सेक्स के दौरान कभी-कभी ऐसे पल आते हैं, कि आप सिवाए शर्मिंदा होने के कुछ नहीं कर पाती। एक अच्छे फोर प्ले के बाद भी आप कभी वेजाइनल ड्रायनेस का सामना कर सकती हैं। पर घबराएं नहीं ऐसा किसी के भी साथ हो सकता है।
शुक्र है उन कंडोम कंपनियों का जो बाजार में ढेर सारे लुब्रिकेंट्स भी ले आई हैं। क्या कभी ऐसा हुआ है कि आप सेक्स सेशन के मध्य में हैं और आपका विश्वसनीय लुब्रिकेंट धोखा दे गया। निश्चित तौर पर तब लगता है कि जो भी हाथ आए, उसका इस्तेमाल कर लिया जाए।
लेकिन इससे पहले कि आप लुब्रिकेशन के लिए कोई घरेलू नुस्खा अपनाएं हम आपको इन सभी के बारे में बताते हैं-
डॉ. सुरभि सिद्धार्थ जो मुंबई के मदरहुड अस्पताल में गाइनीकोलॉजिस्ट और कंसल्टेंट हैं, वे आपकी हर समस्या के साथ ही उन आसान समाधान के बारे में भी बात कर रहीं हैं। वे कहती हैं लुब्रिकेशन के लिए तेल का उपयोग करने से आपकी समस्या का तुरंत समाधान तो हो सकता है लेकिन यह आपकी योनि में गड़बड़ी भी कर सकता है। आपको वेजाइना में एलर्जी, चकत्ते, लालिमा, और कई अन्य समस्याओं के शिकार होना पड़ सकता है।
डॉ. सिद्धार्थ कहती हैं:
वेजाइना बहुत संवेदनशील अंग है और आपको कुछ भी इस्तेमाल करने से पहले दो बार सोच लेना चाहिए। यहां ऐसे 7 उत्पाद हैं जिन्हेंक डॉ. सिद्धार्थ के अनुसार निश्चित रूप से सेक्सर के दौरान लुब्रिकेशन के लिए इस्तेैमाल करते हैं।
यह वह चीज है जो आसानी से उपलब्ध है और इसे इस्ते माल करने से पहले आप बिल्कुरल भी नहीं सोचते। लेकिन दुर्भाग्य से आपके लार में बहुत सारे बैक्टीरिया होते हैं। जिससे संक्रमण होने की संभावना अधिक होती है। डॉ. सिद्धार्थ कहती हैं, “इसमें कैंडिडआसिस होने का खतरा बढ़ सकता है।”
ऑब्स्टेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, जो महिलाएं अपने गुप्तांएग में पेट्रोलियम जेली का उपयोग करती हैं। उनमें बैक्टीरियल वेजिनोसिस होने की अधिक संभावना होती है। साथ ही, यह कंडोम के साथ अच्छी तरह से नहीं चलता है। इसलिए इस से बचना हमेशा एक बेहतर विचार है।
डॉ. सिद्धार्थ चेतावनी देती हैं कि “यदि आप गर्भ धारण करने की कोशिश कर रही हैं, तो आपको निश्चित रूप से पेट्रोलियम जेली का उपयोग करने से बचना चाहिए क्योंकि वे एक शुक्राणु नाशक के रूप में कार्य करती है।”
यह ल्यूब के लिए सबसे अधिक उपयोग किए जाने वाले विकल्प में से एक है। लेकिन यह बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है क्योंकि यह आपको ऐसा संक्रमण दे सकता है जो यीस्टर इंफेक्शसन पैदा करता है। “बेबी ऑयल में इत्र और परिरक्षक होते हैं जो एक एलर्जेन के रूप में कार्य कर सकते हैं। इसलिए, मैं कहूंगी कि आपको इससे बचना चाहिए।”
“पानी में शून्य नमी होती है। जिससे आपकी त्वचा पर चकत्ते होने की अधिक संभावना है। आपको यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि पानी साफ है लेकिन यहां बड़ी समस्या यह है कि यह लंबे समय तक काम नहीं कर पाता।”
लोगों को ऐसा लगता है कि वे एलोवेरा जेल के का इस्ते माल करना ज्या दा प्राकृतिक नुस्खा होगा। लेकिन ऐसा नहीं है, अगर आपकी त्वचा बेहद संवेदनशील है तो एलोवेरा के गुणों से वहां जलन और खुजली हो सकती है।
बॉडी लोशन तो निश्चित रूप से 100% ऑर्गेनिक नहीं हैं। इनमें बहुत सारे रसायन होते हैं। इसके द्वारा आपके वल्वा जैसे संवेदनशील क्षेत्र में नमी का उपयोग करना उचित नहीं है। वैसे भी ये मॉइस्चराइज़र आंतरिक उपयोग के लिए तो बिलकुल भी नहीं हैं।
मक्खन में नमक की मात्रा होती है जो स्पष्ट रूप से वहां उपयोग के लिए सही विकल्प नहीं बनाता है। “मक्खन आपकी योनि के पीएच संतुलन में गड़बड़ कर सकता है। इसके अलावा, यह बहुत चिकना है और यही कारण है कि यह आपकी योनि की दीवारों से चिपक सकता है जो अधिक जलन पैदा कर सकता है।
तो फिर आपको क्या करना चाहिए?
“मैं कहूंगी कि आप शुद्ध नारियल तेल उपयोग में ला सकती हैं। यह भी सुनिश्चित करें कि यह 100% प्राकृतिक हो और इसमें कोई सुगंध न हो। डॉ. सिद्धार्थ सुझाव देती हैं कि कई ऐसी महिलाएं हैं जो योनि के सूखेपन से जूझ रही हैं, उनके लिए, मेडिकेटेड ल्यूब बाजार में आसानी से उपलब्ध हैं, इसलिए उन्हें केवल वही चुनने चाहिए।
इसलिए, कुछ भी प्रयोग करने से पहले हमेशा सजग रहना बेहतर है ताकि आप किसी ऐसे घटिया व नुकसानदेह ल्यूब को न चुन लें जो फायदा पहुंचाने की बजाए नुकसान कर दे।