सर्दियों के मौसम के कई फायदे होते हैं, इसका अपना ही आकर्षण होता है। जैसे-जैसे मौसम बेहतर होता है, भूख और पाचन में सुधार होता है। जबकि इस मौसम में गर्मियों में होएन वाली समस्याएं नहीं होती हैं। मगर यह गठिया, हृदय की समस्याओं, सांस की समस्याओं के साथ-साथ त्वचा की समस्याओं से जुड़ी कुछ बीमारियों का कारण बन सकता है। सर्दियों में यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (यूटीआई) भी आम है, लेकिन कुछ खास टिप्स अपनाकर इससे बचा जा सकता है।
सर्दियों में यूटीआई का खतरा ठंड से प्रेरित डायरेसिस के कारण बढ़ जाता है। जो आपके शरीर की त्वचा में रक्त के प्रवाह को कम करता है।
बार-बार प्यास न लगने पर भी अपने आप को अच्छी तरह से हाइड्रेट करके यूटीआई को रोका जा सकता है। पेशाब करने की इच्छा को रोकने से भी मूत्राशय के संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। अच्छी व्यक्तिगत स्वच्छता और विटामिन सी से भरपूर भोजन करने से आप इस बीमारी को दूर रख सकते हैं।
ज़ेन मल्टी स्पेशियलिटी में सलाहकार – यूरोलॉजिस्ट, डॉ संतोष पालकर कहते हैं – “जब आपके गुर्दे में आपके रक्त को छानने के लिए अधिक वेस्ट होता है, तो वे अपनी सामान्य क्षमता से अधिक मूत्र का उत्पादन करते हैं। इस प्रकार, ठंड होने पर पेशाब करने की इच्छा बढ़ जाती है।”
यूटीआई के लक्षणों में पेशाब में वृद्धि, आपके मूत्राशय को पूरी तरह से खाली करने में असमर्थता, दुर्गंधयुक्त मूत्र गंध, या गहरे रंग का मूत्र और बुखार शामिल है।
डॉ पालकर के अनुसार सर्दियों के मौसम में यूटीआई से बचने के लिए आपको कुछ टिप्स का पालन करना चाहिए।
क्या आप सर्दियों में पानी पीने से बचते हैं क्योंकि यह बहुत ठंडा है? आप गलती कर रहे हैं क्योंकि इससे आपको यूटीआई होने का खतरा बढ़ सकता है। हाइड्रेटेड रहने से आपके मूत्र तंत्र को जहरीले कचरे को प्रभावी ढंग से बाहर निकालने में मदद मिलेगी, और मूत्र पथ के संक्रमण को दूर रखा जा सकता है। इसलिए जितना हो सके उतना पानी पीने की कोशिश करें।
मूत्राशय के संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए जैसे ही आपको शौचालय जाने की इच्छा हो, पेशाब करें।
आपके लिए अच्छी हाइजीन हैबिट्स का पालन करना अनिवार्य है। शौचालय जाने के बाद, अपने जननांग क्षेत्र को अच्छी तरह से साफ करें।
सूती अंडरवियर पहनना आपके लिए फायदेमंद होगा जिससे क्रॉच क्षेत्र सूखा रहेगा। उस क्षेत्र में बहुत अधिक नमी से यह बैक्टीरिया के लिए प्रजनन स्थल बन सकता है। इसलिए त्वचा के अनुकूल कपड़ों का ही चुनाव करें।
विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थ खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सकता है और आपके मूत्र के एसिड के स्तर में वृद्धि हो सकती है। जिससे संक्रमण पैदा करने वाले बैक्टीरिया का सफाया हो सकता है। स्वस्थ रहने के लिए संतरा, कीवी, लाल मिर्च और अंगूर खाएं।
यह यूटीआई के लिए शक्तिशाली उपचारों में से एक है। यह फल प्रोएंथोसायनिडिन से भरा हुआ है, एक रासायनिक यौगिक जो ई. कोलाई बैक्टीरिया को मूत्राशय से जुड़ने से रोकता है, और संक्रमण के मामलों को कम करता है।
यह भी पढ़ें : कंसीव करने में आपकी मदद कर सकती है एक्सरसाइज, जानिए कौने से व्यायाम होंगे आपके लिए मददगार