हर महिला के लिए फिजिकल हेल्थ के साथ इंटीमेट हेल्थ का ध्यान रखना भी है। अब जब बात इंटीमेट हेल्थ की आती है, तो हमने बचपन से कई मिथ के बारें में सुना होता है। जैसे कि पीरियड्स में आचार न खाना या कुछ खास चीजों को फॉलो नही करना आदि। लेकिन इन बातों की वजह सामने न आने पर ये सिर्फ कही गई बातें बनकर रह गई। पुरानी धारणाओं को मानना गलत नहीं, लेकिन जरूरी है कि आपको उनके पीछे की वजह पता हो। अपनी वेजाइनल हेल्थ के बारें में जानना सिर्फ जरूरत नही बल्कि हर लड़की का हक भी है। वेजाइनल हेल्थ से जुड़े कुछ खास मिथ्स के बारें में जानने के लिए हमने बात कि बिजनौर की ऑब्स्टेट्रिशियन और गायनेकोलॉजिस्ट डॉ नीरज शर्मा से। जिन्होनें इस विषय पर हमें खास जानकारी दी।
यहां जानिए वेजाइनल हेल्थ से जुड़े कुछ खास मिथ्स और उनकी सच्चाई
कई महिलाओं की इस बात को लेकर चिंता रहती है कि कहीं बच्चे के जन्म के बाद उनकी योनि टाइट तो नहीं हो जाएगी। डॉ नीरज शर्मा ने इस मिथ को नकारते हुए बताया कि बेबी डिलीवर होने के बाद योनि टाइट नही बल्कि ढीली हो पड़ जाती है। क्योंकि इस दौरान मसल्स खींचती है।
साथ ही उन्होंने बताया कि योनि की सबसे खास बात है कि यह न केवल प्रसव के दौरान बच्चे को जाने देने के लिए खिंचती है, बल्कि समय के साथ वापस अपने आकार में भी आ जाती है। अगर आपका आयरन लेवल कम है, या शरीर की इलास्टिसिटी में कमी है, तो लंबे समय तक ढीली रहने की संभावना हो सकती है।
एक्सपर्ट की सलाह के मुताबिक समस्या से बचने के लिए अपनी डाइट के साथ वेजाइनल हेल्थ पर ध्यान दें। इसके लिए खास तरह की एक्सरसाइज पर ध्यान दें।
यूरिनेट के बाद वेजाइना वॉश करना आपको कई तरह से खतरनाक इंफेक्शन से बचा सकता है। इससे बैक्टीरियल इंफेक्शन होने का खतरा नही होगा, साथ ही यूरिनेट के बाद आने वाली स्मेल की समस्या भी नही होगी।
इस मिथ पर सलाह देते हुए गायनेकोलॉजिस्ट डॉ नीरज कहती हैं कि यूरिनेट के बाद वेजाइना को पानी से क्लीन करना जरूरी है, लेकिन इसके साथ ही इसे गीला छोड़ने की गलती न करें। क्योंकि गीला छोड़ने पर खुलजी, स्मेल या फंगल इंफेक्शन होने का खतरा हो सकता है। इसलिए वेजाइना को वॉश करने के बाद टिशु यूज जरूर करें।
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आपने मार्केट में बिकने वाले योनि ऑयल के बारें में तो जरूर सुना होगा। जिसके साथ योनि को फ्रेश रखने और मॉइश्चराइज रखने का दावा किया जाता है। तो क्या सच में योनि को मॉइश्चराइज करना जरूरी होता है?
डॉ नीरज ने इस मिथ को गलत बताते हुए कहा कि योनि में अपनी नेचुरल मॉइश्चराइजिंग गुण पाएं जाते हैं। जिसके कारण इसे मॉइश्चराइज करने की आवश्यकता नही होती। इसके अलावा अगर किसी बीमारी या मेनोपॉज की समस्या के कारण ड्राईनेस की समस्या हो रही है। तो डॉक्टर की सलाह पर दवाई लेकर समाधान किया जा सकता है।
वास्तव में वेजाइना की अपनी नेचुरल स्मेल भी होती है, जो कई बार बहुत ज्यादा हो सकती है। वही कुछ समस्याओं में वेजाइना से स्मेल आने की भी परेशानी हो सकती है। लेकिन इससे इंफेक्शन का कोई सम्बन्ध नही है। एक्सपर्ट के मुताबिक कई ऐसे वेजाइनल इंफेक्शन भी होते हैं, जिनमें स्मेल नही आती है। इसलिए वेजाइना स्मेल को इंफेक्शन से जोड़ना सही नही है।
कई महिलाओं का मानना होता है कि वेजाइना को ठीक से साफ करने के लिए मार्केट में मौजूद महंगे प्रोडक्ट्स का ही इस्तेमाल करना चाहिए। इस मिथ को गलत बताते हुए डॉ नीरज ने कहा कि वेजाइनल हाइजीन के लिए मार्केट प्रोडक्ट का इस्तेमाल करना गलत नहीं है, लेकिन आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि ये प्रोडक्ट्स वेजाइना के पीएच लेवल से मेल खाते हों। क्योंकि पीएच लेवल अलग होने से आपको इंफेक्शन होने का खतरा बन सकता है।
वेजाइनल हाइजीन पर सलाह देते हुए डॉ नीरज कहती हैं, कि सिर्फ पानी से क्लीन करना भी वेजाइनल हेल्थ के लिए फायदेमंद होता है।
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