आंवला खाने के फायदे तो हम सभी ने सुने हैं। अविश्वसनीय रूप से यह स्वस्थ विंटर सुपरफूड स्वास्थ्य के अनुकूल पोषक तत्वों से भरपूर होता है जो आपको ठंड और फ्लू से बचा सकता है, प्रतिरक्षा का बढ़ावा दे सकता है, ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रख सकता है और लिवर को क्षति से बचा सकता है। सिर्फ आंवला ही नहीं, उसकी गुठली भी पोषक तत्वों और एंटीऑक्सिडेंट का एक समृद्ध स्रोत है। जो हमारे स्वास्थ्य को कई तरीकों से समर्थन देने में मदद कर सकते हैं।
यह ताकतवर बीज जिसे हम सामान्यत: फेंक देते हैं, त्वचा संबंधी समस्याओं से निजात दिलाने में मददगार है। बेहतर स्वास्थ्य के लिए पाउडर के रूप में इसका सेवन किया जा सकता है। यह योनि से अत्यधिक सफेद डिस्चार्ज या ल्यूकोरिया में भी मददगार हो सकता है।
आंवला विटामिन-सी का एक समृद्ध स्रोत है। एक आंवले में संतरे की तुलना में 20 गुना अधिक विटामिन-सी होता है। इसमें कई फ्लेवोनोल्स, रसायन भी शामिल हैं। जो मेमोरी में सुधार करने जैसे लाभों से जुड़े हैं। इन छोटी हरी बेरीज में कैलोरी और फैट बहुत कम होता है, और यह विटामिन बी-5, विटामिन बी-6, कॉपर, मैंगनीज और पोटेशियम जैसे स्वस्थ पोषक तत्वों से भरी होती हैं।
कोई भी व्यक्ति अलग-अलग तरीकों से आंवला का सेवन कर सकता है। आप आंवला का सेवन कच्चा, कैंडी या रस के रूप में भी कर सकती हैं। लेकिन ल्यूकोरिया से पीड़ित होने पर आपको आंवले के पिसे हुए बीज चाहिए। इन्हें या तो बाजार से प्राप्त किया जा सकता है या आप घर पर भी आंवला के बीज का पाउडर बना सकती हैं।
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आप आसानी से आंवला से बीज निकाल सकती हैं और फिर उन्हें मिक्सर में पीसकर एक अच्छा पेस्ट बना सकती हैं। इसमें शहद या गुड़ मिलाएं और एक एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करें।
ल्यूकोरिया एक गंधहीन, गाढ़ा, सफेद, पीला या हरे रंग का वेजाइनल डिस्चार्ज है। अधिकतर यह सामान्य है, लेकिन गंभीर मामलों में, यह एस्ट्रोजन के असंतुलन या संक्रमण का संकेत हो सकता है। योनि संक्रमण के कारण डिस्चार्ज की मात्रा बढ़ सकती है या यह समय-समय पर ठीक हो सकता है और फिर से प्रकट हो सकता है।
आंवला के बीज सूजन को कम करने और संक्रमण को कम करने में मदद कर सकते हैं। एक प्रभावी परिणाम के लिए एक सप्ताह तक लगातार इसे लेने की जरूरत है।
आयुषी इंटरनेशनल इंटरडिसिप्लीनरी रिसर्च जनरल के अनुसार आंवला ल्यूकोरिया के उपचार में बेहद प्रभावी साबित हो सकता है। उनके अनुसार ल्यूकोरिया से राहत पाने के लिए 1 चम्मच शहद में 1 चम्मच आंवला पाउडर मिलाएं और इस मिश्रण को दिन में दो बार लें।
आंवला स्वस्थ है, लेकिन कुछ मामलों में, इससे बचा जाना चाहिए। इस खट्टे फल का सेवन उन लोगों को नहीं करना चाहिए जो रक्त-पतला करने वाली दवाएं ले रहे हैं या किसी सर्जरी से गुजर रहे हैं। गर्भवती, स्तनपान या गर्भधारण के लिए ट्राय करने वाली महिलाएं भी इससे बच सकती हैं।
इसमें कोई संदेह नहीं है कि आंवला स्वास्थ्य के लिए बेहद गुणकारी है। लेकिन किसी भी स्थिति में अपने डॉक्टर से परामर्श लेना सबसे बेहतरीन उपाय है। ऐसे में आंवला के बीजों को ट्राय करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर करें, जिससे कि वह आपको किसी भी प्रकार की परेशानी से बचा सकें।
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