Myths about bisexuality : अगर आपको भी लगता है कि बायसेक्सुअल अर्धनारीश्वर जैसे होते हैं, तो आज ही दूर कर लें ये 5 मिथ्स

यौन अभिरुचियां किसी का व्यक्तित्व या चरित्र तय नहीं करतीं। इसके बावजूद समाज के एक वर्ग को अपने आप को छुपा कर रखना पड़ता है। अगर आप भी बायसेक्सुअल टर्म को लेकर कन्फ्यूज हैं, तो यहां कुछ जरूरी तथ्य दिए गए हैं।
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बायसेक्सुअल लोगों से जुड़े कुछ आम मिथ। चित्र : शटरस्टॉक

अपनी यौन अभिरूचियों के कारण दुनिया का एक बहुत बड़ा वर्ग तनाव में रहता है। इस तनाव की वजह वह स्टिग्मा है जो समाज उन्हें देता है। सोशल कंडीशनिंग, टैबूज और अधूरा ज्ञान बहुत सारी भ्रामक अवधारणाओं को पोषित करते हैं। खासतौर से एलजीबीटीक्यू समुदाय के बारे में। बहुत सारे लोग अब भी न केवल इस समुदाय से अनजान हैं, बल्कि उनके बारे में सुनी-सुनाई जा रही गलत बातों पर भरोसा करता है। आइए जानते हैं बायसेक्सुअल (Myths about bisexuality) लोगों के बारे में प्रचलित ऐसी ही कुछ भ्रामक अवधारणाओं के बारे में।

यहां हैं बायसेक्सुअल लोगों से जुड़े 5 मिथ्स जो आपको आज ही दूर कर लेने चाहिए

1. बायसेक्सुअल लोगों को दूसरों से सिर्फ शारीरिक आकर्षण होता है

यह बायसेक्सुअल लोगों के बारे में सबसे ज्यादा प्रचलित धारणा है कि वे किसी भी जेंडर की तरफ सिर्फ शारीरिक तौर पर आकर्षित होते हैं। मगर ऐसा नहीं है, बायसेक्सुअल लोग शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक तौर पर दोनों जेंडर के साथ इन्वोल्व हो सकते हैं। ये सिर्फ फिजिकली ही नहीं, बल्कि हर तरह से दोनों जेंडर के प्रति आकर्षित हो सकते हैं।

2. बायसेक्सुअल लोग हमेशा थ्रीसम पसंद करते हैं

यह पूरी तरह से मिथ है कि बायसेक्सुअल लोगों एक साथ दो लोगों के साथ संभाेग (Threesome) करने में दिलचस्पी होती है। हालांकि, उनका आकर्षण दोनों जेंडर के प्रति हो सकता है, लेकिन उन्हें हर समय हर मौके पर दोनों जेंडर की आवश्यकता हो ये ज़रूरी नहीं है। वे किसी एक समय पर किसी एक जेंडर से ज़्यादा इन्वोल्व हो सकते हैं।

3. वे आधे पुरुषों और आधे स्त्रियों जैसे दिखते हैं

ज़्यादातर लोग जब बायसेक्सुअल लोगों को समझने की कोशिश करते हैं, तो उनके मन में अर्धनारीश्वर की कल्पना आने लगती है।

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अगर आपको भी लगता है कि बायसेक्सुअल अर्धनारीश्वर जैसे होते हैं, तो आज ही दूर कर लें ये 5 मिथ्स चित्र: शटरस्‍टॉक

उन्हें यह लगता है कि वे आधे पुरुष (Male) होते हैं और आधे स्त्री (Female)। मगर ऐसा नहीं है, बायसेक्सअल लोगों की सिर्फ पसंद दोनों जेंडर के प्रति हो सकती है। इसका उनके व्यक्तित्व और लुक से कोई संबंध नहीं होता। आप किसी को देखकर यह अंदाजा नहीं लगा सकते कि वह स्ट्रेट है या बायसेक्सुअल।

4. बायसेक्सुअल लोग हमेशा समलैंगिक व्यक्ति के साथ संबंध में होते हैं

यह भी एक सर्वाधित प्रचलित मिथ है। लोग मान लेते हैं कि जब आप अपने ही जेंडर के किसी व्यक्ति के साथ संबंध में होंगे, तभी आपको बायसेक्सुअल माना जाएगा। जबकि बहुत सारे बायसेक्सुअल स्त्री और पुरुष अपने अपॉजिट जेंडर के व्यक्ति के साथ एक अच्छे संबंध में होते हैं। कभी-कभी शादी के बहुत वर्ष के बाद कोई भी स्त्री या पुरुष अपनी इस यौन अभिरूचि को एक्सप्लोर कर पाता है।

5. बायसेक्सुअल लोग रियल नहीं होते

कई लोग बायसेक्सुअल लोगों को रियल नहीं मानते, क्योंकि उनका मानना होता है कि वे ट्रांसजेंडर लोगों जैसे दिखने और बोलचाल में अलग लगने वाले होने चाहिए। मगर ऐसा नहीं है। कई ट्रांसजेंडर लोग भी बायसेक्सुअल हो सकते हैं और कोई स्त्री या पुरूष भी। ये केवल एक यौ
न अभिरूचि है। इसका जेंडर से कोई संबंध नहीं है।

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लेखक के बारे में

प्रकृति में गंभीर और ख्‍यालों में आज़ाद। किताबें पढ़ने और कविता लिखने की शौकीन हूं और जीवन के प्रति सकारात्‍मक दृष्टिकोण रखती हूं। ...और पढ़ें

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