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क्या वेजाइनल सेक्स के लिए भी किया है फ्लेवर्ड कंडोम का इस्तेमाल? आइए जानते हैं इनके बारे में सब कुछ 

शालिनी पाण्डेय Published: 16 May 2022, 22:00 pm IST
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सेक्सुअल प्लेज़र के लिए जहां कपल्स फोरप्ले से लेकर ओरल सेक्स तक के साथ हर रोज़ नए एक्सपेरिमेंट कर रहे हैं, वहीं यह देखना भी दिलचस्प है कि बाज़ार भी उनके लिए एक से एक एक्साइटिंग और इंट्रेस्टिंग प्रोडक्ट ला रहा है। ऐसा ही एक प्रोडक्ट है फ्लेवर्ड कंडोम (Flavoured Condom)। पर क्या फ्लेवर्ड कंडोम सुरक्षित हैं? क्या वे रेगुलर कंडोम की तरह सुरक्षा करते हैं? आइए जानते हैं इस बारे में और जानकारी लेते हैं।

क्यों किया गया फ्लेवर्ड कंडोम का आविष्कार?

फ्लेवर्ड कंडोम का उद्देश्य है कपल्स के बीच सेक्सुअल प्लेजर बढ़ाना। चूंकि एक सामान्य कंडोम का स्वाद रबड़ (Latex) जैसा होता है, इसलिए अधिकांश जोड़े उनके साथ ओरल सेक्स में कम्फर्टेबल नहीं होते। इसलिए, फ्लेवर्ड कंडोम की पूरी एक सिरीज मार्केट में उतारी गई। सेफ ओरल सेक्स (Safe oral sex) के महत्व को और बढ़ाने के लिए भी फ्लेवर्ड कंडोम को लोगों तक पहुंचाने की कोशिश की गई।

कंडोम के हैं ढेर सारे फ्लेवर्स

स्ट्रॉबेरी, लीची, आम, अचारी से लेकर अदरक तक,बाजार में आपके लिए हर कंडोम फ्लेवर उपलब्ध है। आप जानकर हैरान होंगी कि कम्पनी ने बैंगन फ्लेवर में भी फ्लेवर्ड कंडोम निकाला हुआ है। यानी आपके पार्टनर को अगर बैंगन का स्वाद पसंद हैं, तो उसका इस्तेमाल करके भी अपने रिश्ते में एक्साईटमेंट और प्लेज़र एड कर सकती हैं।  

सही कंडोम के इस्तेमाल के बारे में जानें। चित्र: शटरस्टॉक

क्या ये सुरक्षित हैं?


इन सब के बीच लाख टके का सवाल यह है कि क्या ये इस्तेमाल में भी सुरक्षित हैं? फ्लेवर्ड कंडोम का क्या कोई नुकसान नहीं है?

एनसीबीआई द्वारा किए गए एक अध्ययन की मानें तो सुरक्षित यौन संबंध के लिए कंडोम जरूरी है, खासकर एसटीडी (STD) यानी सेक्सुअल ट्रांसमिटेड डिजीज़ से बचने के लिए। हर बार जब आप ओरल सेक्स करते हैं, तो आपको कंडोम का उपयोग करना चाहिए। यह एक गलत धारणा है कि एसटीडी सिर्फ वेजाइनल सेक्स से होता है। 

फ्लेवर्ड कंडोम  रेगुलर कंडोम जितने ही सुरक्षित हैं और इसलिए, किसी भी कीमत पर इसका इस्तेमाल टाला नहीं जाना चाहिए। पर ध्यान रखा जाना चाहिए कि फ्लेवर्ड कंडोम का इस्तेमाल वेजाइनल सेक्स (Vaginal Sex) के लिए नहीं किया जाए ।

फ्लेवर्ड कंडोम आपके जननांगों (Vagina area) को कैसे प्रभावित कर सकता है?

फ्लेवर्ड कंडोम आपके जननांगों  प्रभावित कर सकता है, क्योंकि इसका आविष्कार मूल रूप से ओरल सेक्स के बेहतर अनुभव के लिए किया गया था। ये वेजाइनल सेक्स के लिए तो हैं ही नहीं। ऐसा इसलिए है क्योंकि फ्लेवर्ड कंडोम में चीनी होती है जो आपकी योनि के लिए समस्या पैदा कर सकती है। 

कंडोम में मौजूद शक्कर योनि के पीएच स्तर को प्रभावित कर सकता है और यहां तक ​​कि इससे यीस्ट संक्रमण भी हो सकता है। भले ही एफडीए जैसे संगठनों ने फ्लेवर्ड कंडोम की सुरक्षा और मजबूती को मंजूरी दे दी हो, फिर भी वे यीस्ट संक्रमणों की चेतावनी देते हैं।

फ्लेवर्ड कंडोम में होती है चीनी। चित्र: शटरस्‍टॉक

कब करें फ्लेवर्ड कंडोम और रेगुलर कंडोम का उपयोग?

फ्लेवर्ड कंडोम  का इस्तेमाल ओरल सेक्स में और रेगुलर कंडोम का इस्तेमाल वेजाइनल सेक्स में करें। वेजाइनल या एनल सेक्स के लिए  भी एक ही कंडोम का प्रयोग न करें। वेजाइनल सेक्स के लिए, रेगुलर  कंडोम का उपयोग सुरक्षित रहेगा। सुनिश्चित करें कि कंडोम लगाते समय इरेक्शन हो चुका हो।

और अंत में

आपकी संतुष्टि और सेहत की सुरक्षा काफी बड़ा मसला है। वेजाइनल फ्लेवर्ड कंडोम को ओरल सेक्स के लिए डिजाइन किया गया है। इसलिए बेहतर होगा कि इसका इस्तेमाल इसी में किया जाए। वरना इन्फेक्शन समेत कई अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

शालिनी पाण्डेय

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