आप नियमित व्यायाम करती हैं और स्वस्थ भोजन करती हैं। फिर भी जब आप सप्ताह के अंत में अपना वजन चैक करती हैं, तो पिछले सप्ताह की तुलना में वजन में वृद्धि पाती हैं। आप भारी महसूस करती हैं और आपको अपने कपड़े भी थो़ड़े कसे हुए लगते हैं। क्या ऐसा आपके साथ भी हर महीने आपके मासिक चक्र के करीब होता है?
अगर आपका जवाब हां है, तो आप अकेली नहीं हैं। पीरियड्स के दौरान वाकई वजन बढ़ सकता है और काफी सामान्य है। महीने के उन 5 दर्दनाक दिनों के बीच ज्यादातर महिलाओं के वजन में वृद्धि होती है, लेकिन यह अस्थायी होता है।
मासिक धर्म चक्र के दौरान वजन में उतार-चढ़ाव ज्यादातर पानी प्रतिधारण के कारण होता है। यह हार्मोन- एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के कारण होता है, जो कि पीरियड से पहले तेजी से घटता है। इन हार्मोनों के स्तर में गिरावट आपके शरीर को बताती है कि मासिक धर्म शुरू होने का समय है।
ये दो हार्मोन इलेक्ट्रोलाइट्स संतुलन के प्रबंधन के लिए भी जिम्मेदार हैं और इसमें उतार-चढ़ाव ऊतकों को अधिक तरल पदार्थ जमा करने के लिए मजबूर करता है। जिसके परिणामस्वरूप पानी प्रतिधारण, या एडिमा होता है। वाटर रिटेंशन की प्रक्रिया से अक्सर आपके स्तनों और पेट में सूजन हो जाती है। तो, पीरीयड्स के दौरान वजन बढ़ना मूल रूप से पानी और फैट नहीं है। जैसे ही आप अपने 5 दिनों को पूरा कर लेती हैं, हार्मोन का स्तर सामान्य पर वापस आता है और वजन कम हो जाता है।
ये हार्मोन आपको फूला हुआ महसूस करवा सकते हैं। इसके चलते आपको अपने कपड़े भी टाइट महसूस हो सकते हैं।
तीसरी बात यह कि, पीरियड्स के दौरान अस्वस्थ्यकर और फैटनिंग फूड के लिए आपको अधिक क्रेविंग होती है। ज्यादातर समय महिलाएं अपनी क्रेविंग के चलते अधिक खाती हैं। ऐसा प्रोजेस्टेरोन के स्तर में गिरावट के कारण होता है, जो भूख उत्तेजक के रूप में कार्य करता है।
हाई शुगर या हाई फैट वाला फूड खाने से कैलोरी की मात्रा बढ़ सकती है। साथ ही शारीरिक गतिविधियों में कमी के चलते आपका आसानी से वजन बढ़ सकता है।
ज्यादातर महिलाओं का उनके पीरियड्स के दौरान 2 से 3 किलो वजन बढ़ सकता है। लेकिन यह वजन आमतौर पर पानी का वजन होता है और पीरियड्स का समय पूरा होने के बाद अतिरिक्त वजन अपने आप खत्म हो जाता है। यह परिवर्तन आमतौर पर मासिक चक्र से 3 से 4 दिन पहले दिखाई देने लगते हैं और उसके 2-3 दिन बाद गायब हो जाते हैं। पीरियड्स के दौरान देखे जाने वाले अन्य सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
पीरियड्स के दौरान पानी से वजन बढ़ने को लेकर चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। यह बिल्कुल सामान्य है। आपको सिर्फ अस्वास्थ्यकर, चीनी और वसा युक्त खाद्य पदार्थों से दूर रहने की आवश्यकता है। अस्वस्थ्यकर और अधिक खाने के कारण बढ़ने वाला वजन स्थायी होता है। जिसे कम कम करने के लिए आपको अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। यहां कुछ चीजें हैं जो आप पीरीयड्स के दौरान स्वस्थ रहने के लिए कर सकती हैं।
पूरे सप्ताह पर्याप्त पानी पिएं। यह शरीर में इलेक्ट्रोलाइट स्तर को बनाए रखने में मदद करेगा और आपके शरीर को तरल पदार्थों के संरक्षण से बचाएगा।
फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करने से कब्ज की समस्या को रोका जा सकता है, जो इस समय के दौरान होने वाली बेहद आम समस्या है। फाइबर आंत्र के सरल मूवमेंट में मदद करेगा और आपको ओवरईटिंग से बचाएगा।
इस दौरान बहुत अधिक नमक खाने से वाटर रिटेंशन बढ़ सकता है और आप अधिक फूला हुआ महसूस कर सकती हैं। इसलिए ज्यादा नमक के सेवन से बचें।
पीरियड के दौरान व्यायाम करना बिल्कुल ठीक है। यहां तक कि अगर आप कम प्रभाव वाले व्यायाम करना चुनते हैं, तो भी यह ठीक है। ऐसे में एक्सरसाइज स्किप न करें।