अपनी यौन अभिरूचियों के कारण दुनिया का एक बहुत बड़ा वर्ग तनाव में रहता है। इस तनाव की वजह वह स्टिग्मा है जो समाज उन्हें देता है। सोशल कंडीशनिंग, टैबूज और अधूरा ज्ञान बहुत सारी भ्रामक अवधारणाओं को पोषित करते हैं। खासतौर से एलजीबीटीक्यू समुदाय के बारे में। बहुत सारे लोग अब भी न केवल इस समुदाय से अनजान हैं, बल्कि उनके बारे में सुनी-सुनाई जा रही गलत बातों पर भरोसा करता है। आइए जानते हैं बायसेक्सुअल (Myths about bisexuality) लोगों के बारे में प्रचलित ऐसी ही कुछ भ्रामक अवधारणाओं के बारे में।
यह बायसेक्सुअल लोगों के बारे में सबसे ज्यादा प्रचलित धारणा है कि वे किसी भी जेंडर की तरफ सिर्फ शारीरिक तौर पर आकर्षित होते हैं। मगर ऐसा नहीं है, बायसेक्सुअल लोग शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक तौर पर दोनों जेंडर के साथ इन्वोल्व हो सकते हैं। ये सिर्फ फिजिकली ही नहीं, बल्कि हर तरह से दोनों जेंडर के प्रति आकर्षित हो सकते हैं।
यह पूरी तरह से मिथ है कि बायसेक्सुअल लोगों एक साथ दो लोगों के साथ संभाेग (Threesome) करने में दिलचस्पी होती है। हालांकि, उनका आकर्षण दोनों जेंडर के प्रति हो सकता है, लेकिन उन्हें हर समय हर मौके पर दोनों जेंडर की आवश्यकता हो ये ज़रूरी नहीं है। वे किसी एक समय पर किसी एक जेंडर से ज़्यादा इन्वोल्व हो सकते हैं।
ज़्यादातर लोग जब बायसेक्सुअल लोगों को समझने की कोशिश करते हैं, तो उनके मन में अर्धनारीश्वर की कल्पना आने लगती है।
उन्हें यह लगता है कि वे आधे पुरुष (Male) होते हैं और आधे स्त्री (Female)। मगर ऐसा नहीं है, बायसेक्सअल लोगों की सिर्फ पसंद दोनों जेंडर के प्रति हो सकती है। इसका उनके व्यक्तित्व और लुक से कोई संबंध नहीं होता। आप किसी को देखकर यह अंदाजा नहीं लगा सकते कि वह स्ट्रेट है या बायसेक्सुअल।
यह भी एक सर्वाधित प्रचलित मिथ है। लोग मान लेते हैं कि जब आप अपने ही जेंडर के किसी व्यक्ति के साथ संबंध में होंगे, तभी आपको बायसेक्सुअल माना जाएगा। जबकि बहुत सारे बायसेक्सुअल स्त्री और पुरुष अपने अपॉजिट जेंडर के व्यक्ति के साथ एक अच्छे संबंध में होते हैं। कभी-कभी शादी के बहुत वर्ष के बाद कोई भी स्त्री या पुरुष अपनी इस यौन अभिरूचि को एक्सप्लोर कर पाता है।
कई लोग बायसेक्सुअल लोगों को रियल नहीं मानते, क्योंकि उनका मानना होता है कि वे ट्रांसजेंडर लोगों जैसे दिखने और बोलचाल में अलग लगने वाले होने चाहिए। मगर ऐसा नहीं है। कई ट्रांसजेंडर लोग भी बायसेक्सुअल हो सकते हैं और कोई स्त्री या पुरूष भी। ये केवल एक यौ
न अभिरूचि है। इसका जेंडर से कोई संबंध नहीं है।
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