मॉनसून गर्मी की चिलचिलाती धूप से हमें राहत दिलाता है। परंतु इसका मतलब बिल्कुल भी यह नहीं है कि आप अपनी सेहत को लेकर लापरवाह हो जाएं। बरसात का मौसम अपने साथ ह्यूमिडिटी (Humidity) लेकर आता है, जो आपकी वेजाइनल हेल्थ (Vaginal health) को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है। तो इस बरसात अपने स्किन केयर रूटीन के साथ ही वेजाइनल केयर का भी खास ख्याल रखें। यहां एक्सपर्ट बता रहीं हैं उन टिप्स के बारे में जो आपको इस मौसम में भी वेजाइनल हेल्थ और हाइजीन बनाए रखने में भी मदद करेंगे।
गर्मियों में इंटिमेट हाइजीन को लेकर हम सभी सचेत रहते हैं, क्योंकि इस मौसम में पसीना हमारे इंटीमेट एरिया को बार-बार इरिटेट करता रहता है। हालांकि मानसून के आते ही गर्मी और पसीने से तो राहत मिल जाती है, पर इसके साथ कुछ और चुनौतियां भी बढ़ जाती हैं। बरसात के मौसम में आपके निजी अंगों में इंफेक्शन, डिस्कंफर्ट, इचिंग, बर्निंग, एक्स्ट्रा डिस्चार्ज और फ्रिक्वेंट यूरिनेशन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसके लिए हमने बात की फोर्टिस एस्कॉर्ट्स, फरीदाबाद की सीनियर गायनेकोलॉजिस्ट डॉ नीति कौतिश से।
ऑफिस और घर के काम निपटाते, कभी-कभी आप खुद के प्रति लापरवाह हो जाती हैं। जिससे वहां पसीना, खुजली और जलन जैसी समस्याएं होने लगती हैं। बरसात में गीलेपन की समस्या सबसे ज्यादा परेशान करती है। जबकि इस मौसम में आपके इंटीमेट एरिया का फ्रेश और ड्राई रहना बहुत जरूरी है।
लंबे समय तक वेजाइनल हेल्थ के प्रति लापरवाही बरतना आपके लिए कई तरह के स्वास्थ्य जोखिम भी पैदा कर सकता है।
साथ ही अनहेल्दी वजाइना आपकी सेक्स लाइफ को भी प्रभावित करता है। वहीं आपके पाटनर में भी इंफेक्शन ट्रांसफर होने की संभावना बढ़ जाती है। इसीलिए इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए योनि को पूरी तरह स्वस्थ रखने का प्रयास करें।
मानसून में वेजाइनल इरिटेशन और रैशेज होने की संभावना बढ़ जाती है। टाइट पैंटीज आपकी वेजाइनल हेल्थ को बुरी तरह प्रभावित कर सकती हैं। वहीं आपके अंडरगारमेंट्स बैक्टीरियल इंफेक्शन का भी कारण होते हैं। ऐसे में कॉटन की लूज पैंटी आपकी मदद कर सकती है। कॉटन पैंटी से हवा पूरी तरह वेजाइना तक पहुंच पाती है। साथ ही यह योनि के आसपास के क्षेत्र को भी ड्राई रखती हैं। इसलिए हमेशा कॉटन पैंटी को ही प्राथमिकता दें।
फोर्टिस एस्कॉर्ट्स, फरीदाबाद की सीनियर गायनेकोलॉजिस्ट डॉ नीति कौतिश कहती है कि इंटीमेट हेल्थ को नजरअंदाज करना आपकी सेहत पर भारी पड़ सकता है। इस मॉनसून इंफेक्शन फ्री रहने के लिए अपनी योनि को जरूरी देखभाल देने का प्रयास करें। डॉक्टर के अनुसार पूरे दिन में कम से कम 2 बार ठंडे पानी से अपने योनि के आसपास के क्षेत्रों को साफ करें। साथ ही रात को सोने से पहले इसे साफ करना बहुत जरूरी है। यदि आपको बहुत ज्यादा पसीना आता है तो हर बार यूरीन पास करने के बाद टॉयलेट पेपर से वेजाइना को ड्राई करना न भूलें।
गयनेकोलॉजिस्ट डॉ नीति कौतिश कहती है कि सेक्स के दौरान कंडोम का इस्तेमाल करने से वेजाइना का पीएच लेबल मेंटेन रहता है। साथ ही यह आपके पार्टनर के संक्रमण और एलर्जी को आपके इंटिमेट पार्ट्स तक नहीं पहुंचने देता। इसके साथ ही इंटरकोर्स के बाद अपने वेजाइना को अच्छी तरह साफ करना न भूलें। क्योंकि इंटरकोर्स के दौरान कई ऐसे बैक्टीरियाज पनपते हैं, जो कि वेजाइनल हेल्थ को बुरी तरह प्रभावित कर सकते हैं। हालांकि, मॉनसून और गर्मी के इस मौसम में सेक्स के बाद एक कोज़ी शॉवर लेना आपके और आपके पार्टनर के इंटिमेट हेल्थ के लिए फायदेमंद रहेगा।
फोर्टिस एस्कॉर्ट्स, फरीदाबाद की सीनियर गायनेकोलॉजिस्ट डॉ नीति कौतिश कहती है कि “अधिक मात्रा में मसालेदार खाद्य पदार्थों का सेवन वेजाइना के पीएच स्तर को असंतुलित कर देता है। जिसके कारण फंगल इनफेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है। वहीं शराब पीने और पूरे दिन में पर्याप्त मात्रा में पानी न पीने से डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। ऐसे में वेजाइना में जलन (Vaginal burning) होना और यूटीआई (UTI) जैसी समस्याएं देखने को मिलती हैं।”
मानसून में बहुत ज्यादा पसीना आता है। जिसके कारण पर्याप्त मात्रा में पानी न पीने से शरीर डिहाइड्रेटेड हो जाता है। डॉ नीति कौतिश के अनुसार यह वेजाइनल इरिटेशन और बर्निंग का कारण बन सकता है। इसलिए खूब सारा पानी पिएं और अपने शरीर को पूरी तरह हाइड्रेटेड रखें। यह बैक्टीरियल बैलेंस बनाये रखता है। साथ ही पीएच लेवल (Ph level) को भी हेल्दी रखता है। इससे वेजाइनल इन्फेक्शन से बचाव होता है।
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