बढ़ते तनाव और अस्वस्थ जीवनशैली के कारण रात में अच्छी नींद लेना कठिन होता जा रहा है। संपूर्ण स्वास्थ्य और तंदुरूस्ती को बनाए रखने के लिए पर्याप्त नींद जरूरी है। नींद की कमी न केवल आपकी त्वचा और आंखों पर दिखाई देती है, बल्कि यह आपके शरीर की गतिविधि को भी धीमा कर देती है।
मेडडो में स्त्री रोग विशेषज्ञ और ऑबस्टेट्रिक्स (obstetrics) डॉ आस्था दयाल के अनुसार, “नींद वास्तव में शरीर के सामान्य कार्यों,पाचन, इम्युनिटी, विकास, भूख और वजन प्रबंधन, मानसिक, शारीरिक और हार्मोनल स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।”
पीरियड्स आने से पहले आप विभिन्न मनोवैज्ञानिक और शारीरिक लक्षणों का अनुभव कर सकते हैं। आप थका हुआ और ऊर्जा में कमी महसूस कर सकते हैं, और कभी-कभी आप बिस्तर पर वापस लौटना चाहते हैं और एक सप्ताह के लिए सोना चाहते हैं!
इसके अलावा, सिरदर्द, पेट में ऐंठन, मुंहासे, खाने की लालसा, मूड स्विंग, सूजे हुए स्तन जैसे कुछ अन्य लक्षण हैं जो आप देख सकते हैं। अब, यदि आप पहले ही थके हुए हैं, तो इन लक्षणों से निपटने के लिए आप क्या कर सकते हैं?
डॉ दयाल कहती हैं, “हर महीने मासिक धर्म चक्र की शुरुआत प्रोजेस्टेरोन डोमिनेंस (progesterone dominance) का समय होता है, जो पीएमएस (PMS), थकान,मूड स्विंग, सूजन और बेचैनी का कारण बनता है। यह आपके स्लीपिंग पैटर्न को परेशान कर सकता है।”
“पीरियड्स के दौरान बेहतर नींद क्रैम्प्स को कम करने में मदद कर सकता है, आपके मूड में सुधार कर सकता है, थकान और परेशानी को कम कर सकता है और मासिक धर्म चक्र को और अधिक आरामदायक बना सकता है।”
इसका मतलब है कि लेडीज, अधिक सोना मासिक धर्म की लगभग सभी समस्याओं से निपटने का रास्ता है। वास्तव में, कुछ महिलाएं अपने पीरियड्स के दौरान सामान्य से अधिक सोना चाहती हैं। भले ही हम जानते हैं कि अच्छी रात की नींद हमारे स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन कुछ महिलाएं ऐसी होती हैं जिन्हें इस दौरान अच्छी नींद का अनुभव नहीं होता है।
खराब नींद के कारण ज्यादा नींद और थकान हो सकती है। तो, आप नींद में सुधार करने के लिए और अपनी पीरियड्स की समस्याओं से बेहतर तरीके से निपटने के लिए क्या कर सकते हैं?
पूरे महीने सक्रिय रहना और नियमित रूप से व्यायाम करना एक अच्छा विकल्प है। डॉक्टर दयाल का कहना है कि आपके पीरियड्स के दौरान हल्का व्यायाम और स्ट्रेचिंग करने से बेहतर नींद की संभावना बढ़ जाती है।
इस समय कैफीन (caffeine) और अल्कोहल (alcohol) का सेवन कम करना सुनिश्चित करें और भरपूर नींद लें।
डॉ दयाल का सुझाव है कि सोने के समय से कुछ घंटे पहले स्क्रीन एक्सपोजर से बचें और अपने बेडरूम को अंधेरा, ठंडा और शांत रखें।
आप ध्यान, गर्म स्नान और शिशु या भ्रूण की स्थिति में सोने जैसी विश्राम तकनीकों का भी प्रयास कर सकते हैं। डॉ दयाल के अनुसार, ये पीरियड्स के दौरान आपकी नींद में सुधार करने में भी मदद करते हैं।
तो हां लेडीज, आपको अपने पीरियड्स के दौरान अधिक नींद की आवश्यकता होती है!
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