यदि सेक्स की इच्छा में कमी हो रही है, तो मेनोपॉज फेज शुरू होने का संकेत मान लिया जाता है। कभी कभी काम के कारण अत्यधिक थकान और बच्चे को भी कामेच्छा में कमी की वजह मान ली जाती है। सेक्स ड्राइव में कमी के लिए कई कारकों को जिम्मेदार मान लिया जाता है। पर क्या आप जानती हैं कि कुछ पोषक तत्वों की कमी भी इसकी वजह बनती है। कई शोध बताते हैं कि प्रोटीन की कमी के कारण आपका सेक्सुअल हेल्थ प्रभावित (protein for sexual health) हो सकता है।
अमेरिका के प्लोस वन जर्नल में प्रकाशित शोध आलेख के अनुसार, एक व्यस्क महिला के लिए कुल 46 ग्राम प्रोटीन की आवश्यकता होती है। प्रत्येक मुख्य भोजन के साथ कम से कम 15 ग्राम प्रोटीन खाना जरूरी है। इससे कम मात्रा लेने पर प्रोटीन की कमी (Protein Deficiency) हो सकती है। महिलाओं के लिए प्रोटीन की कमी मासिक धर्म चक्र की अनियमितता (Irregular Period) और प्रजनन क्षमता (Sexual Capacity) में कमी का कारण बन सकती है। प्रोटीन की कमी से टेस्टोस्टेरोन लेवल कम होने का खतरा होता है।
गर्भवती (Pregnancy Period) महिलाओं के लिए पर्याप्त प्रोटीन प्राप्त करना बहुत जरूरी है। क्योंकि अपर्याप्त पोषण से भ्रूण का विकास (Foetus Development) प्रभावित हो सकती है। प्रोटीन की कमी के कारण मांसपेशियों की हानि होती है। रेड ब्लड सेल्स में कमी और हड्डियों को नुकसान पहुंच सकता है। इन सभी कारणों से भी लो लीबिडो की समस्या होती है। दरअसल प्रोटीन फ़ूड में एमिनो एसिड पाया जाता है। इससे ब्लड फ्लो सुचारू रूप से हो पाता है और हमारी सेक्सुअल लाइफ इम्प्रूव होती है। यदि आप दालें, बीन्स, चिकन, अंडे आदि खाती हैं, तो इससे प्रोटीन की पूर्ति होती है और लो लीबिडो खत्म हो पाता है।
फूड्स जर्नल के अनुसार, शोध में यह साबित हो चुका है कि सुपरफ़ूड किनोआ प्लांट बेस्ड प्रोटीन का सबसे बड़ा स्रोत है। इसमें जरूरी सभी 11 एमिनो एसिड होते हैं, जो प्रोटीन को कम्प्लीट करते हैं। इसके अलावा यह फाइबर, फोलेट, कॉपर, आयरन, जिंक का भी स्रोत है। यदि डेली डाइट में 1 कप पका हुआ किनोआ एड किया जाए, तो इससे प्रोटीन की कमी दूर हो जायेगी और सेक्सुअल लाइफ भी हेल्दी हो पायेगी।
करेंट डेवलपमेंट इन न्यूट्रीशन जर्नल में प्रकाशित शोध आलेख के अनुसार, येलो कॉर्न या भुट्टा में प्रोटीन पर्याप्त मात्रा में मौजूद होता है। इसमें फाइबर, कैल्शियम, पोटैशियम भी मौजूद होता है। 1 भुट्टे में 3 ग्राम प्रोटीन मौजूद होता है। इसका सेवन इसलिए भी फायदेमंद है, क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स लो होता है। यानी यह अनहेल्दी तरीके से ब्लड में शुगर हाइक नहीं करेगा।
न्यूट्रीशन जर्नल के अनुसार, सैल्मन फिश को ओमेगा 3 फैटी एसिड का स्रोत मन जाता है। यह प्रोटीन का भी बढ़िया स्रोत है। यदि आप सप्ताह में दो बार भी अपनी डाइट में सैल्मन एड करती हैं, तो यह प्रोटीन की कमी को पूरा कर देगा।
जर्नल ऑफ़ सेक्सुअल हेल्थ के अनुसार, यह ब्लड सर्कुलेशन बढाकर लो लिबिडो को दूर करता है।
करेंट डेवलपमेंट इन न्यूट्रीशन जर्नल के अनुसार, अंडे में प्रोटीन भरपूर पाया जाता है। यदि पूरे अंडे को खाया जाए, तो 2 अंडे से 12 ग्राम प्रोटीन मिलेगा। यह न सिर्फ पेट भरा हुआ रखता है, बल्कि मसल्स हेल्थ को भी मजबूत बनाता है। यदि आप प्रोटीन की कमी से जूझ रही हैं, तो आपको अंडे की जर्दी के साथ इसका सेवन करना पड़ेगा। क्योंकि आधा प्रोटीन तो एग योल्क में ही रहता है।
जर्नल ऑफ़ फ़ूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी के शोध आलेख के अनुसार, ओट्स को अच्छे पोषण मूल्य के साथ कम लागत वाला प्रोटीन का स्रोत माना जाता है। ओट में 11-15% प्रोटीन होता है। इसमें कैल्शियम, आयरन और विटामिन बी भी होते हैं। 1 कप ओट्स में लगभग 26 ग्राम प्रोटीन होता है।
नियमित रूप से लेने पर यह किसी भी महिला की प्रोटीन की कमी को दूर कर सकता है। इसे किसी भी डाइट में शामिल किया जा सकता है।
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