Sex Therapy : मेंटल हेल्थ की तरह सेक्सुअल प्रोब्लम्स का समाधान भी है जरूरी, एक सेक्स थेरेपिस्ट बता रहीं हैं इस बारे में सब कुछ

सेक्स पर बात करना और उनसे संबंधी समस्याओं का निदान जानना कठिन होता है। इसमें सेक्स थेरेपिस्ट ही सही मदद कर सकते हैं। यहां हम एक्सपर्ट से थेरेपी और थेरेपिस्ट के बारे में जानते हैं।
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मनोवैज्ञानिक व्यक्ति की भावनाओं को जांचता-परखता है। वे आपसे यह जानना चाहते हैं कि आप कैसा महसूस करती हैं।चित्र: शटरस्टॉक
स्मिता सिंह Published: 12 Mar 2023, 20:00 pm IST
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सेक्स पर चर्चा करने में ज्यादातर लोगों को काफी संकोच होता है। सेक्स की इच्छा में कमी और यौन संबंधी क्रियाकलाप में कमजोरी ऐसी समस्याएं हैं, जो सामान्य उपचारक, चिकित्सक या ऑब्सटेट्रीशियन-गाइनेकोलॉजिस्ट के दायरे से बाहर हो सकती हैं। ऐसे ही मामलों में मानव यौन चिकित्सक (Human Sex Therapist) की भूमिका सामने आती है। ये मनुष्य की कामुकता (Sexual Desire) पर ध्‍यान देने और किसी प्रकार की समस्या का समाधान बताने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित होते हैं। ये मनोवैज्ञानिक और शारीरिक घटकों पर विचार करके सहानुभूति के साथ साक्ष्य-आधारित सहायता प्रदान कर सकते हैं। इसके (sex therapy) बारे में एलो हेल्थ की साइकोथेरेपिस्‍ट और रिलेशनशिप एक्‍सपर्ट कनुषा वाई.के. विस्तार से बता रही हैं।

क्या है सेक्स थेरेपी (sex therapy)

कनुषा वाई.के. बताती हैं, ‘सेक्स थेरेपी यानी यौन उपचार एक प्रकार का बातचीत-आधारित उपचार है। इससे लोगों और कपल्स (Sexual Couples) को उनकी यौन संतुष्टि को प्रभावित करने वाली मनोवैज्ञानिक, भावनात्मक या सामाजिक समस्यायों पर ध्यान देने में मदद मिलती है। संतोषजनक संबंध और यौन जीवन के लिए यौन उपचार का उद्देश्य पीड़ित व्यक्तियों को उनकी भावनात्मक और शारीरिक कठिनाइयों को दूर करने में सहायता करना है।’

कैसे काम करती है यह थेरेपी

कनुषा वाई.के. की राय में, ‘किसी सेक्स थेरेपिस्‍ट से मिलते समय किसी व्यक्ति का चिंतित हो जाना आम बात है। विशेषकर पहली बार मिलने के समय ज्यादा संकोच या घबराहट हो सकती है। बिलकुल अनजान व्यक्ति के साथ सेक्स संबंधी चर्चा करना बुरा लग सकता है। क्योंकि अनेक लोग सेक्स के बारे में बात करने में ही कठिनाई महसूस करते हैं। लेकिन अधिकांश सेक्स थेरेपिस्ट यह जानते हैं। इसलिए वे अपने रोगियों को सहज करने का प्रयास करते हैं। वे अक्सर रोगी के यौन इतिहास (Sex History), यौन शिक्षा (Sex Education), यौन संबंधी मान्यताओं (Sex Myths) और यौन संबंधी विशिष्ट समस्याओं (Sexual Problems) के बारे में जानकारी एकत्र करने के साथ बातचीत की शुरुआत करते हैं।’

रोगी और चिकित्सक के बीच कोई यौन क्रिया नहीं होती

कनुषा वाई.के. बताती हैं कि यह समझना ज़रूरी है कि यौन चिकित्सा से सम्बंधित मुलाकातों के दौरान रोगी और चिकित्सक के बीच कोई शारीरिक संपर्क या यौन क्रिया नहीं होती है। रोगी अगर उपचार के किसी भी पहलू के बारे में बताने में किसी ख़ास चिकित्सक के साथ असहज महसूस कर रहा हो, तो उसे यह बताना चाहिए या उस चिकित्सक से दिखाना बंद कर देना चाहिए।

