क्या पीरियड में टमाटर खाने चाहिए? जवाब है हां, यहां जानिए इसके फायदे

टमाटर विटामिन सी से भरपूर हैं और पीरियड के दौरान महिलाओं को घुलनशील विटामिन की अधिक आवश्यकता होती है। टमाटर का सेवन करने से शरीर में सूजन को कम करके पीरियड्स के दर्द से राहत मिलती हैं।
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टमाटर में पाई जाने वाली फाइबर की उच्च मात्रा बॉवल मूवमेंट को नियमित बनाए रखने में मदद करती है। चित्र : अडोबी स्टॉक
Published On: 16 Nov 2024, 08:00 pm IST
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पीरियड के दौरान गर्भाशय में होने वाली कॉन्ट्रेक्शन दर्द का कारण बनने लगती है। ऐसी स्थिति में फलों, सब्जियों और साबुत अनाज से भरपूर संतुलित आहार खाने से हार्मोनल असंतुलन को नियंत्रित करने और सूजन को रोकने में मदद मिलती है। इन फलों और सब्जियों में से एक खाद्य पदार्थ है टमाटर, जो मेंस्ट्रुअल साइकिल की परेशानी को दूर करने में मदद करता है। टमाटर का सेवन करने से शरीर में सूजन को कम करके पीरियड्स के दर्द से राहत मिलती हैं। इसमें पोटैशियम और पानी की उच्च मात्रा पाई जाती है, जिससे ऐंठन को दूर किया जा सकता है। हांलाकि टमाटर के कई फायदे (tomatoes in period) हैं, मगर कुछ लोगों को इसका नुकसान भी हो सकता है।

क्या टमाटर स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है

टमाटर में लाइकोपीन जैसे एंटीऑक्सीडेंट की उच्च मात्रा पाई जाती है। इससे हृदय रोग, कैंसर और स्ट्रोक के जोखिम को कम किया जा सकता है। इसके अलावा विटामिन सी की मात्रा पाई जाती है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मज़बूत बनाए रखने में मदद करता है। साथ ही कोलेजन उत्पादन को भी बढ़ावा मिलता है। वे लोग जो नियमित रूप से टमाटर का सेवन करते हैं, उन्हें कोलेस्ट्रॉल और उच्च रक्तचाप का जोखिम कम हो जाता है। टमाटर में मौजूद लाइकोपीन से प्रोस्टेट, लंग्स और पेट के कैंसर से राहत मिलती है।

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टमाटर में लाइकोपीन जैसे एंटीऑक्सीडेंट की उच्च मात्रा पाई जाती है। इससे हृदय रोग, कैंसर और स्ट्रोक के जोखिम को कम किया जा सकता है। चित्र : अडोबी स्टॉक

पीरियड्स के दौरान टमाटर कैसे फायदेमंद साबित होते हैं

1. एंटी इंफलामेटरी गुणों से भरपूर

पोषण विशेषज्ञ गरिमा गोयल बताती हैं कि लाइकोपीन की मदद से शरीर की कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव क्षति से बचाया जा सकता है। साथ ही प्रोइंफ्लेमेटरी साइटोकिन्स के उत्पादन को कम करके सूजन दूर करने में मदद मिलती है। सूजन प्रतिक्रिया को बढ़ाने वाले इन कंपाउड की कमी से पेल्विक एरिया में हल्की सूजन रहती है, जिससे मासिक धर्म के दौरान दर्द कम होने लगता है। शरीर में सूजन की स्थिति में प्रोस्टाग्लैंडीन हार्मोन रिलीज होते हैं जो गर्भाशय के कॉन्ट्रेक्शन और मासिक धर्म के दर्द का कारण बनते हैं। विटामिन ई से भरपूर होने के कारण टमाटर मददगार साबित होते हैं।

एन इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी के रिसर्च के अनुसार जिन महिला प्रतिभागियों ने मासिक धर्म चक्र के दौरान पांच दिनों तक विटामिन ई की खुराक ली, तो उनमें ऐंठन की अवधि और गंभीरता कम हो गई।

2. आयरन अवशोषण के लिए आवश्यक

टमाटर विटामिन सी से भरपूर हैं और पीरियड के दौरान महिलाओं को घुलनशील विटामिन की अधिक आवश्यकता होती है। इस दौरान शरीर से रिलीज़ होने वाले आयरन के कारण इसकी आवश्यकता बढ़ जाती है। इसके चलते व्यक्ति सुस्त और बेचैन रहता है। ऐसे में आहार में आयरन युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल अवश्य करे। दरअसल, विटामिन सी आयरन के बेहतर अवशोषण में मदद करता है। इंडियन जर्नल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार विटामिन सी फेरिक आयरन को फेरस आयरन में बदलकर इसके एब्जॉर्बशन को बढ़ा देता है। इससे शरीर को सूजन संबंधी प्रतिक्रियाओं से बचाया जा सकता है। इससे मासिक धर्म में ऐंठन और दर्द कम होता है।

