पीरियड साइकिल (Period cycle) यानि वो पांच दिन जब हमारे शरीर में कई तरह के हार्मोंनल बदलाव नज़र आते हैं। हम खुद को थका हुआ और पेट में क्रैम्प्स (Stomach cramps) के कारण परेशान महसूस करने लगते हैं। ऐसे में आस पास के लोगों की बातें, हमें कई बार बेहद कंफयूज़ कर देती हैं। कोई कहता है पीरियड्स में खट्टा नहीं खाना चाहिए, तो कोई कहता है कि बालों को धाने से बचें (Hair health and periods) । ऐसे न जाने कितने मिथ्स हैं, जो हमारे लिए चिंता का विषय बन जाते हैं।
दादी नानी के इन किस्सों में कितनी सच्चाई है। इस बारे में जानकारी लेने के लिए स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं सलाहकार डॉ रितु सेठी हमारे साथ है। डॉ रितु सेठी बताती हैं कि हमें बाकी चीजों के साथ साथ पीरियड्स के दौरान हाईजीन का भी पूरा ख्याल रखना चाहिए। आप सर्दियों में खासतौर से ठण्डे पानी की जगह हल्के गुनगुने पानी से नहाएं, ताकि आपको दर्द से थोड़ी राहत मिल सके।
डॉ रितु बताती हैं कि ऐसे समय में हमारी बॉडी से टेस्टोटेरोन हार्मोंन रिलीज़ होता है। जो बालों में सीबम के रिलीज को बढ़ाता है। इसके कारण बालों में चिपचिपाहट और चिकनाहट महसूस होने लगती है, जिसके चलते बालों में खुलजी और पसीना रहने लगता है। ऐसे में हमें बाल धोने की आवश्यकता महसूस होने लगती है।
ऐसा माना जाता है कि अगर आप पीरियड्स के दौरान बालों को धोती है, तो इसका प्रभाव फर्टिलिटी पर नज़र आने लगता है। ऐसा माना जाता है कि मासिक धर्म के दौरान बाल धोने वाली महिलाएं कन्सीव नहीं कर पाती हैं। वहीं इस बारे में डॉ रितु का कहना है कि इस वक्त बॉडी में कई हार्मोनल बदलाव होते हैं। इसके चलते कई लोगों को वॉमिटिंग, सिरदर्द और पेट दर्द की समस्या रहती है। ऐसे में शरीर थका हुआ महसूस करता है। इसके चलते सीधे शावर के नीचे खड़े होने से मना किया जाता है ताकि पीठ में अकड़ान और सिरदर्द की समस्या न बढ़े।
ऐसा माना जाता है कि अगर आप पीरियडस के दौरान सिर धोती है, तो इससे पीरियड्स में ब्लड फलो बढ़ जाता है। आपको बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होने लगती है। इससे आप कमज़ोरी महसूस करने लगती है। वहीं इस बारे में डॉ रितु बताती हैं कि ब्लड फ्लो बढ़ने के कई और कारण हो सकते हैं। जैसे मनोपॉज का नज़दीक होना या कुछ गर्म तासीर वाले खाद्य पदार्थों का सेवन आदि।
पीरियड्स को बालों की ग्रोथ से जोड़ना पूरी तरह से गलत है। डॉ रितु बताती है कि अगर आप हर रोज़ बाल धोती है, तो उसका प्रभाव बालों की ग्रोथ पर दिखने लगता है। बाल कमज़ोर होते हैं और झड़ने लगते हैं। इसके अलावा हेयर टीटमेंट भी इसका एक मुख्य कारण है। डॉ रितु कहती है कि पीरियड्स में बाल धोने का बाल झड्ने से कोई ताल्लुक नहीं है। इन दिनों में शरीर में होने वाली असहनीय दर्द के कारण केवल बाल धोने से मना किया जाता है।
ऐसा कहा जाता है कि पीरियड्स के दौरान नहाना उचित नहीं हैं। ऐसी मान्यता है कि उस दौरान नहाने से पीरियड इररैगुलर होने लगते है। जो पूरी तरह से गलत है। ऐसे समय में हैवी ब्लड फ्लो रहता है, जिससे खुद में हम काफी अनकंफर्टएबल महसूस करने लगते हैं। अब पर्सनल हाइजीन को बनाए रखने के लिए नहाना बहुत ज़रूरी है। डॉ रितु का माना है कि नहाने का पीरियड से कोई कनेक्शन नहीं हैं और नहाने से पीरियडस के प्रभावित होने वाली बात पूरी तरह से गलत है।
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