यौन सबंधी पृष्ठभूमि की जानकारी देनी है जरूरी

सेक्‍स थेरेपी में आत्म-चिंतन की ज़रुरत पड़ती है। समाधानों के बारे में जानने समझने के लिए मन और मस्तिष्क को खुला रखना होता है। रोगी के सामान्य स्वास्थ्य, यौन सबंधी पृष्ठभूमि, सेक्स और यौन पहचान के बारे में मान्यताओं और धारणाओं तथा यौन उपचार से सम्बंधित इतिहास का पूरा विवरण प्राप्त करने के बाद यौन चिकित्सा में कई चीजें शामिल हो सकती हैं।

यहां हैं वे चीजें, जो सेक्स थेरेपी में मददगार होती हैं

1 लेखों, वीडियो के माध्यम से यौन शिक्षा (Sex Education)

हममें से अधिकांश लोगों को बड़े होने की उम्र में यौन शिक्षा सुलभ नहीं थी। इसके कारण अपनी यौन और प्रजनन सम्बन्धी शरीर-रचना (Reproductive System) या सम्भोग (Sex) के समय शरीर की कार्यप्रणाली के बारे में जागरूकता का अभाव रह जाता है। चिकित्सक कई तरह के लेखों, विडियो या सीखने के अन्य संसाधनों की मदद लेने की सलाह दे सकते हैं, जिससे कि सेक्स के बारे में ज्यादा जानकारी प्राप्त हो सके। वे रोगी को अपने शरीर को बेहतर रूप से समझने के लिए कुछ ख़ास गतिविधियों की भी सलाह दे सकते हैं। इसमें आईने में अपने शरीर को देखना भी शामिल हो सकता है।

2 रोगी के साथ कम्युनिकेशन है सबसे जरूरी (Communication)

किसी के यौन जीवन को प्रभावित करने के लिए संवाद सबसे महत्वपूर्ण घटकों में से एक है। इस प्रकार, संवाद रणनीतियां यौन चिकित्सा की प्रक्रिया का अभिन्न हिस्सा हैं। इन रणनीतियों के सहारे रोगी पार्टनरशिप में अपनी इच्छा या ज़रूरतों को खुल कर कहने का अभ्यास कर सकता है, भले ही यह यौन से जुड़ी हुई हो या भावनाओं से। इससे उन्हें अपने यौन सबंधी उद्देश्यों को प्राप्त करने में मदद मिलती है।

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संवाद यौन चिकित्सा की प्रक्रिया का अभिन्न हिस्सा हैं।। चित्र : शटरस्टॉक

बशर्ते कि वे खुद अपने सहारे या किसी साथी की मदद से प्रयास करने के लिए तैयार हों।

3 यौन संबंधी व्यवहार या स्थिति पर प्रयोग (Sexual Behaviour)

यौन संबंधी कमजोरी महसूस करने वाले कपल्स अपनी इच्छा को बढ़ाने के लिए अलग-अलग भूमिका आजमाने या सेक्स टॉयज का प्रयोग जैसे विभिन्न चीजों को आजमा सकते हैं। अन्य कपल्‍स को अपनी यौन संबंधी व्यवहार या स्थिति को बदलनी पड़ सकती है। विशेषकर अगर किसी को सेक्स संबंधी समस्या है, तो सेक्स के टाइम या स्थिति में बदलाव किया जा सकता है

4 आत्मविश्वास की बढ़ोतरी पर फोकस (Self Confidence)

कपल्स के लिए इस विधि का उद्देश्य चिंता कम करके उनकी अंतरंगता और आत्मविश्वास में वृद्धि करना है। इसमें कपल्स को तीन चरणों से गुजरना होता है – गैर-यौनिक स्पर्श, जननांगों का स्पर्श और सामान्य प्रवेश

अंत में

यौन उपचार यानी सेक्स थेरेपी का लक्ष्य एक सुखद, सहयोगपूर्ण वातावरण तैयार करना है। इसमें लोग संतुष्टिदायक और स्वस्थ यौन जीवन पाने में अपनी कठिनाइयों पर सुरक्षित रूप से चर्चा कर पाते हैं। ऐसा कोई व्यक्ति जिसे काम-वासना से सम्बंधित समस्या है या वह अपने यौन जीवन से नाखुश है, उसे यौन चिकित्सा (Sex Therapy) से लाभ मिल सकता है।

यदि कोई महिला अपने यौन जीवन से नाखुश है, उसे यौन चिकित्सा से लाभ मिल सकता है। चित्र : एडोबी स्टॉक

जहां कुछ लोगों को व्यक्तिगत यौन उपचार के लिए परामर्श से मदद मिल जाती है, वहीं कुछ कपल्स सेक्‍स थेरेपी के दौरान आजमाई जाने वाली प्रक्रिया को प्राथमिकता देते हैं।

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स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है।...और पढ़ें

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