हेल्दी बॉन्डिंग के लिए सेक्सुअल रिलेशनशिप जरूरी है। कई बार पार्टनर के बीच इंटिमेट रिलेशन तो होता है, लेकिन वह हेल्दी नहीं होता। खाने-पीने और दूसरे कार्यों की जरूरत की तरह सेक्स को भी एक काम समझा जाता है। इसे किसी तरह निपटा लिया जाता है। अपने रिलेशन में आपको भी कई संकेत (signs of healthy sex life) मिल सकते हैं, जो हेल्दी सेक्सुअल रिलेशनशिप की पहचान हैं।
इरान जर्नल ऑफ़ नर्सिंग मिडवाइफ्री रिसर्च में प्रकाशित शोध बताते हैं कि सेक्सुअल सटिसफेकशन में सबसे बड़ी बाधा बनते हैं शरीर के आकार। बेली फैट के कारण यह हासिल नहीं हो पाता। इसके बारे में पार्टनर एक दूसरे से कह नहीं पाते हैं। इससे सेक्सुअल रिलेशनशिप के अनहेल्दी होने की सबसे अधिक संभावना होती है। साथ ही कंडोम का उपयोग भी बॉन्डिंग को मजबूत बनाता है। इससे अवांछित गर्भावस्था और सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज का खतरा नहीं रहता है। यौन संबंध को स्वस्थ बनाने के लिए किसी भी प्रकार की ज़बरदस्ती, यौन हमले, हिंसा से मुक्त होना होगा।
इन्टरनेशनल जर्नल ऑफ़ सेक्सुअल हेल्थ के अनुसार, हर कोई दूसरे के मन की बात नहीं जान सकता है। यदि आप अपने रिलेशन के बारे में कुछ जानना चाहती हैं या साथी से पूछना चाहती हैं, तो आपको झिझक नहीं होती है। किसी भी बात के बारे में सीखने और जवाब देने के लिए पार्टनर का खुला होना बेहद जरूरी है। यदि आपको अपनी सेक्स जरूरतों के बारे में पूछना-कहना कठिन लगता है, तो आपको अपने रिलेशन पर ध्यान देना होगा। हेल्दी सेक्सुअल रिलेशनशिप के लिए डर या झिझक का कोई स्थान नहीं होना चाहिए।
जर्नल ऑफ़ सायको सेक्सुअल हेल्थ के अनुसार, ज्यादातर लोग महसूस करते हैं कि सेक्स की इच्छा सहज उत्पन्न होती है। यह हमेशा जरूरी नहीं है। जब व्यस्तताएं बढ़ जाती हैं, तो ऐसा नहीं होता है। काम के बोझ के कारण सेक्स सेकेंड्री जरूरत हो जाती है। इसके लिए शेड्यूलिंग करनी पड़ती है। किसी ख़ास दिन या अवसर निकालना पड़ता है। यदि आप और आपके पार्टनर जिम्मेदारियों के बीच सेक्स की शेड्यूलिंग करते हैं, तो इसका मतलब है कि आपका सेक्सुअल रिलेशन हेल्दी है।
इन्टरनेशनल जर्नल ऑफ़ सेक्सुअल हेल्थ के अनुसार, आप सप्ताह या महीने में एक बार के सेक्स से भी संतुष्ट हो सकती हैं। अध्ययन बताते हैं, यदि आप सिर्फ गिनती के लिए या दवाब से इस काम में एंगेज हो रही हैं, तो यह हेल्दी नहीं है। किसी संख्या पर ध्यान केंद्रित करना यौन जीवन के लिए सही नहीं है।
अधिक सेक्स करने के लिए खुद पर दबाव डालने से यह संतुष्टि को कम करता है। नए स्थानों की यात्रा करने या डेट नाइट्स पर जाने के दौरान हुआ सेक्स अधिक सुखद हो सकता है।
जर्नल ऑफ़ सायको सेक्सुअल हेल्थ में प्रकाशित शोध के अनुसार, कभी कभार मन नहीं होने के बावजूद इस क्रिया में संलग्न हुआ जाता है। इसके पीछे यह तथ्य दिया जाता है कि पार्टनर पर दया आ गई। साथी को ठुकराना सही नहीं है। लेकिन दया भाव के कारण यदि कोई महिला सेक्स से जुडती है, तो यह सही नहीं है। इसके लिए दोनों पार्टनर का मन से तैयार होना जरूरी है। एक दूसरे के प्रति सम्मान और चाहत ही सेक्सुअल रिलेशन के मजबूत होने के संकेत हैं।
सेक्सुअल एंड रीप्रोडक्टिव हेल्थकेयर जर्नल के अनुसार, बात-बात पर दोनों के बीच झगडे हो रहे हैं, तर्क-वितर्क किया जा रहा है लेकिन बेड पर साथ हैं। यदि किसी के बीच ऐसा रिश्ता है, तो यह संकेत सही नहीं है। हेल्दी सेक्सुअल रिलेशन के लिए एक-दूसरे के साथ से ख़ुशी मिलनी जरूरी है।
शोध बताते हैं कि रिश्ते की संतुष्टि आकर्षण को बढ़ाती है। बेहतर सेक्स का मार्ग प्रशस्त करती है। इसलिए यदि दोनों पार्टनर को एक दूसरे का साथ अच्छा लगता है, तो इसका मतलब है कि सेक्सुअल लाइफ हेल्दी है।
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