अगर आप योनि में बार बार जलन, खुजली या किसी प्रकार की दर्द का अनुभव करती है, तो जांच करवाना बेहद ज़रूरी है। दरअसल, ये सभी लक्षण योनि खमीर संक्रमण के हैं। ये ज्यादातर उन महिलाओं में पाए जाते हैं, जो अभी भी अपनी रिप्रोडक्टिव स्टेज में हैं। इंस्टीट्यूट फॉर क्वालिटी एंड एफिशिएंसी इन हेल्थ केयर के मुताबिक योनि खमीर संक्रमण का होना एक आम समस्या है। ऐसा माना जाता है कि 100 में से 75 महिलाओं को अपने जीवन में कम से कम एक बार इस समस्या से होकर गुज़रना पड़ता है। अगर आप इस समस्या से जूझ रही हैं, तो इस बारे में एक स्त्री रोग विशेषज्ञ आपको बेहतर सुझाव दे सकती है। इसके अलावा कुछ घरेलू उपचार भी इस समस्या का समधान सिद्ध हो सकते हैं (salt water for vaginal infection)।
इस बारे में हेल्थशॉट्स ने गुरुग्राम के सेक्टर 14 में क्लाउडनाइन ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की निदेशक डॉ चेतना जैन से बात की। उनका कहना है कि अगर किसी महिला को एक साल में चार से ज्यादा बार इंफेक्शन हो चुका है, तो इसे रिकरंट योनि संक्रमण कहकर पुकारा जाता है। योनि संक्रमण में यीस्ट और बैक्टीरिया सबसे आम प्रकार हैं।
ऐसा देखा जाता है कि जब नमक का पानी हल्का गर्म होता है, तो उस वक्त योनी और बाहरी योनि पर सुकून का अनुभव होता है। डॉ जैन का कहना है कि इससे खासतौर से खुजली और असुविधा को कम करने का काम करता है। हांलाकि इसका कोई लॉंग टाइम इफेक्ट नहीं पड़ता है। विशेषज्ञ बताते हैं कि गर्म पानी में नमक मिलाकर वजाइन पर डालने से उस एरिया पर ब्लड सप्लाई बेहतर होने लगती है। ये नेचुरल रेमिडी वजाइनल इंफेक्शन को कम करने का काम करता है। अगर आप नमक को सीधा वजाइन पर लगाते हैं, तो उसके रिजन्टस उतने पॉजिटिव नहीं मिल पाएंगे।
जब योनि में या उसके बाहर जलन का अनुभव होता है, तो महिलाएं, आमतौर पर इस रेमिडी का प्रयोग करती हैं। दरअसल, शरीर को वो हिस्सा बेहद नाजुक माना जाता है। ऐसे में उसकी देखभाल बहुत ज़रूरी है। विशेषज्ञ के मुताबिक अगर पानी का टेंपरेचर 37 डिग्री से ज्यादा है और उसमें आपने नमक मिला दिया है, तो वो त्वचा को जलाने का काम कर सकता है। ऐसा माना जाता है कि योनि पर नमक को गर्म पानी में मिलाकर इस्तेमाल न करें।
नमक को सीधा वजाइना पर अप्लाई करने से कई बार जलन भी हो सकती है। यह योनि में मौजूद स्वस्थ बैक्टीरिया को हटाने का भी काम करता है। इससे योनि संक्रमण होने की संभावना कई बार और भी बढ़ जाती है। ऐसे में ध्यान रखें कि योनि कसने के लिए नमक का इस्तेमाल न करें। इसके अलावा वजाइना टाइटनिंग के लिए एक्सरसाइज़ का भी सहारा ले सकते हैं।
यूं तो वजाइनल संक्रमण के बहुत से कारण होते हैं। मगर उनका उपचार उसके लक्षणों पर निर्भर करता हैं। इस बारे डॉ जैन का कहना है कि टाइट सिंथेटिक कपड़े पहनने, सेक्सुअल रिलेशन्स और जेनिटल्स पर सोप या खुशबू वाला प्रोडक्ट लगाने से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
1 सेब का सिरका
2 नारियल तेल को टी टरी ऑयल के साथ मिलाकर या उसके बगैर लगाएं
3 लहसुन का पेस्ट अप्लाई करें
4 दही जैसे प्रोबायोटिक्स का उपयोग कर सकते हैं।
ये घरेलू उपचार कई बार उभर रही परेशानी को कम करने में मदद करते हैं। हल्की परेशानी इससे ठीक हो जाती है। अगर आप लगातार इस तरह की परेशानियों से दो चार हो रहे हैं, तो इसके इलाज के लिए स्त्री रोग विशेषज्ञ से संपर्क ज़रूर करें।
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