Tomatar ke fayde
विटामिन सी फेरिक आयरन को फेरस आयरन में बदलकर इसके एब्जॉर्बशन को बढ़ा देता है।

3. मसल्स को करे रिलैक्स

टमाटर पोटेशियम से भरपूर होते हैं, जो मांसपेशियों के कामकाज और उन्हें मज़बूती प्रदान करने में मदद करता है। यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ़ एग्रीकल्चर के अनुसार 100 ग्राम टमाटर में 287 मिलीग्राम पोटेशियम होता है। महिलाओं में मासिक धर्म के कारण गर्भाशय की मांसपेशियाँ अधिक श्रिंक होने लगती हैं। पोटेशियम युक्त टमाटर खाने से इस तरह के मांसपेशियों के संकुचन को नियंत्रित करने में मदद मिलती है और मासिक धर्म के दौरान महसूस होने वाले दर्द की कम किया जा सकता है। इससे शरीर में इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बना रहता है और सोडियम की भी नियमित मात्रा रहती है।

4. गट हेल्थ को बनाए मज़ूबत

मासिक धर्म के दौरान होने वाले हार्मोनल परिवर्तन कब्ज का कारण साबित होते हैं, जिससे पेट पर अधिक दबाव बढ़ने लगता है। इससे शरीर में ऐंठन और दर्द बना रहता है। टमाटर में पाई जाने वाली फाइबर की उच्च मात्रा बॉवल मूवमेंट को नियमित बनाए रखने में मदद करता है। माइक्रोबायोलॉजी स्पेक्ट्रम की रिपोर्ट के अनुसार टमाटर का सेवन आंत के माइक्रोबियल प्रोफाइल को प्रभावित करता है। टमाटर से मिलने वाली फाइबर की मात्रा आंत बैक्टीरिया को संतुलित रखती है, जिससे प्रोस्टाग्लैंडीन के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है। साथ ही मासिक धर्म की ऐंठन और दर्द कम होने लगता है।

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पीरियड्स के दर्द को संतुलित रखने के लिए इस तरह करें टमाटर का सेवन

  • टमाटर के रस से शरीर को पोषक तत्वों की प्राप्ति होती है। शरीर में वॉटर रिटेंशन और ब्लोटिंग से बचने के लिए इसमें नमक और चीनी को मिलाने से बचें।
  • सलाह के रूप में इसका सेवन फायदेमंद साबित होता है। इसे खीरा और लेट्यूस के साथ वैलेड में सर्व करें। इसमें जैतून का तेल और हर्ब्स भी मिला सकते हैं।
  • टमाटर का सूप भी पचाने और एबजॉर्बशन में आसान है। वेटलॉस के लिए ये बेहद कारगर उपाय है।
  • इसके अलावा घर पर टमाटर की चटनी को भी तैयार किया जा सकता है। इसे पास्ता, पिज्जा और टोस्ट के साथ सर्व कर सकते हैं। वॉटर रिटेंशन से बचने के लिए नमक का सीमित इस्तेमाल करें।
Tomato soup kaise banayein
टमाटर का सूप भी पचाने और एबजॉर्बशन में आसान है। वेटलॉस के लिए ये बेहद कारगर उपाय है।

दिन में कितने टमाटर खा सकते हैं

एक्सपर्ट के अनुसार एक दिन में 1 से 2 मध्यम आकार के टमाटर का सेवन कर सकते हैं। इससे शरीर को विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट और हाइड्रेशन जैसे फायदे मिलते है। अधिक एसिडिक भोजन के सेवन से एसिडिटी का जोखिम बढ़ जाता हैं।

जानें पीरियड्स के दर्द के दौरान टमाटर के अत्यधिक सेवन के साइड इफ़ेक्ट

1. एसिड रिफ़्लक्स या हार्टबर्न

टमाटर एसिडिक खाद्य पदार्थ हैं, जो कुछ लोगों में एसिड रिफ़्लक्स या हार्टबर्न को ट्रिगर कर सकता हैं। टमाटर जैसे एसिडिक फूड्स पीरियड्स के दौरान पेट की परेशानी को बढ़ा सकते हैं।

2. गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं

टमाटर में मौजूद फ़ाइबर ज़्यादा मात्रा में ब्लोटिंग, गैस या दस्त की समस्या बनी रहती है। दरअसल, पीरियड्स के दौरान पाचन तंत्र पहले से ज्यादा संवेदनशील हो सकता है। ऐसे में ज्यादा मात्रा में टमाटर खाना नुकसान का कारण बन सकता है।

3. बढ़ी हुई संवेदनशीलता

माइग्रेन से पीड़ित लोगों के लिए टमाटर जैसी सब्ज़ियाँ नुकसान साबित होती है। इससे दर्द और अधिक गंभीर हो सकता है।

4. किडनी स्टोन का जोखिम

टमाटर में ऑक्सालेट होते हैं जो किडनी स्टोन के शिकार लोगों में पथरी का कारण साबित होते हैं। हालाँकि, ज़्यादातर लोगों के लिए मध्यम मात्रा में सेवन आमतौर पर सुरक्षित होता है।

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