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Gynecological cancer : जानिए क्या है महिलाओं में होने वाला ये कैंसर, जो बढ़ा सकता है मृत्यु का जोखिम 

गायनेकोलॉजिकल कैंसर का खतरा दिन ब दिन बढ़ता ही जा रहा है और विश्व में एक बड़ी आबादी को अपनी चपेट में ले रहा है। केवल जागरूकता से ही इससे बचा जा सकता है।
सिस्ट तब विकसित होता है, जब इस क्षेत्र में कोशिकाएं अनियंत्रित तरीके से टूटती है और खुद को गुणा करती हैं। चित्र: शटरस्टॉक
टीम हेल्‍थ शॉट्स Updated: 20 Oct 2023, 09:29 am IST
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स्त्री रोग से जुड़े कैंसर एक महिला के सभी प्रोडक्टिव ऑर्गन से जुड़े कैंसर हैं। इसमें गर्भाशय, फैलोपियन ट्यूब, अंडाशय और योनि शामिल हैं। स्त्री रोग से संबंधी कैंसर के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल के जोखिम कारकों का विश्लेषण करने पर पता चलता है कि कैंसर में मोटापे की बड़ी भूमिका है।

गाइनेकोलॉजिकल कैंसर के जोखिम के कारक

जयश्री नागराज भस्गी, वरिष्ठ सलाहकार, प्रसूति एवं स्त्री रोग, फोर्टिस अस्पताल, रिचमंड रोड, बेंगलुरु के अनुसार, यहां जीवन शैली से जुड़ी ऐसी ही समस्याओं के बारे में बताया जो महिलाओं में स्त्री रोग संबंधी कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं:

1. मोटापा

साल 1975 से 2016 तक महिलाओं में मोटापा तीन गुना हो गया,  विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे नॉन कम्यूटेबल महामारी घोषित किया है। बेहतर उपचार के तौर-तरीकों की उपलब्धता के बावजूद हाई बॉडी मास इंडेक्स (BMI) स्त्री रोग से संबंधी कैंसर से मृत्यु दर में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। 

यह देखा गया है कि फैट, टिशूज़ में इन्फ्लेमेट्री इफेक्ट पैदा करता है, जिससे महिला मोटापे का शिकार हो सकती है। यह मोटापा कैंसर जीव विज्ञान और रोग को बढ़ावा देता है,  इस मोटापे के कारण उच्च रक्तचाप (high blood pressure), उच्च रक्त शर्करा (high blood sugar level), गुड कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम हो सकता है, जो चयापचय सिंड्रोम (metabolism syndrome) के घटक हैं जो कैंसर, विशेष रूप से गर्भाशय कैंसर से जुड़े हुए हैं।

2. धूम्रपान

धूम्रपान एक अन्य जोखिम कारक है जो स्त्री रोग संबंधी कैंसर के जोखिम को बढ़ाता है। धूम्रपान प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करता है। इसके परिणामस्वरूप और

तंबाकू के उप उत्पाद, जो एक रासायनिक कार्सिनोजेन के रूप में कार्य करता है, गर्भाशय ग्रीवा में एचपीवी (ह्यूमन पैपिलोमा वायरस) संक्रमण के लिए अतिसंवेदनशील हो जाता है।

3. उच्च जोखिम वाला यौन व्यवहार (एचआरएसबी)

कई यौन साथी, विवाह पूर्व यौन संबंध और असुरक्षित यौन संबंध जैसे खतरनाक आदत में लिप्त होते हैं,  जिससे एचआईवी और एचपीवी संक्रमण और जननांग में संक्रमण जैसे यौन संचारित रोगों से ग्रसित हो जाते हैं। स्त्री रोग संबंधी कैंसर में यह एक और जोखिम कारक है।

