आप सभी ने शिलाजीत का नाम जरूर सुना होगा, परंतु हम में से ज्यादातर लोग इसे केवल सेक्सुअल डिजायर से जोड़कर देखते हैं। ऐसा नहीं है, शिलाजीत एक ऐसा पदार्थ है जिसे आयुर्वेद में सालों से इसके चिकित्सीय गुणों के लिए प्रयोग किया जाता रहा है। ये सेक्सुअल डिजायर को बढ़ाने के साथ ही हमारी सेहत के लिए कई अन्य रूपों में भी फायदेमंद होता है। यह दिल से जुड़ी समस्याओं से लेकर पाचन शक्ति को बेहतर बनाने तक में बेहद प्रभावी हो सकता है। आज हेल्थ शॉट्स आपके लिए लेकर आया है शिलाजीत के महत्वपूर्ण फायदे (shilajit benefits)।
शिलाजीत आयुर्वेदिक चिकित्सा में एक पूरक के रूप में इस्तेमाल होता चला आ रहा है। इसमें एंटीऑक्सिडेंट की भरपूर मात्रा मौजूद होती हैं। वहीं यह विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं का एक उचित समाधान है। शिलाजीत आमतौर पर पहाड़ी इलाकों में पाया जाता है साथ ही अफगानिस्तान, काराकोरम, गिलगित-बाल्टिस्तान, पाकिस्तान, नेपाल, भूटान, रूस, मध्य एशिया, ईरान में पाए जाते हैं। मंगोलिया और पेरू के दक्षिण में इसे एंडियन शिलाजीत भी कहा जाता है।
शिलाजीत आमतौर पर पाउडर या तरल रूप में बाजार में उपलब्ध होता है। तरल रूप आमतौर पर पानी या दूध में घुल जाता है। इसकी कितनी मात्रा लेनी है यह आपके शरीर पर निर्भर करता है। इसलिए यह जरूरी है कि आप डॉक्टर से परामर्श के बाद ही इसका सेवन शुरू करें। वे आपको इसकी निर्धारित मात्रा के बारे में बताएंगे।
इसके पाउडर को आमतौर पर लोग दूध के साथ लेते हैं। जबकि बाजार में शिलाजीत से निर्मित कैप्सूल भी मिलते हैं। हालांकि इनका बाज़ार इतना ज्यादा बढ़ चुका कि कई बार केमिकल आधारित दवाओं को भी शिलाजीत के नाम से बेचा जाता है। कई लोगों को शिलाजीत से एलर्जी होती है। ऐसे में इसके सेवन से बचने का प्रयास करें।
शरीर में आयरन की कमी एनीमिया के प्रमुख कारणों में से एक होती हैं। यदि आपके रक्त में पर्याप्त हीमोग्लोबिन नहीं है तो आप एनीमिया से पीड़ित हो सकती हैं। यह थकान, सिरदर्द, कमजोरी और अनियमित दिल की धड़कन का कारण बनता है। इस स्थिति में शिलाजीत आपकी मदद कर सकता है। यह आयरन और ह्यूमिक एसिड से भरपूर होता है, जो आपके खून में आयरन के स्तर को बनाये रखता है।
पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने के लिए शिलाजीत का इस्तेमाल कई वर्षों से होता चला रहा है। जो पुरुष शिलाजीत का सेवन करते हैं उनमें शुक्राणुओं (Sperm) की संख्या और शुक्राणुओं की गतिशीलता अधिक होती है। ये दोनों कारक आपके स्पर्म की फर्टिलिटी को निर्धारित करते है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार 45 से 55 वर्ष की आयु के पुरुषों को लगातार 90 दिनों तक शिलाजीत दिया गया। एक अवधि के बाद उनमें कुल टेस्टोस्टेरोन का स्तर काफी बढ़ गया था।
शिलाजीत में पाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के कंपाउंड आपके मस्तिष्क की कार्यक्षमता में सुधार करते हैं। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ अल्जाइमर डिजीज में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, शिलाजीत उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा कर देता है इस प्रकार यह आपके ब्रेन को भी लंबे समय तक जवां रखता है। शिलाजीत के घटक अल्जाइमर जैसी संज्ञानात्मक समस्याओं के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें : ब्लड प्रेशर रेगुलेट करने से लेकर वेट लॉस तक सेहत के लिए इन 7 तरह से फायदेमंद हो सकता है नींबू पानी
शिलाजीत मस्तिष्क में डोपामाइन के स्राव को बढ़ा देता है जिससे चिंता और तनाव के स्तर को कम करने में मदद मिलती है। शिलाजीत का आपके शरीर पर शांत प्रभाव पड़ता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार शिलाजीत पोटेशियम और मैग्नीशियम का एक अच्छा स्रोत है। ये कंपाउंड आपकी मांसपेशियों को आराम पहुंचाते हैं, जिसमें आपका दिल भी शामिल है। यह प्रभाव तनाव के स्तर को कम करने में मदद करता है।
शिलाजीत के सेवन से बढ़ती उम्र के साथ नजर आने वाले प्रभाव कम हो जाते हैं साथ ही यह समय से पहले आपको प्रभावित नहीं करते। शिलाजीत में फुल्विक एसिड नामक एक महत्वपूर्ण कंपाउंड मौजूद होता है जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं और यह एक एंटीऑक्सिडेंट के रूप में कार्य करता है।
इस प्रकार, यह आपके शरीर में सेल डैमेज होने से रोकता है और आपके शरीर में फ्री रेडिकल्स के उत्पादन को भी कम कर देता है। यह दोनों फैक्टर समय से पहले उम्र बढ़ने का कारण बनते हैं।
शिलाजीत को हृदय स्वास्थ्य के लिए बेहद कारगर माना जाता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार शिलाजीत में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट ग्लूटाथियोन के स्तर को बढ़ाता है। यह आपके दिल के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है। इसके अलावा, ह्यूमिक एसिड ब्लड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है, जिससे स्ट्रोक की संभावना कम हो जाती है।
शिलाजीत आपकी आंतों के सूजन को कम करता है और ऑक्सीडेटिव तनाव जैसी समस्याओं से बचाव कर सकता है। इसमें बेंजोइक एसिड मौजूद होते हैं, जिसमें एंटीबैक्टीरियल गुण पाया जाता है। यह आंत के संक्रमण और आंतों की अन्य समस्याओं को रोकने में मदद कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें : शुगर ही नहीं, वजन बढ़ने का भी कारण बन सकती है आइसक्रीम, जानिए इसके 6 साइड इफैक्ट