ओरल सेक्स (Oral sex) यानी मुख मैथुन फोरप्ले (For play) का एक हिस्सा है और बेहद नॉर्मल है। इसमें एक साथी को प्रसन्न करने के लिए जननांग क्षेत्र को चूमना या चाटना (Kissing Or Licking) शामिल है। हालांकि, कई विशेषज्ञों का मानना है कि ओरल सेक्स कई गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर का कारण बन सकता है। तो ऐसा वाकई में हो सकता (Oral sex and cancer) है? चलिये पता करते हैं।
ओरल सेक्स के दौरान संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है क्योंकि दोनों पार्टनर्स आपस में कई तरह के फ्लूइड्स एक्स्चेंज करते हैं वो भी बिना किसी प्रोटेक्शन के। ह्यूमन पेपिलोमावायरस (HPV) ओरल सेक्स के दौरान फैल सकता है, जिससे कैंसर की संभावना बढ़ जाती है। सीडीसी (CDC) के अनुसार संयुक्त राज्य अमेरिका में, एचपीवी सबसे आम यौन संचारित वायरस है।
बीते दिनों डॉ. क्यूटरस उर डॉ. तनाया नरेंद्र नें भी ओरल सेक्स और कैंसर से संबंधी एक पोस्ट अपने फैंस के साथ शेयर की। उन्होनें अपनी पोस्ट के कैप्शन में लिखा – सेफ ओरल सेक्स के लिए आपको बस एक कंडोम और डेंटल डैम (Dental Dam) की आवश्यकता है। प्रोटेक्शन का उपयोग करना + नियमित एसटीआई टेस्ट कराना आपके संक्रमित होने के जोखिम को कम कर सकता है। सिंपल है न?
2007 में न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने बताया कि जो लोग कम से कम छह अलग-अलग पार्टनर के साथ ओरल सेक्स करते हैं, उनमें गले के कैंसर के विकास का काफी अधिक जोखिम होता है। टीम ने 100 रोगियों की भर्ती की, जिन्हें हाल ही में ऑरोफरीन्जियल कैंसर का पता चला था।
यह अनुमान है कि गले के कैंसर के 35 प्रतिशत एचपीवी संक्रमण से संबंधित हैं। एचपीवी को मुंह और गले के कैंसर के प्रमुख जोखिम कारकों में से एक के रूप में प्रदर्शित किया गया है, जिसे ऑरोफरीन्जियल कैंसर के रूप में जाना जाता है।
ओरल सेक्स (Oral Sex) से होने वाला संक्रमण सीधे कैंसर का कारण नहीं बनता है। वायरस संक्रमित कोशिकाओं में परिवर्तन को ट्रिगर करता है। वायरस की जेनेटिक सामग्री कैंसर कोशिकाओं का हिस्सा बन जाती है, जिससे वे बढ़ती हैं।
आगे चलकर ये कोशिकाएं मुंह का कैंसर बन सकती हैं। मुंह में पाए जाने वाले एचपीवी के म्यूटेशन यौन संचारित होते हैं, इसलिए यह ओरल सेक्स एक संभावित कारण है।
जो लोग धूम्रपान करते हैं उनके एचपीवी संक्रमण को दूर करने में सक्षम होने की संभावना कम होती है क्योंकि धूम्रपान त्वचा में प्रतिरक्षा कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है। ये आम तौर पर वायरल क्षति से बचाने में मदद करते हैं।
असल में यह किसी भी जोड़े के निजी प्लेजर और सुविधा का मामला है। पर विशेषज्ञ मानते हैं कि असुरक्षित ओरल सेक्स गले के कैंसर का कारण बन सकता है। क्लीवलैंड क्लीनिक के अनुसार ओरल सेक्स एचपीवी संचरण के जोखिम को बढ़ाता है। इसलिए ओरल सेक्स के दौरान कंडोम पहनना या डेंटल डैम का इस्तेमाल करना ज़रूरी है। साथ ही, आपके सेक्सुअल पार्टनर की संख्या को सीमित करना भी आपके जोखिम को कम कर सकता है। इसके अलावा, अपना नियमित एचआईवी टेस्ट करवाएं।
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