सेक्स लाइफ में स्पाइस और प्लेजर एड करने के लिए जरूरी है कि हर बार कुछ नया ट्राई किया जाए। कुछ ऐसा जो आपको बोरियत से बचाए और एक-दूसरे के कुछ नए पहलुओं को उजागर करे। फिर इसके लिए सिर्फ बिस्तर पर ही क्यों पड़े रहना! जी हां, एक स्पाइसी सेक्स सेशन का आनंद आप शॉवर के नीचे भी ले सकती हैं। गर्मियों में तो ये आप दोनों को और भी ज्यादा रिलैक्स कर सकता है। तो आइए हेल्थ शॉट्स पर जानते हैं शॉवर सेक्स (safety tips for shower sex) एन्जॉय करने के लिए कुछ सेफ्टी टिप्स।
सेक्स को मेमोरेबल बनाने के लिए जोड़े मसाज से लेकर सेक्स टॉयज तक का प्रयोग करते हैं। अगर आप भी शावर सेक्स के ज़रिए पार्टनर के साथ रोमांस के कुछ पल बिताना चाहती हैं, तो कुछ बातों को अवश्य ख्याल रखें।
शावर सेक्स में दो लोग पूरी तरह से एक दूसरे के करीब आते हैं। एक दूसरे के प्रति लगाव बढ़ता है। इससे शरीर में हैप्पी हार्मोस रिलीज होने लगते हैं। इससे रिश्ते में चल रहा तनाव भी कम होने लगता है। आप खुद को रिलैक्स और खुशहाल महसूस करने लगते हैं।
मासिक धर्म के दौरान यौन संबध बनाने से सेक्स मैसी होने से बच जाता है। दरअसल, पीरियड साइकिल के समय होने वाला डिसचार्ज के कारण स्टेन लगने का खतरा बना रहात है। ऐसे में स्टैण्डिंग सेक्स आपको इस तरह की चिंता से मुक्त कर देता है।
इससे आप एक दूसरे को वक्त दे पाते हैं। इसके अलावा कप्लस एक दूसरे के करीब आ जाते हैं। इससे सेक्स में न्यूनेस आने लगती है, जो आप लोगों के जीवन को सुकून पहुंचाने का काम करती है। इससे आप एक दूसरे की बॉडी लैग्वेज को समझने लगते हैं।
पानी से भरे बाथरूम चिकने हो सकते हैं और आप दोनों में से किसी के लिए भी चोट का कारण बन सकते हैं। इसलिए शावर सेक्स के दौरान मैट का इस्तेमाल बहुत ज़रूरी है। मैट की मदद से आप पानी में स्थिर बने रहते हैं। इससे फिसलने का खतरा नहीं रहता है। फ्लोर स्लिपरी होने से हेड इंजरी, बैक बोन पर चोट और शरीर के किसी भी हिस्से पर झटका लगने का जोखिम बना रहता है।
ऐसी स्थिति से बचने के लिए बाथरूम में इस प्रकार का मैट रखें, जो पूरी तरह से फर्श की सतह से चिपक जाए। इससे गिरने का खतरा नहीं रहता है। इसके अलावा बाथरूम में हैंडलिंग के लिए स्टैण्ड या सेफ्टी रोप्स मौजूद होने से आप शारीरिक संतुलन को बनाए रखते हैं।
शावर लेने से पहले बॉडी मसाज करने से बचें। शरीर पर कोई भी ऑयल अप्लाई करने से लचीलापन आ जाता है। इससे स्लिप होने का खतरा बढ़ने लगता है। शावर सेक्स को एजॉय करना चाहते हैं, तो किसी भी शारीरिक अंग पर तेल न लगाएं। खुशबू के लिए आप डियो या किसी भी प्रकार के स्प्रे का प्रयोग कर सकते हैं।
शावर सेक्स के दौरान इस बात का ख्याल रखें कि नहाने के पानी का तापमान संतुलित रहे। दोनों को अपनी बॉडी के हिसाब से टेम्परेचर सेट करना चाहिए। अन्यथा ज्यादा गर्म और ज्यादा ठंडा पानी सेक्स के दौरान परेशानी का कारण बन सकता है। गर्मी के मौसम में ज्यादा गर्म या गुनगुने पानी से नहाने के बाद पसीना बहने की समस्या बनी रहती हैं। वहीं सर्दी में ठण्डे पानी से नहाने से जुकाम और बुखार का जोखिम बना रहता है।
सेक्स करते समय अपनी सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए कण्डोम अवश्य पहनें। इससे प्रेगनेंसी का खतरा नहीं रहता है। अगर आप आवयूलेशन पीरियड में यौन संबध बना रहे हैं, तो बिना कण्डोम सेक्स करने से बचें। इससे पार्टनर के संपर्क में आने से एसटीआई और एसटीडी जैसी समस्याओं के होने का खतरा भी नहीं रहता है।
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