ब्लैडर शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, यह आपके पेट के निचले हिस्से में स्थित होता है, और यूरिन को स्टोर करता है। धीरे-धीरे जब ब्लैडर में यूरिन बढ़ता है, तो उसके मसल्स रिलैक्स हो जाते हैं और एक्सपैंड कर जाते हैं। वहीं जैसे ही यूरिन बाहर निकलता है, तो ब्लैडर मसल्स सिकुड़ जाते हैं। ब्लैडर यूरिन स्टोर करता है, इसलिए इसमें इन्फेक्शन का खतरा भी अधिक होता है।
वहीं महिलाओं में ब्लैडर इनफेक्शन अधिक आम है। कई ममहिलाओं को ब्लैडर में दर्द का अनुभव होता है, और वे शुरुआत मैं इसे नजरअंदाज कर देती है जिसके वजह से समस्या अधिक गंभीर हो सकती है। ऐसे में यह समझना बहुत जरूरी है, कि आखिर यह दर्द क्यों होते हैं, साथ ही इसे अवॉयड करने के लिए ब्लैडर हेल्थ को किस तरह मेंटेन रखना है।
हेल्थशॉट्स ने इस बारे में भोपाल मेडिकल कॉलेज के गाइनेकोलॉजिस्ट, डॉक्टर केके त्रिपाठी से बात की। उन्होंने ब्लैडर (Bladder health) पेन के कारण पर बात करते हुए, इसकी सेहत को बनाए रखने के कुछ प्रभावी उपाय सुझाए हैं। तो चलिए जानते हैं आखिर किस तरह मेंटेन रख सकते है ब्लैडर हेल्थ।
यूरिनरी ट्रैक इन्फेक्शन
इंटेस्टाइनल सिस्टाइटिस
कैफ़ीन ओवरडोज
ब्लैडर कैंसर
डायबिटीज
ब्लैडर इंजरी
कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ
एलर्जी
मेनोपॉज
ब्लैडर मसल्स की कमजोरी
ब्लैडर की सेहत को बनाए रखने के लिए सबसे जरूरी है, आवश्यकता अनुसार पानी पीना। पूरे दिन में कम से कम 6 से 8 गिलास पानी जरूर पिएं। नियमित पानी का सेवन ब्लैडर में जमें बैक्टीरिया को फ्लश करता है और यह ब्लैडर इन्फेक्शन से बचाव में मदद करता है। नहीं यदि आपको हर एक घंटे पर यूरिन पास करने की इच्छा होती है, तो इसका मतलब है आप अधिक पानी पी रही हैं।
ऐसे में शरीर की आवश्यकता अनुसार यानी की प्यास लगने पर ही पानी पिएं। हेल्दी ब्लैडर के लिए कैफिनेटेड सोडा और कॉफी से परहेज करना भी जरूरी है।
कुछ ड्रिंक्स और फूड्स ऐसे होते हैं जिनमें केमिकल्स पाए जाते हैं, जो ब्लैडर के वॉल को इरिटेट कर सकते हैं, इसलिए इसे पूरी तरह परहेज रखना बेहद महत्वपूर्ण है। इन ड्रिंक्स और फूड्स में शामिल हैं, कैफीन, कार्बोनेटेड ड्रिंक, शुगर और आर्टिफिशियल स्वीटनर्स युक्त ड्रिंक और फूड्स, एसिडिक ओर सिट्रस ड्रिंक और फूड्स कुछ फल जैसे कि सेब, प्लम और बैर।
आपके ब्लैडर की मांसपेशियों में स्ट्रेच होने की कैपेसिटी होती है। यह 2 इंच से 6 इंच लंबी हो सकती हैं, वहीं ब्लैडर लगभग तीन कप फ्लूइड होल्ड करने की क्षमता रखता है। आमतौर पर जब ब्लैडर आधे से भी कम भरा होता है, तो आपको यूरिन पास करने की इच्छा होने लगती है।
कई बार यूरिन पास करने की इच्छा होने के बावजूद भी हम फौरन बाथरुम नहीं जा पाते, जिसकी वजह से ब्लैडर मांसपेशियों पर भार पड़ता है और वह कमजोर हो सकती हैं। ऐसे में इन्फेक्शन का खतरा बढ जाता है, साथ ही ब्लैडर की कमजोरी मांसपेशियों के दर्द का कारण बन सकती हैं। यूरिन पास होने की इच्छा होने पर तुरंत यूरिनेट करने की कोशिश करें।
एक हेल्दी ब्लैडर के लिए ब्लैडर हाइजीन प्रेक्टिस करना बेहद महत्वपूर्ण है। ब्लैडर हाइजीन का मतलब केवल ब्लैडर को नियमित रूप से खाली करना नहीं है, बल्कि इसके लिए कुछ अन्य फैक्टर भी बेहद महत्वपूर्ण होते हैं। इनमें शामिल हैं:
ब्लैडर इन्फेक्शन से बचाव और उसे स्वस्थ रखने के लिए सेक्स के बाद और पहले दोनों समय ब्लैडर खाली करना बेहद महत्वपूर्ण है। टॉयलेट पेपर से आगे से पीछे की ओर वाइप करें। एक टिश्यू को सेकंड राउंड में वाइप करने के लिए इस्तेमाल न करें। इससे इंफेक्शन का खतरा सीमित रहता है।
हल्के कॉटन के ब्रेथएबल अंडर वियर पहने। इसके अलावा लूज फिटिंग क्लॉथस पहनने से मदद मिलेगी, खास कर बॉटम वियर को लूज रखें। सेक्स से पहले और बाद में अपनी इंटिमेट एरिया को अच्छी तरह से क्लीन जरूर करें।
यूटीआई से बचाव के लिए जरूरी चीजों पर ध्यान देना आवश्यक है।
कोलन में अधिक स्टूल जमा हो जाने को कब्ज कहते हैं। जिसकी वजह से ब्लैडर पर अत्यधिक भार पड़ता है, वहीं ब्लैडर की मांसपेशी अधिक एक्सपैंड होने लगती हैं। ब्लैडर हेल्थ मेंटेन रखने के लिए कब्ज को अवॉइड करने की कोशिश करें। हाई फाइबर फूड्स जैसे कि अनाज, सब्जी, फल का सेवन करें। साथ ही पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं और शारीरिक रूप से सक्रिय रहें, ताकि पाचन क्रिया स्वस्थ और सामान्य रह सके।
ब्लैडर की समस्या उन लोगों में बेहद आम है, जो लोग स्मोकिंग करते हैं। स्मोकिंग ब्लैडर कैंसर के खतरे को बढ़ा देती है, इसके साथ ही यह एक तरह की ब्लैडर इरिटेंट है, जो ब्लैडर को परेशान करती है। ऐसे में समस्याओं को अवॉइड करने के लिए स्मोकिंग से जितना हो सके परहेज करें और इसे छोड़ने के प्रति आज से ही काम शुरू करें।
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