ़ावा देती है और ब्लड प्रेशर को भी सामान्य रहने में मदद करती है। यह दर्द कम कर सकती है और आपको बेहतर नींद प्राप्त करने में मदद मिलती है। सेक्स भी व्यायाम का एक रूप है, जिसके अपने आप में कई स्वास्थ्य लाभ हैं।
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