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क्या आपको भी बार-बार पेशाब आता है? ये हो सकता इन स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का संकेत

अगर आप दिन भर में आठ बार या उससे भी ज्यादा वॉशरूम जाती हैं, तो आपको अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरूरत है
कभी भी पेशाब नहीं रोकनी चाहिए। चित्र: शटरस्‍टॉक
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आपके शरीर के हर हिस्से का अपना एक अलग कार्य होता है। और शरीर के स्वस्थ रहने के लिए इन दैनिक कार्यों का सुचारू रूप से चलना बेहद ज़रूरी है। मल त्याग करना और पेशाब जाना इन्हीं कार्यों में से एक हैं। इसके अलावा, जैसे ज्यादा मल त्याग करना दस्त का संकेत है, ठीक उसी तरह बार-बार पेशाब जाना भी किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का लक्षण हो सकता है। आइए जानते हैं इसके बारे में और विस्तार से।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ

एक्सपर्ट्स के मुताबिक एक नॉर्मल इंसान दिन में 4 से 7 बार पेशाब के लिए जाता है। अगर आप 24 घंटे में 8 से ज्यादा बार पेशाब करने जाती हैं, तो यह एक गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है।

बार-बार पेशाब आना आपके डेली रुटीन को प्रभावित कर सकता है। साथ ही, आपकी स्लीप साइकिल में भी बाधा उत्पन्न करता है। इसलिए, इससे जुडी समस्याओं का पता लगाना बेहद ज़रूरी है। तो, चलिए पता करते हैं –

बार – बार पेशाब आना किसी बीमारी का लक्षण हो सकता है। चित्र : शटरस्‍टॉक

क्यों आता है बार-बार पेशाब (Frequent Urination)

बार-बार पेशाब आना सामान्य से अधिक पेशाब करने की आवश्यकता महसूस होना है। आपको यह अचानक महसूस हो सकता है और आप अपने मूत्राशय पर नियंत्रण खो सकती हैं। यह ओवरएक्टिव ब्लैडर (Overactive bladder) के रूप में भी जाना जाता है और इससे आपको भारी असहजता महसूस हो सकती है।

यह कई बीमारियों का लक्षण भी हो सकता है जैसे

प्रोस्टेट ग्लैंड का बढ़ना
किडनी में स्टोन की समस्या
मूत्रमार्ग में इन्फेक्शन (Urinary Tract Infection)
डायबिटीज
अतिसक्रिय ब्लैडर (Overactive bladder)

इसके अलावा, गर्भवती महिलाएं या जिन महिलाओं की पेल्विक मांसपेशियां कमजोर हैं, वह भी बार – बार पेशाब करने की समस्या से जूझ सकती हैं। जो लोग ज्यादा कैफीन या शराब का सेवन करते हैं, उन्हें भी यह टेंडेंसी बन जाती है। परंतु, किसी भी स्थिति में बार-बार पेशाब जाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।

अगर आपको भी बार – बार पेशाब जाना पड़ता है, तो इसके संकेतों को समझें और तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।

अल्कोहल कि मात्रा सीमित करें. चित्र : शटरस्टॉक

इसके अलावा जीवनशैली में कुछ बदलावों से भी इस समस्या में सुधार किया जा सकता है

1. सोने से पहले तरल पदार्थ पीने से परहेज करें और अल्कोहल और कैफीन की मात्रा को सीमित करें।

2. अपने श्रोणि तल में ताकत बढ़ाने के लिए व्यायाम करें, खासतौर से कीगल एक्सरसाइज (Kegel exercises)।

3. लीक से बचने के लिए पैड का इस्तेमाल कर सकती हैं।

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ऐश्‍वर्या कुलश्रेष्‍ठ

प्रकृति में गंभीर और ख्‍यालों में आज़ाद। किताबें पढ़ने और कविता लिखने की शौकीन हूं और जीवन के प्रति सकारात्‍मक दृष्टिकोण रखती हूं। ...और पढ़ें

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