4. नशीले पदार्थों का सेवन  

कोकीन और शराब जैसे पदार्थ असुरक्षित यौन संबंध के लिए ज़िम्मेदार होते हैं।

स्त्री रोग संबंधी कैंसर के जोखिम को कैसे कम करें

जीवनशैली में ये बदलाव किए जा सकते हैं उनमें मोटापे को रोकना, एचआरएसबी, धूम्रपान से बचना और इस तरह इन कैंसर के कारकों को कम करना और बेहतर जीवन शैली पाना शामिल हैं।

1 मोटापे से बचने के लिए संतुलित खाएं

कई अन्य स्थितियों की तरह, आहार में संशोधन और व्यायाम से मोटापा रोका जा सकता है। मोटापे से छुटकारा पाने के लिए अपने दैनिक आहार में फलों और सब्जियों को शामिल करने से मदद मिलेगी क्योंकि उनमें उच्च पोषक तत्व के साथ फाइबर भी होते हैं। 

ये कम कैलोरी इनटेक के बावजूद पेट भरा हुआ महसूस कराते हैं। रिफाइंड खाद्य उत्पादों से बचना अच्छा है जो रक्त में ग्लूकोज के स्तर को तेजी से बढ़ाते हैं और एक आलसी व्यक्ति को मधुमेह और मोटापे का अधिक खतरा होता है।

कैंसर से बचाव के लिए एक्सरसाइज़ करें। चित्र: शटरस्टॉक

प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों से बचें जो कैलोरी से भरे होते हैं और शर्करा युक्त पेय, केक, कुकीज, आइसक्रीम आदि के माध्यम से चीनी की खपत को कम करते हैं। शुगरलेस ड्रिंक आपकी सेहत के लिए बेहतर हैं ऐसे में चीनी का सेवन सीमित करना चाहिए एक दिन में चार चम्मच से अधिक शुगर नहीं होना चाहिए। आर्टिफिशियल शुगर से बचना बेहतर है।

हेल्दी फैट जैसे अखरोट का तेल और जैतून का तेल बेहतर होता है और दैनिक कैलोरी का 20 से 35 प्रतिशत स्वस्थ वसा (healthy fat)होना चाहिए। संतृप्त वसा (trans fat)से बचना बेहतर है।

इस तरह का आहार खाने से समग्र स्वास्थ्य बेहतर रहता है और मोटापा कम होता है।

2 व्यायाम

अधिकांश राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दिशानिर्देश कहते हैं कि एक औसत वयस्क को प्रति सप्ताह कम से कम 150 मिनट की मध्यम तीव्रता (Medium strength) वाली शारीरिक गतिविधि (physical activity) करनी चाहिए। इसमें प्रति दिन 30 मिनट और सप्ताह में पांच दिन शामिल है।

30 से कम बीएमआई के साथ स्वस्थ वजन (healthy weight) बनाए रखने के लिए सबसे अच्छा व्यायाम ब्रिस्क वॉक है।

योग, ताई ची, ध्यान और संगीत आराम देने वाली गतिविधियां हैं, जो क्रोनिक स्ट्रेस हार्मोन को कम करती हैं और तनाव से होने वाले मोटापे को कंट्रोल कर वजन घटाने में मदद करती हैं।

3. नींद

8 घंटे की अच्छी नींद मोटापे की संभावना को कम करती है।

4. स्क्रीनिंग

पैप स्मीयर टेस्ट द्वारा सर्वाइकल कैंसर की नियमित जांच और एंटी एचपीवी वैक्सीन लेने की सलाह दी जाती है। एसटीडी और गर्भनिरोधक गोलियों को रोकने के लिए सेफ गर्भनिरोधक जैसे कंडोम के उपयोग की सलाह दी जाती है।

स्त्री रोग विशेषज्ञ द्वारा हर दो साल पर नियमित रूप से स्वयं की जांच करानी चाहिए. खासकर जब स्त्री रोग संबंधी कैंसर का पारिवारिक इतिहास हो।

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टीम हेल्‍थ शॉट्स

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