आजकल जी स्पॉट से जुड़ी कई सारी बातें सुनने को मिल रही हैं। कुछ लोग इसे सच मानते हैं, तो कुछ लोगों को लगता है कि जी सपोर्ट जैसा कुछ नहीं होता। परंतु किए गए कई रिसर्च में वैज्ञानिक रूप से जी स्पॉट (Grafenberg spot) को वेजाइनल ऑर्गेज्म प्राप्त करने का एक जरिया माना गया है। इसकी मदद से महिलाएं आसानी से ऑर्गेजम तक पहुंच पाती हैं। यदि सेक्स के दौरान आपका पार्टनर जी स्पॉट (G spot) को ढूंढ लेता है तो आपको ऑर्गेज्म तक पहुंचने में काफी आसानी होती है।
कई महिलाओं ने जी स्पॉट से जुड़े कई महत्वपूर्ण सवाल पूछें हैं। किसी ने पूछा कि जी स्पॉट को कैसे ढूंढना है? तो किसी ने पार्टनर के साथ सेक्स करते हुए जी स्पॉट तक पहुंचने के तरीके जानने की इच्छा जताई। इन सभी सवालों को ध्यान में रखते हुए आज हेल्थ शॉट्स आपके लिए लेकर आया है, जी स्पॉट से जुड़ी कुछ जरूरी जानकारियां। साथ ही जानेंगे क्या है, जी स्पॉट तक पहुंचने का सही तरीका।
जी स्पॉट (G spot) वेजाइना का एक हिस्सा है जिसे महिलाओं के सेक्सुअल प्लेजर के लिए जाना जाता है। वेजाइना के ऊपरी वॉल के पीछे के हिस्से में जी स्पॉट स्थापित होता है। वहीं जब इसे उत्तेजित करते हैं तो इसका साइज बड़ा हो जाता है और ऑर्गेज्म प्राप्त करने में मदद मिलती है।
जी स्पॉट सेक्स के दौरान महिलाओं को वेजाइनल ऑर्गेजम प्राप्त करने में मदद करता है। ज्यादातर लोगों के लिए जी स्पॉट को ढूंढ पाना मुश्किल हो जाता है। जिस वजह से ऑर्गेज्म प्राप्त करने में परेशानी आती है। वहीं एक रिसर्च की मानें तो जी स्पॉट क्लिटोरी नेटवर्क का एक हिस्सा है, जब आप जी स्पॉट को उत्तेजित करती हैं, तो क्लिटोरी खुद ब खुद उत्तेजित होती है।
कई लोग जी स्पॉट को नहीं मानते हैं, परंतु द जर्नल ऑफ सेक्सुअल मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार जी स्पॉट महिलाओं को ऑर्गेज्म प्राप्त करने में मदद करता है।
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ज्यादातर केस में पार्टनर के साथ सेक्स करते वक़्त जी स्पॉट को ढूंढना थोड़ा मुश्किल होता है। वहीं सेल्फ प्लेजर के वक़्त इसे ढूंढना ज्यादा आसान होता है। अपने शरीर को हम जितना खुद एक्सप्लोर कर सकते हैं उतना कोई और नहीं कर सकता। ऐसे में रिलैक्स होकर वेजाइना को फैलाते हुए अपनी उंगलियों या फिर सेक्स टॉय की मदद से वेजाइना के अंदर अपने ट्रिगर पॉइंट को ढूंढ सकती हैं। हमेशा वेजाइना के ऊपरी वॉल में इसे ढूंढे क्योंकि यह क्लिटोरी का कनेक्टिव नेटवर्क होता है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा 2016 में किए गए एक रिव्यु के अनुसार ऑर्गेज्म प्राप्त करने का कोई एक तरीका नहीं है। कई महिलाएं क्लिटोरी तो कई महिलाएं जी स्पॉट से ऑर्गेज्म प्राप्त करती हैं। वहीं कई बार निप्पल की माध्यम से भी महिलाओं को ऑर्गेज्म प्राप्त करने में आसानी होती है। ऐसा बिल्कुल भी जरूरी नहीं है कि आप ऑर्गेज्म केवल जी स्पॉट के माध्यम से ही प्राप्त कर सकती हैं। हां, परंतु यह भी सच है कि जी स्पॉट भी महिलाओं के ऑर्गेज्म प्राप्त करने का एक तरीका है।
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यदि आप पार्टनर के साथ सेक्स करते वक़्त जी स्पॉट तक पहुंचना चाहती हैं तो इसके लिए आप इन तीन तरह के सेक्स पोजीशन ट्राई कर सकती है।
काउगर्ल सेक्स पोजीशन में पार्टनर आपके नीचे होता है और आप उनके ऊपर बैठकर ऑर्गेज्म प्राप्त कर सकती हैं। इस पोजीशन में आप अपने शरीर को अपने अनुसार कंट्रोल करती हैं। ऐसे में आप अपने अनुसार पेनिस को कंट्रोल कर रही होती हैं, जहां पेनिट्रेशन के एंगल को अपने अनुसार रख सकती हैं ऐसे में आपको जी स्पॉट तक पहुंचने में आसानी होती है।
ऐसे में जरूरी नहीं है कि आपको ऊपर नीचे करना है आप चाहें तो आगे पीछे करते हुए भी जी स्पॉट को उत्तेजित कर सकती हैं।
आमतौर पर लोग मिशनरी पोजिशन में सेक्स करते हैं। इस दौरान आप बिना डीप पेनिट्रेशन के काफी आनंद उठा सकती हैं। इसके लिए फीमेल पार्टनर को अपने पैरों को सीधा रखना होता है। यदि क्लोज्ड पोजीशन में इंटरकोर्स करने में परेशानी होती है, तो आप पहले पैरों को फैलाकर इंटरकोर्स कर लें फिर पैरों को सीधा कर लें। इस पोजीशन में जी स्पॉट को फ्रिंक्शन करना आसान हो जाता है। और आप आसानी से ऑर्गेज्म तक पहुंच पाती हैं।
डीप पेनिट्रेशन के लिए डॉगी स्टाइल एक बेहतरीन पोजीशन हो सकती है। इस दौरान आप एंगल बदल कर पार्टनर को जी स्पॉट तक पहुंचने में मदद कर सकती हैं। अपने हाथ और घुटनों पर खड़ी हो जाएं और पार्टनर को पीछे की ओर से पेनिट्रेट करने दें। फिर अपने अनुसार एंगल बदल कर देखें की जी स्पॉट कहा हैं। जब एक बार आप जी स्पॉट ढूंढ लें, तो फ्रिक्शन की गति को सुविधा अनुसार रख सकती हैं।
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