मुझसे हमेशा कहा जाता था कि कभी भी अपनी योनि को साफ न करें और किसी भी प्रकार का साबुन अपनी योनि में न जाने दें। कुछ हद तक, यह समझ में आता है, क्योंकि यदि आप गलत उत्पादों का उपयोग करते हैं, तो यह हमें परेशानी में डाल सकता है।
योनि का साफ होना बेहद जरूरी है। अगर यह साफ नहीं हुई, तो आपको इससे यीस्ट इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ सकता है। योनि का बाहरी हिस्सा, जिसे असल में वल्वा कहा जाता है, उसे कैसे साफ-सुथरा रखना है, आइए एक एक्सपर्ट से जानते हैं।
सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण, बात जो हमे याद रखनी चाहिए वो यह कि योनी और वल्वा शरीर के अलग-अलग अंग हैं। उनके साथ अलग-अलग तरीके से ही व्यवहार किया जाना चाहिए। बैक्टीरिया और पुरानी कोशिकाओं को बाहर निकालने के लिए डिस्चार्ज का उपयोग करके योनि स्वयं-सफाई करती है। जबकि, वल्वा में गंदगी, पसीना और कचरा जमा हो सकता है। जिसे साफ करने की आवश्यकता होती है।
गायनकलॉजिस्ट और आर्केडी वीमेन हेल्थ केयर एंड फर्टिलिटी की डायरेक्टर डॉ पूजा दिवान कहती हैं, “जिस तरह से आपको वल्वा को धोना चाहिए वह आपके चेहरे या शरीर को साफ करने के तरीके से बिल्कुल अलग है, क्योंकि यह अत्यधिक संवेदनशील होता है। चलिए आपको ऐसे दो तरीके बताते है जिससे आपको अपने वल्वा की सफाई करनी चाहिए।”
वल्वा की सफाई करते समय, आप वजाइना और जांघ के बीच के एरिया और लेबिया से पसीने और कचरे को पोंछने के लिए अपने हाथों या वॉशक्लॉथ का उपयोग कर सकते हैं। सुनिश्चित करें कि आपके हाथ या वॉशक्लॉथ शरीर, चेहरे आदि पर इस्तेमाल न किए गए हों। और किसी भी तरह का साबुन न लगा हो।
यह ध्यान रखें कि आप जिस वॉशक्लॉथ का उपयोग आप अपने शरीर पर कर रहें है उसे अपने वल्वा को साफ करने के लिए इस्तेमाल न करें। नहाने के बाद सबसे अंतिम में अपने वल्वा को साफ करें ताकि ये सुनिश्चित हो सके कि वल्वा पर कोई भी अतिरिक्त उत्पाद न रह जाए।
कुछ लोग इसके लिए क्लींजर का उपयोग करना पसंद करते हैं। योनि को साफ करने के लिए कृत्रिम सुगंध या रसायनों वाले क्लीनर से बचने चाहिए। इससे योनी में जलन या यीस्ट या बैक्टीरियल वेजिनोसिस जैसे संक्रमण हो सकते हैं। क्लीन्ज़र का उपयोग करते समय, किसी सौम्य चीज़ का उपयोग करें, जैसे सेंसिटिव फोमिंग वॉश।
आप क्लींजर का उपयोग कपड़े के साथ या उसके बिना भी कर सकते हैं, और इस उत्पाद का उपयोग प्रतिदिन केवल एक बार तब करें जब आप शॉवर से रहें हो। वल्वा को साफ करना जरूरी है नहीं तो इसमें पसीना और कचरा जमा हो सकता है। लेकिन इसे ओवरवॉश न करें। आपको संक्रमण और यीस्ट के बाद भी इसे बार बार साफ करने की जरूरत नहीं है।
आपको कभी भी अपनी योनि के अंदर साबुन नहीं लगाना चाहिए, लेकिन योनी को धीरे से साफ़ करना एक अच्छा विचार है। आप या तो एक साफ गीले कपड़े और थोड़े से पानी का उपयोग कर सकते हैं, या कृत्रिम सुगंध या रसायनों के बिना एक सौम्य क्लींजर का विकल्प चुन सकते हैं। नहीं तो आपकी योनि का पीएच प्रभावित हो सकता है।
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