क्या आप जानती हैं पीरियड्स से पहले (PMS) का सबसे आम लक्षण क्या होता है? वॉटर रिटेंशन यानी शरीर में पानी रिटेन होना। यही कारण है कि आपको पीरियड्स के दौरान अपने वजन में अचानक बढ़ोतरी नजर आती है। अच्छी खबर यह है कि यह बढ़ोतरी कुछ समय के लिए ही होती है। यह बढ़ा हुआ वजन आपके पीरियड्स खत्म होने के बाद ही कम हो जाता है। बुरी खबर यह है कि हर बार पीरियड्स में यह फिर बढ़ जाएगा।
पुणे के मदरहुड हॉस्पिटल की सलाहकार ऑब्सेटेट्रिशन और गाइनो डॉ स्वाति गायकवाड़ के अनुसार यह वजन बढ़ना बिल्कुल ही सामान्य है।
वह बताती हैं,
पीरियड्स के दौरान आपके पुराने वजन में आधे से दो किलो तक का फर्क आता है।
लेकिन सबसे पहले जरूरी है कि आप इस बढ़े हुए वजन के कारण को जानें-
डॉ गायकवाड़ पीरियड्स में वजन बढ़ने के चार मुख्य कारण बताती हैं
मेंस्ट्रुअल सायकिल पूरी तरह हॉर्मोन्स का ही खेल है। इस दौरान हमारे शरीर में जो भी बदलाव आते हैं, हम जो भी महसूस करते हैं, सब हॉर्मोन्स के ही कारण होता है। इसमें भी प्रोजेस्टेरोन प्रमुख हॉर्मोन है।
वह बताती हैं, “प्रोजेस्टेरोन ही आपके शरीर में ब्लोटिंग या वॉटर रिटेंशन के लिए जिम्मेदार है। यह शरीर में पानी भरे होने का कारण है, लेकिन यह फैट में कोई बढ़ोतरी नहीं करता।”
इसके अलावा एक और कारण जिससे वेट बढ़ता है, वह है इमोशनल ईटिंग। मूड स्विंग के कारण क्रेविंग होती है और आप फैट युक्त भोजन करती हैं। इससे आप अत्यधिक कैलोरी लेती हैं और वजन बढ़ता है। लेकिन यह वजन पीरियड्स खत्म होते ही कम नहीं होगा।
जैसे ही आपके पीरियड्स शुरू होते हैं, आप किसी भी एक्सरसाइज को अलविदा कह देती हैं। लेकिन क्यों? एक्सपर्ट्स का मानना है कि पीरियड्स में हल्का-फुल्का व्यायाम ब्लोटिंग को दूर रखता है और आपका फ्लो भी सुधारता है।
और यह तो आप भी जानती होंगी कि अधिक कैलोरी लेने और एक्सरसाइज ना करने से आप वजन बढ़ा रही हैं।
“प्रोजेस्टेरोन और अन्य हॉर्मोन्स के कारण आपका पेट रिलैक्स हो जाता है। इसके कारण पाचन धीरे होता है। जब पाचन धीरे-धीरे होता है, तो पेट में गैस बनती है और कई बार कब्ज की भी शिकायत होती है। यही कारण है कि पीरियड्स में वजन में अंतर नजर आता है”, बताती हैं डॉ गायकवाड़।
मैग्नीशियम शरीर के लिए बहुत जरूरी है क्योंकि यह शरीर में पानी के स्तर को नियंत्रित करता है। अगर शरीर में मैग्नीशियम की कमी होगी तो आपको मीठा खाने की क्रेविंग होगी। यही नहीं मैग्नीशियम की कमी के कारण शरीर में पानी की कमी होगी जिसके कारण आप को बार बार भूख लगेगी।
और आप ओवर ईटिंग करेंगी जिससे अंततः वजन बढ़ेगा।
डॉ गायकवाड़ बताती हैं, “हालांकि इसमें चिंता करने वाली कोई बात नहीं है, क्योंकि यह बढ़ा हुआ वजन ज्यादा से ज्यादा एक हफ्ते रहेगा। पीरियड्स खत्म होते ही ब्लोटिंग भी खत्म हो जाएगी। लेकिन अगर आपने ओवर ईटिंग की है तो फैट रहेगा जो आपके वजन को बढ़ाएगा।”
1. अधिक से अधिक फाइबर खाएं और खूब सारा पानी पिएं। पीरियड्स के दौरान अपनी डाइट से नमक, फैट और कार्बोहाइड्रेट कम कर दें। प्रोटीन और विटामिन में भरपूर डाइट लें।
2. एक्सरसाइज करना न रोकें। “आप इतना ऊर्जावान नहीं महसूस कर रही हैं, तो आप व्यायाम में बदलाव कर सकती हैं, जो एक्सरसाइज आराम से हो जाएं उन्हें ही चुनें।”, वह सुझाती हैं।
तो इन तरीकों को अपनाएं और पीरियड्स का असर अपने वजन पर परमानेंट ना पड़ने दें।
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