अगर पीरियड्स में आपका भी मन मीठा खाने का होता है, तो आप अकेली नहीं हैं। पीरियड्स में अपनी पसन्दीदा आइस क्रीम की क्रेविंग सभी को होती है। मीठा खाने से हमारा मूड बेहतर होता है, लेकिन हमारी बॉडी पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है।
मुंबई सेंट्रल के वॉकहार्ट हॉस्पिटल की कंसल्टेंखट गायनोकॉलोजिस्ट डॉक्टर गंधाली देवरुखकर पिल्लई बताती हैं,”शुगर में इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टी होती है, जिसके कारण वॉटर रिटेंशन होता है। यह दर्द को और बढ़ावा देता है। यही नहीं, शुगर मूड सविंग्स और पीएमएस भी बढ़ाती है।”
इसका कारण हैं आपके हॉर्मोन्स- एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन। इन दोनों हॉर्मोन्स के कारण बॉडी का शुगर लेवल कम होता है, जिससे बॉडी कॉर्टिसोल (स्ट्रेस हॉर्मोन) के स्तर को बढ़ा देती है। इसके कारण आपका मूड खराब होता है और आपको मीठे की क्रेविंग होती है।
शरीर में मैग्नीशियम की कमी से भी पीरियड्स में शुगर खाने की इच्छा होती है।
1. पीरियड क्रेम्प्स बढ़ाती है शक्कर
डॉ पिल्लई के अनुसार,”पीरियड्स के दौरान हमारे शरीर में दो हार्मोन्स एक्टिव होते हैं- एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन। ये दोनों ही हार्मोन्स इन्सुलिन के प्रतिकूल होते हैं और ऐसे में ज्यादा इन्सुलिन हमारा दर्द बढ़ा देती है।” यही कारण है कि शुगर खाने से क्रेम्प्स बढ़ते हैं।
2. ब्लोटिंग
डॉ. पिल्लई बताती हैं, “चीनी के कारण शरीर मे वॉटर रिटेंशन बढ़ जाता है, और शरीर फूला यानी ब्लोट नज़र आता है। इतना ही नहीं कई महिलाओं को इसके कारण एसिडिटी, गैस और पेट दर्द की भी समस्या भी शुरू हो जाती है।”
3. एक्ने और पिम्पल
ये तो हम सभी जानते हैं कि शक्कर आपकी स्किन के लिए अच्छी नहीं है। और पीरियड्स में इसका सेवन करने से एक्ने और पिम्पल बढ़ जाते हैं। क्लीनिक इन डर्मेटोलॉजी की स्टडी के अनुसार ज्यादा शक्कर स्किन के टिश्यू को डैमेज करती है जिससे झुर्रियां भी जल्दी पड़ती हैं।
4. हार्मोनल असंतुलन
पीरियड्स में चीनी खाने से हार्मोन्स का बैलेंस बिगड़ जाता है। अगर आपको पीसीओडी (PCOD) की समस्या है तो चीनी खाने से एस्ट्रोजन हॉर्मोन बहुत अधिक मात्रा में बनेगा और आपकी समस्या बढ़ जाएगी।
डॉक्टर पिल्लई इसका विकल्प सुझाती हैं, “यही नहीं, पीरियड्स में चीनी खाने से हफ़्ते भर में 2 किलो तक वजन बढ़ सकता है। चीनी की जगह आप शहद या गुड़ का सेवन कर सकती हैं। हालांकि उसमें भी यह ध्यान रखना होगा कि 10 ग्राम से अधिक न लें।”