क्या आप हर बार पीरियड्स के दौरान पेनकिलर्स लेती हैं? क्या आप पीरियड्स के दौरान होने वाली ऐंठन से निपटने के लिए अक्सर हीटिंग पैड या गर्म पानी के बैग का इस्तेमाल करती हैं? खैर, आपके पीरियड्स के दौरान ये ऐंठन होना तय है। पर अब आपको और ज्याद पेन किलर लेने की जरूरत नहीं है, क्योंकि हम आपके लिए एकदम देसी और प्रभावशाली फॉर्मूला लेकर आए हैं। वह है एलोवेरा जूस, जी हां, एलोवेरा जूस आपको पीरियड्स क्रेम्प्स में भी राहत दे सकता है। आइए जानते हैं कैसे।
पीरियड्स के दौरान प्रोजेस्टेरोन हॉर्मोन का स्तर बढ़ जाता है और गर्भाशय की परत खून के साथ बहने लगती है। इन मृत ऊतकों को बाहर निकालने के लिए, गर्भाशय सिकुड़ता है और इसी वजह से पीरियड क्रेंप्स होते हैं।
इस स्थिति का महिलाओं को हर 28 दिनों में स्वाभाविक रूप से अनुभव होता है। ज्यादातर मामलों में, यह एक ऐसी प्रक्रिया है जो दर्द और पीड़ा का कारण बनती है। इस तरह की परेशानी के लिए एलोवेरा आपका बेस्ट फ्रेंड साबित हो सकता है।
इसलिए हम बता रहे हैं एक ऐसा घरेलू उपचार, जो आपको पीरियड्स के दौरान ऐंठन से निपटने और पीरियड के दर्द को कम करने में मदद करेगा।
आज, दर्द से निपटने या सूजन को कम करने के लिए विशिष्ट दवाएं हैं। मगर एलोवेरा जूस एक घरेलू उपाय है, जो पीरियड से जुड़ी आपकी हर समस्या में मदद कर सकता है।
इस बारे में अधिक जानने के लिए हमने जिंदल नेचरक्योर इंस्टिट्यूट में डिप्टी चीफ मेडिकल ऑफिसर, डॉ एच पी भारथी, से बात की।
जी हां, आप किसी भी स्थिति में एलोवेरा जूस का सेवन कर सकती हैं। एलोवेरा जूस न केवल आपको भीतर से स्वस्थ बनाए रखता है, बल्कि माहवारी को भी सहज बनाता है। आइए जानते हैं पीरियड्स में एलोवेरा जूस पीने के फायदे।
एलोवेरा जूस पीरियड क्रेंप्स से तुरंत राहत देने के लिए जाना जाता है। एलोवेरा के रस में एक चम्मच शहद मिलाकर दिन में कम से कम दो से तीन बार पीने से हैवी फ्लो को कम करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, इसका रस नियमित रूप से पीने से मासिक चक्र के दौरान नॉर्मल फ्लो में मदद मिलती है।
एलोवेरा जूस आपके मासिक धर्म को नियमित करने और अतिरिक्त वजन कम करने का सबसे अच्छा उपाय है। यह आपके मेटाबॉलिज्म को भी बढ़ाता है और आपके पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है। एलोवेरा आपके हार्मोनल असंतुलन को ठीक करने और आपके मासिक धर्म की अनियमितताओं का इलाज करने में मदद करता है।
पीरियड्स में अकसर आपको कब्ज या गैस की समस्या हो सकती है। इस स्थिति में भी एलोवेरा जूस आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। यह पेट के लिए फायदेमंद है, क्योंकि यह पेट के पीएच को नियंत्रित करता है और एलो जेल में मौजूद बी कॉम्प्लेक्स के विटामिन की बदौलत एसिडिटी को कम करता है। एलोवेरा सूजन को कम करने, गैस्ट्रिक झिल्ली को पुन: उत्पन्न करने या कब्ज को कम करने में मदद करते हैं।
डॉ एच पी भारथी, कहती हैं कि ”पीरियड्स के दौरान कभी भी एलोवेरा का इस्तेमाल ज्यादा न करें। यह गर्भाशय के संकुचन को बढ़ा सकता है।”
इस लिहाज से थर्मल बैग के इस्तेमाल से मांसपेशियों की ऐंठन कम होगी और प्रभावित क्षेत्र में राहत मिलेगी। दूसरी ओर, एक अच्छा व्यायाम दिनचर्या मासिक धर्म के लक्षणों को कम करने, एंडोर्फिन को छोड़ने में मदद करेगा।
कैल्शियम, विटामिन डी और मैग्नीशियम जैसे सप्लीमेंट्स लेना भी फायदेमंद साबित हो सकता है।
एलोवेरा पत्ता 1/2 बड़ा
पानी 1 गिलास
नीबू का रस 2 (वैकल्पिक)
एलोवेरा के एक बड़े पत्ते को आधा काट लें।
छिलके को सावधानी से हटाने के लिए एक तेज चाकू का प्रयोग करें।
कुछ कड़वाहट को दूर करने के लिए एलो जेल को धो लें।
छिलके और धुले हुए एलो को ब्लेंडर में डालें। पानी, नींबू का रस और स्वीटनर डालें।
पानी और एलो को मिलाकर जूस बना लें।
इसे ठंडा करें और सर्व करें।
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