Period delay pills : एक गायनोकॉलोजिस्ट बता रहीं हैं पीरियड में देरी करने वाली गोलियों के बारे में सब कुछ

पीरियड डिले वाली गोलियों के प्रयोग से लगभग दो सप्ताह तक पीरियड डिले की जा सकती है। विशेषज्ञ के अनुसार, यदि आप पीरियड में देरी चाहती हैं, तो इस गोली को समय पर लेना जरूरी है।
Early period ke liye kya karein
पीरियड अर्ली लाने के लिए शरीर में मौजूद नेचुरल हार्मोन साइकल को मॉडिफाई किया जाता है। चित्र : अडोबी स्टॉक
स्मिता सिंह Published: 30 Aug 2023, 20:00 pm IST
  • 125
मेडिकली रिव्यूड

क्या आपने कभी किसी कारणवश पीरियड में देरी करना चाहा है? इसके लिए पीरियड डिले गोली ली है? कभी कभार इन गोलियों की जरूरत पड़ती है। बहुत सारी महिलाएं शादी-विवाह, किसी अन्य फंक्शन और एग्जाम के दौरान पीरियड को टालने के लिए इन गोलियों का सेवन करती हैं। हालांकि इनके कुछ साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं। इसलिए हमने एक गायनोकॉलोजिस्ट से जाना पीरियड में देरी करने वाली इन गोलियों के बारे में सब कुछ। इन्हें कब लेना चाहिए, ये कैसे काम करती हैं (period delay pills) और क्या हैं इनके फायदे या नुकसान।

मेन्स्ट्रुअल साइकिल को रेगुलेट करते हैं पिल्स (pills regulate menstrual cycle)

गायनेकोलोजिस्ट और ओब्सटेट्रिक्स डॉ. अंजलि कुमार अपने इन्स्टाग्राम पोस्ट में पीरियड डिले पिल्स के बारे में विस्तार से बताती हैं। वे बताती हैं, ‘पीरियड डिले पिल्स मुख्य रूप से सिंथेटिक हॉर्मोन (synthetic hormone) का इस्तेमाल करती है। ये शरीर के हॉर्मोन को अल्टर (period delay pills) कर देते हैं। ये हॉर्मोन नेचुरल हार्मोनल चेंज को मोडीफाय कर देते हैं। ये हॉर्मोन मेन्स्ट्रुअल साइकिल को रेगुलेट करते हैं।’

गोलियां कैसे काम करती हैं (how do pills work)

डॉ. अंजलि बताती हैं, ‘ मेनस्ट्रुअल साइकिल एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन हॉर्मोन में बदलाव से नियंत्रित किये जाते हैं। ये हॉर्मोन यूट्स की लाइनिंग बनाते और समय के अनुसार बाहर निकालते हैं। इस प्रक्रिया के कारण माहवारी आती है।

पीरियड डिले पिल्स में हॉर्मोन का सिंथेटिक वर्जन मौजूद होता है। ये प्रोजेस्टिन पिल्स या कंबाइन्ड पिल्स होते हैं। इनमें एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टिन मौजूद होता है। जब इस पिल्स का इस्तेमाल किया जाता है, तो इसमें मौजूद सिंथेटिक हॉर्मोन नेचुरल हॉर्मोन के सिग्नल को सप्रेस कर देते हैं। इसके कारण यूटेरिन लाइनिंग खत्म होने लगती है। इसके कारण पीरियड होना रूक जाता है।

कॉन्ट्रासेप्टिव नहीं हैं गोलियां (period delay pills or contraceptive pills)

यदि आप पीरियड में देरी करने वाली गोली का सेवन करना चाहती हैं, तो पीरियड समाप्त होने से लगभग तीन दिन पहले इसे लेना शुरू करना होगा। जब तक वे चाहती हैं कि मासिक धर्म में देरी हो, उन्हें दिन में तीन बार गोलियां लेनी होंगी। एक बार जब आप इस पिल्स को लेना छोड़ देती हैं, तो नेचुरल हॉर्मोन अपना काम करना शुरू कर देते हैं।

birth control pills aur cancer
एक बार जब आप इस पिल्स को लेना छोड़ देती हैं, तो नेचुरल हॉर्मोन अपना काम करना शुरू कर देते हैं। चित्र : शटरस्टॉक

यह जानना जरूरी है कि मासिक धर्म में देरी करने वाली गोलियां गर्भनिरोधक नहीं हैं। गर्भावस्था को रोकने के लिए इसका उपयोग नहीं किया जा सकता है। यदि आप इन्हें आकस्मिक रूप से लेन चाहती हैं, तो डॉक्टर से जरूर सलाह ले लें। डॉक्टर ही आपको बता सकते हैं कि आपको कब और कितने समय तक ये दवा लेनी चाहिए

क्या हो सकते हैं साइड इफेक्ट (period delay pills side effects)

ज्यादातर महिलाओं को पीरियड डिले गोलियों के कारण कोई नुकसान नहीं होता है। कुछ महिलाओं को इसे लेने के बाद मुंहासे, पीरियड के दौरान पिगमेंटेशन की समस्या हो सकती है। इसके कारण मूड स्विंग, सेक्सुअल डिजायर में कमी, ब्रेस्ट पेन या उल्टी जैसा लग सकता है। इनके अलावा कुछ दवाएं जब मेटाबोलाइज होती हैं, तो ब्लड क्लॉट में वृद्धि कर सकती हैं। हालांकि हर किसी को इसका अनुभव नहीं हो सकता है

पीरियड डिले वाली गोलियां लेने  से  पीरियड देरी से आ सकता है। चित्र : अडोबी स्टॉक

पीरियड डिले के नेचुरल उपाय (period delay naturally)

अगर आप पिल्स का प्रयोग नहीं करना चाहती हैं, तो कुछ नेचुरल उपाय आजमा सकती हैं। फाइटोएस्ट्रोजेन से भरपूर खाद्य पदार्थ खाने से हॉर्मोन में असंतुलन हो सकता है। इससे पीरियड डिले हो सकता (period delay pills) है। रास्पबेरी लीव्स (Raspberry leaves for period delay), लेंटिल को पानी में उबालकर सेवन करने से मासिक धर्म को 2-3 दिनों तक टाला जा सकता है। ये फाइटोएस्ट्रोजेन से भरपूर होते हैं। जिलेटिन भी पीरियड आने में देरी कर सकता है।

यह भी पढ़ें :- Vitamin D for sex : विटामिन डी का असंतुलित स्तर सेक्स ड्राइव को भी कर सकता है प्रभावित, जानिए कैसे

  • 125
लेखक के बारे में

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है।...और पढ़ें

पीरियड ट्रैकर

अपनी माहवारी को ट्रैक करें हेल्थशॉट्स, पीरियड ट्रैकर
के साथ।

ट्रैक करें
अगला लेख