बारिश का मौसम खत्म होते ही अमरूद का सीजन शुरू हो जाता है। यह एक ऐसा फल है, जिसे देखते ही खाने को जी ललचाने लगता है। स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी यह काफी फायदेमंद है। कच्चे फल के अलावा, यह जेम, जेली, चटनी आदि के रूप में भी खाया जाता है और यह हर रूप में स्वास्थ्य लाभ देता है। पर क्या आप जानती हैं कि अमरूद आपकी और आपके पार्टनर की प्रजनन क्षमता में भी सुधार करता (Guava leaves for fertility) है। इसलिए अगर आप बेबी प्लान कर रहीं हैं, तो अपने आहार में अमरूद जरूर शामिल करें।
आपके पसंदीदा अमरूद में फीमेल ऑव्यूलेशन और फर्टिलिटी को बढ़ावा देने की क्षमता है। इसमें फाइबर के अलावा, फोलेट और विटामिन सी मौजूद होता है, जो फर्टिलिटी को बढ़ाता है। ऑब्जर्वेशनल स्टडी बताती है कि जिन महिलाओं ने ज्यादा डाइटरी फाइबर लिए, उनमें कम फाइबर लेने वाली महिलाओं की तुलना में प्रेगनेंसी के ज्यादा चांस देखे गए।
अमरूद के साथ-साथ अमरूद की पत्तियों से दुनिया भर के कई देशों में स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान किया जाता रहा है। यदि आप भी फर्टिलिटी बढ़ाना चाहती हैं या हेल्दी प्रेगनेंसी चाहती हैं, तो अपने आहार में अमरूद को जरूर शामिल करें। रिसर्च बताते हैं कि यह न सिर्फ आपके और आपके पार्टनर की फर्टिलिटी बढ़ाता है, बल्कि प्रेगनेंसी में भी इसे खाना लाभदायक है।
अमेरिका की नेशनल मेडिकल लाइब्रेरी पबमेड के अनुसार विस्टर रैट्स पर एक स्टडी की गई। चूहों को अमरूद की पत्तियों का सत्व खाने को दिया गया। कुछ दिनों के बाद मेल रैट्स का स्पर्म आउटपुट बढ़ा हुआ था। इसके आधार पर निष्कर्ष निकाला गया कि अमरूद की पत्तियों में मौजूद इथेनॉल के कारण ऐसा हुआ।
अक्सर प्रेगनेंसी के दौरान अमरूद न खाने की सलाह दी जाती है। इस बारे में न्यूट्रीशनिस्ट नीता वोहरा ने बताया कि कुछ फलों को गर्भावस्था के दौरान खाने के लिए मना किया जाता है। पर अमरूद उनमें से एक नहीं है।
पर ध्यान रखें कि प्रेगनेंसी के दौरान पका और बिना छिलके का अमरूद खाना चाहिए। कच्चे और सड़े अमरूद न खाएं। इससे डायरिया हो सकता है। ज्यादा मात्रा में अमरूद खाने से डिहाइड्रेशन होने की संभावना होती है। इसमें मौजूद फाइबर बावेल मूवमेंट ठीक करता है। इसमें विटामिन-सी भी भरपूर मात्रा में होता है, जो इम्युनिटी बढ़ाता है।
अमरूद में मौजूद मैग्नीशियम मसल्स और नर्व को रिलैक्स करता है। विटामिन-ए, सी, ई के अलावा पॉलीफेनोल्स और कैरोटीनोएड्स बैक्टीरियल इंफेक्शन और बीमारियों से बचाव करते हैं। फोलिक एसिड, कैल्शियम और विटामिन बी से भरपूर अमरूद गर्भ में पल रहे बच्चे के ब्रेन और बोंस डेवलपमेंट में मदद कर सकता है।
अमेरिका की नेशनल मेडिकल लाइब्रेरी पबमेड के अनुसार, दुनिया भर की ट्रेडिशनल पद्धतियों में अमरूद और अमरूद के पत्ते से डायबिटीज, कार्डियोवस्कुलर डिजीज, कैंसर और पैरासिटिक इंफेक्शंस का इलाज किया जाता है। पबमेड के अनुसार अमरूद और अमरूद के पत्तों में फिनॉलिक कंपाउंड पाया जाता है, जो ब्लड ग्लूकोज लेवल को रेगुलेट करता है।
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