ये सच है कि उम्र के साथ और प्रेगनेंसी के बाद योनि में बदलाव होते हैं। इन बदलावों को लेकर कई महिलाएं परेशान होती हैं, पर इसमें कोई भी चिंता की बात नहीं है। ये प्रकृतिक चीजें है जिसे हम या आप रोक नहीं सकते। इसके लिए हम कुछ उपाय जरूर कर सकते हैं, जिससे योनि के कसाव बना रहे। आखिर योनि आपके शरीर का सर्वाधिक महत्वपूर्ण अंग है। जानिए उम्र के अलग-अलग पड़ावों में कैसे रखना है इसका ख्याल।
योनि का स्वास्थ्य बहुत सारे मिथ्क और भ्रामक जानकारियों से घिरा है। यह भी कहा जाता है कि बहुत ज्यादा सेक्स से योनि के कसाव में कमी आती है और यह ढीली हो जाती है वजाइनल इलास्टिसिटी एक ऐसा विषय है जिसके बारे में कोई अधिक खुलकर बात नहीं करता है क्योंकि इस पर बात करना हमारे समाज में स्वकार्य नही है। इसलिए लोगों के मन में इसको लेकर गलत धारणाएं बनी हुई है।
वेजाइना एक इलास्टीक की तरह है जो परिस्थिति के अनुसार अपने आप को फैलाती है और सिकुड़ जाती है। तो सेक्स से योनि के ढीले होने का तो कोई सवाल ही पैदा नही होता। गर्भावस्था एक चीज है जो योनि के खिंचाव को प्रभावित करती है लेकिन अन्य मासपेशियों की तरह इसका मांसपेशियां खुद को फैलाती और सिकोड़ती है। इसके बारे में और ज्यादा जानने के लिए हमने बात की बिरला फर्टिलिटी एंड आईवीएफ कंसल्टेंट डॉ. प्राची बिनारा से
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उम्र के साथ आपकी योनि का कसाव कम होता है क्योंकि जैसे उम्र बढ़ती है पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां और टेंडन कमजोर हो जाती है जो की योनि के ढीले होने का कारण बनती है। पेल्विक फ्लोर के कमजोर होने के बाद आपको सेक्स के दौरान पेल्विक पेन, मूत्र रिसाव जैसी चीजें भी अनुभव करनी पड़ती है।
गर्भावस्था के साथ महिलाओं के शरीर में कई बदलाव आते है जिसमें से योनि का ढीला होना भी शामिल है। गर्भावस्था के दौरान आपके शरीर में बच्चे के लिए जगह बनाई जाती है और जन्म के समय भी योनि का मार्ग बच्चे को बाहर लाने के लिए मासपेशिंयों को फैलाता है और जगह बनाता है। जिसके कारण योनि ढीली हो जाती है।
अन्य कारण
कई बच्चों का जन्म, कोई चोट, मेनोपॉज, कोई स्वास्थ्य स्थिति भी योनि के ढीले होने का काण बन सकती है।
डॉ. प्राची के अनुसार पेल्विक फ्लोर गर्भाशय, ब्लेडर, छोटी आंत और मलाशय को सहारा देता है और पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए कीगल एक्सरसाइज काफी मदद करती है। कीगल एक्सरसाइज की शुरूआत करने के लिए आपको सबसे पहले पेल्विक फ्लोर मसल्स की पहचान करनी होगी। केगल्स में ताकत बनाने के लिए इन मांसपेशियों को ध्यान मे रखकर एक्सरसाइज की जाती है। जो योनि की मांसपेशियों को टाइट करने में सहायता करता है।
डॉ. प्राची के अनुसार कीगल एक्सरसाइज के साथ-साथ स्क्वैट्स करना आपके पेल्विक एरिया को टोन करने और आपकी योनि की मांसपेशियों को टाइट करने में काफी मदद करता है। इसे करने के लिए आपको पैरों को फैलाकर और कूल्हों को बाहर की ओर फैलाकर खड़ा होना है, फिर अपने आप को ऐसे नीचे करें जैसे कि किसी चीज पर बैठे हों। उठने और बैठने की प्रक्रिया प्रक्रिया को कई बार दोहराएं। यह आपको एक राउंडर बट भी देगा।
योगा पूरे शरीर के स्वस्थ बनाए रखने के लिए काफी जरूरी है लेकिन इससे योनि के स्वास्थ्य को भी ठीक किया जा सकता है। योग आसनों से पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों के संकुचन और विस्तार में मदद मिलती है। योनि को स्वस्थ रखने के लिए आप तितली आसन, प्रसारित पदोत्तानासन, चक्रासन और सुप्त वज्रासन का अभ्यास कर सकती हैं। योग मुद्रा जिसमें पेल्विक शामिल होती है, योनि को कसने में भी मदद कर सकती है।
आपको पोषक तत्वों से भरपूर और संतुलित आहार का सेवन ही करना है इससे आपकी वेजाइना की मसल्स को मजबूती प्रदान करता है। फाइबर से भरपूर आहार का सेवन करने से कब्ज की समस्या नही होती है और पेल्विक मसल्स पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। एस्ट्रोजन हार्मोन बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों को सेवन करें ये भी आपके पेल्विक फ्लोर को मजबूती प्रदान करता है।