अगर आपको लगता है कि आपकी योनि को सिर्फ ऑर्गेज्म के समय ही गीला होना चाहिये, तो आपके लिए यह जरूरी है कि आप यह वेजाइनल हेल्थ क्लास लें। वेजाइना की सेहत को लेकर बहुत सारी गलत अवधारणाएं हैं, लेकिन आप को उस के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बात जान लेना ज़रूरी है। तो निश्चिंत होकर कहिए कि वेजाइना का हर समय गीला रहना बिल्कुल आम बात है।
कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल, पुणे की गायनोकॉलोजिस्ट डॉ मुक्ता पॉल के अनुसार गीला वेजाइना दर्शाता है कि वो ‘वेल-लुब्रिकेटेड’ है। माना जाता है कि ड्राई वेजाइना ज्यादा हानिकार हो सकती है, क्योंकि उससे सूखापन, खुजली और रैश होने का खतरा रहता है।
नहीं, हम यहां पर सेक्स की बात नहीं कर रहे हैं। हम सब जानते हैं कि जब हम सेक्स करते हैं, तो हमारी वेजाइना गीली हो जाती है। इस पदार्थ को आपका ‘सर्विकल म्यूकस’ कहते हैं, जब रक्त संचार ज्यादा होता है। यह एक जेल जैसा पदार्थ होता है, जो सर्विक्स द्वारा बनाया जाता है और इसका संचार एस्ट्रोजन नामक हॉर्मोन द्वारा किया जाता है।
बिल्कुल नहीं! यह एक अच्छा लक्षण नहीं है। अगर आपको अपने वेजाइना के गीलेपन की वजह से समय-समय पर अपनी पैंटी बदलनी पड़ती है, तो यह अच्छे संकेत नहीं हैं और परेशानी की बात हो सकती है, जिसका एक कारण इन्फेक्शन भी हो सकता है।
अगर आपका वेजाइना अत्यधिक गीला रहता है, तो आप निम्नलिखित इन्फेक्शन से ग्रस्त हो सकती हैं-
1.बैक्टीरियल वेजिनोसिस
2. पेल्विक कंजेस्शन सिंड्रोम
3. देसकुआमेंटिव वजिनिटिस
1- बैक्टीरियल वेजिनोसिस एक आम वेजाईनल इन्फेक्शन है, न कि कोई एसटीडी (STD)। इस स्तिथि में आपके अच्छे और बुरे बैक्टीरिया का बैलेंस बिगड़ जाता है, जिसके कारण ग्रे-सफेद या फिर पीले रंग का बदबूदार सा पदार्थ निकलता है। ऐसा तब होता है जब आप एक से अधिक व्यक्तियों के साथ सम्भोग करती हैं।
2- पेल्विक कंजेशन सिंड्रोम के कारण आपके वेजाइना में अत्याधिक गीलापन हो सकता है। इसका कारण अत्यधिक रक्तचाप हो सकता है। यह एक आम कंडीशन है, लेकिन कई बार इसकी गलत तरीके से जांच की जाती है। इस कंडीशन में सेक्स, साइकिलिंग या फिर कोई और शरीरिक एक्टिविटी के समय व्यक्ति को गीलेपन के साथ-साथ दर्द भी महसूस होता है।
3- डेस्क्यूओमेटिव वजिनिटिस, वेजाइना में सामान्य से ज्यादा ‘सेल-टर्नओवर’ की वजह से होता है, जिसके कारण वेजाइना की दीवार में सूजन आ जाती है। इसको पहचानने का तरीका इसका पीले अथवा हरे-पीले रंग का ‘फ्लूइड डिस्चार्ज’ होता है। इसमें अधिकतर बहुत कम या बिल्कुल न के बराबर बदबू होती है। साथ ही इसमें सेक्स के समय दर्द और साथ ही साथ ‘वालवूलर इर्रिटेशन’ व खुजली होती है।
लेकिन लेडीज, बिल्कुल परेशान न हों क्योंकि यह सभी समस्याएं ठीक हो सकती हैं। बस आप सतर्क रहें और इन्हें नजरअंदाज न करें।
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