फोर प्ले से लेकर ऑर्गेज्म तक जानिए क्लिटोरिस आपके लिए क्या-क्या कर सकता है
हेल्दी सेक्स लाइफ आपके जीवन में बहुत कुछ कर सकती है। यह न सिर्फ आपका मूड बूस्ट करती है, बल्कि अपने पार्टनर के साथ आपके संबंध को भी और मजबूत बनाती है। पर अकसर महिलाओं का अनुभव सेक्स के मामले में अलग रहता है। कई बार झिझक, संकोच तो कई बार जागरुकता की कमी के चलते संभोग का पूरा आनंद नहीं ले पातीं। अगर आपको भी ऑर्गेज़्म तक पहुंचना मुश्किल लगता है, तो जानिए अपने इंटीमेट एरिया के उस हिस्से के बारे में जो फोर प्ले से लेकर ऑर्गेज़्म तक की यात्रा को आसान बनाता है। जी हां, हम क्लिटोरिस की बात कर रहे हैं।
पहले समझिए क्या है क्लिटोरिस
औरतों के इस सेक्स ऑर्गन को ‘फ़ीमेल पेनिस’ भी कहां जाता हैं। अक्सर ऐसा माना जाता हैं कि सेक्स के दौरान ऑर्गैज़म (orgasm) का अनुभव करने के लिए महिला का जी-स्पॉट (G-spot) जिम्मेदार हैं। लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं हैं। आपको सेक्स के समय ऑर्गैज़म आपकी क्लिटोरिस (clitoris) की वजह से महसूस होता हैं।
ब्रिटिश न्यूज वेबसाइट डेली मेल के मुताबिक, अगर सेक्स के दौरान महिलाओं के क्लिटॉरिस में अच्छी तरह से उत्तेजना पैदा की जाए, तो हर महिला ऑर्गेज्म के सुख को प्राप्त कर पाएगी। जानिए सेक्स में क्या भूमिका निभाता हैं आपका क्लिटोरिस।
सेक्स में क्लिटॉरिस की भूमिका
क्लिटोरिस महिला के सेक्स ऑर्गन का हिस्सा है। यह मटर के समान छोटा होता हैं। यह योनि और यूरेथ्रा (urethra) के ऊपर स्थित होता है। यूरेथ्रा वह ट्यूब है जो आपके शरीर से पेशाब को बाहर निकालती है। कामोत्तेजना के लिए क्लिटोरिस महत्वपूर्ण है।
यह स्पर्श के प्रति भी काफी संवेदनशील होता है। उत्तेजित होने पर इसका आकार बड़ा हो सकता है। महिलाओं में यह ऑर्गैज़म की मुख्य भूमिका निभाता हैं। अमेरिका में इस ओर हुए रिसर्च के मुताबिक, अगर किसी महिला के साथ ऑर्गेज्म को लेकर समस्या है तो इसके पीछे क्लिटोरिस का छोटा होना या वेजाइना से क्लिटोरिस की दूरी का ज्यादा होना कारण हो सकता हैं।
क्या पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग है उत्तेजना का केंद्र?
कुछ मायनों में, क्लिटोरिस की तुलना पुरुषों के पेनिस से की जा सकती है। हालांकि पेनिस की तरह क्लिटोरिस प्रजनन में प्रत्यक्ष भूमिका नहीं निभाता हैं। कुछ लोगों में, यौन क्रिया के दौरान यह थोड़ा बढ़ जाता है या उत्तेजित हो जाता है। जब ऐसा होता है तो यह और भी संवेदनशील हो जाता है।
कुछ महिलाएं केवल प्रवेश के दौरान ऑर्गैज़म नहीं कर सकती हैं। इन लोगों को संभोग सुख प्राप्त करने के लिए क्लिटोरिस को उत्तेजित करने की आवश्यकता होती हैं। जिन महिलाओं को प्रवेश के दौरान एक संभोग सुख प्राप्त हो सकता है, वे क्लिटोरिस की उत्तेजना के साथ अधिक ऑर्गैज़म का अनुभव प्राप्त कर सकती हैं। कई लोगों को ऑर्गेज्म पाने के लिए क्लिटोरल स्टिमुलेशन (clitoral stimulation) की जरूरत होती है।
क्लिटोरिस संबंधी स्वास्थ्य स्थितियां
अधिकांश अंगों की तरह, ऐसी स्वास्थ्य स्थितियां हैं जो आपके क्लिटोरिस को प्रभावित कर सकती हैं। कुछ ऐसी ही आम परेशानियों में शामिल हैं:
- सेक्स से दर्द
- हस्तमैथुन से दर्द
- साबुन, क्लींजर या लोशन की प्रतिक्रिया के कारण होने वाली खुजली
- चोट से दर्द
- यौन संबंधित संक्रमण
- वल्वर कैंसर (vulvar cancer) से दर्द या खुजली
- लंबे पिरियड्स के बाद योनि में दर्द
इसकी अधिकांश स्थितियों का इलाज किया जा सकता है। इसके लिए आप एक डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं। डॉक्टर संक्रमण का इलाज करने के लिए एंटीबायोटिक्स या जलन को शांत करने के लिए क्रीम सुझा सकता है।
चलते-चलते
महिलाओं में ऑर्गैज़म के लिए क्लिटोरिस महत्वपूर्ण है। कई महिलाओं को क्लिटोरिस की उत्तेजना के बिना ओर्गास्म नहीं हो सकता है।
कुछ स्वास्थ्य स्थितियां क्लिटोरिस को प्रभावित कर सकती हैं। इसमें चोट, संक्रमण, या साबुन और अन्य रसायनों के प्रति ऐलर्जी के कारण दर्द और खुजली शामिल है। अधिकांश का इलाज आसानी से किया जा सकता है। यदि आपके क्लिटोरिस के पास या उस पर गांठ है, तो जल्दी डॉक्टर से मिलें। यह किसी अन्य गंभीर स्थिति का संकेत हो सकता हैं।
तो लेडीज, अपने सेक्स लाइफ को इन्जॉय करने के लिए अपनी क्लिटोरिस का ख्याल रखें और उसे यौन संबंध के समय इस्तेमाल करे।
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