यह वास्तव में वेजाइनल लिप्स पर होने वाली फुंसी है, जो त्वचा के नीचे लाल, मवाद से भरी गांठ होती है। इसे ही वेजाइन बॉइल (Vaginal boil) कहा जाता है। योनि पर होने वाला यह फोड़ा काफी असहज करने वाला हो सकता है। अगर समय रहते इसका उपचार न किया जाए, तो यह बड़ा और तकलीफेदह हो सकता है।
वेजाइना की त्वचा काफी संवेदनशील होती है। इस पर फुंसी या वेजाइनल बॉइल होना अंडर गारमेंट पहनने, उठने-बैठने और सेक्सुअल एक्टिविटीज में परेशानी का कारण बन सकते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि आप इसके बारे में केवल एक्सपर्ट एडवाइज पर ही भरोसा करें।
वेजाइनल बॉइल क्यों होते हैं और इसका उपचार कैसे किया जा सकता है इस बारे में हमने बात की डॉ रितु सेठी से। डॉ रितु क्लाउड नाइन अस्पताल, सेक्टर 14 गुड़गांव और एपेक्स क्लिनिक, सेक्टर 31, गुड़गांव में सीनियर कंसल्टेंट गायनेकोलॉजिस्ट हैं।
डॉ रितु बताती हैं, “वेजाइनल बॉयल तब होते हैं जब बैक्टीरिया स्टैफिलोकोकस ऑरियस उन जगहों को संक्रमित करता है, जिनमें बालों की जड़ें और हेयर फॉलिकल्स होते हैं। जब एक हेयर फॉलिकल संक्रमित होता है, तो इसे फॉलिकुलिटिस कहा जाता है। रेजर से शेविंग करने या उस हिस्से में किसी तरह की चोट लगने से योनि पर फुंसी हो सकती है।
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डॉ. रितु सेठी के अनुसार वेजाइनल बॉयल इम्यूनिटी के कमजोर होने के कारण, इंफेक्शन, डायबटीज के मरीज, सींथेटिक अंडरगारमेंट के कारण हो सकता है। वेजाइनल बॉयल कई इंपेक्शन जैसे बेक्टीरियल, फंगल इंफेक्शन और कई बार हर्पीस के कारण भी हो सकता है।
साफ-सफाई न रखने की वजह से भी योनि क्षेत्र में इस तरह की फुंसियां हो सकती हैं। टाइट कपड़े पहनने से पसीना आता है और व्यायाम के दाैरान भी। इसलिए यह जरूरी है कि आप व्यायाम के बाद भी योनि को धोएं।
फुंसी की शुरूआत एक लाल दाने के साथ होती है। धीरे-धारे ये बढ़ता जाता है। बढ़ने के बाद इसमें सफेद और पीले रंग का मवाद जमा होने लगता है और काफी दर्दनाक भी हो जाती है। समय के साथ यह काफी बढ़ा भी हो सकता है।
डॉ. रितु सेठी के अनुसार अगर आपको वेजाइनल बॉयल की समस्या है, तो ये शुगर के कारण भी हो सकती है। बहुत बार डायबटीज के मरीजों में भी यह समस्या देखने में आती है। तो सबसे पहले ये जांच करें कि आपका शुगर का लेवल न बढ़ा हो। अगर आप को डायबिटीज है, तो इसके लिए डॉक्टर से मिलें।
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डॉ. रितु सेठी बताती हैं कि वेजाइना पर आपको पस वाली फुंसी है, तो उसका कारण खराब यूरिन हाइजीन भी हो सकती है। अगर आप पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल करती हैं, तो उससे आपको इंफेक्शन हो सकता है, जो बाद में योनि पर फुंसी का कारण बन सकता है। पब्लिक टॉयलेट अकसर गंदे होते हैं। बहुत सारे लोगों के संपर्क में आने से टॉयलेट सीट पर बैक्टीरिया इकट्ठे हो जाते हैं। ये बैक्टीरिया आपको वेजाइनल बॉयल दे सकते हैं।
डॉ. रितु सेठी ने बताया कि अगर आप सेक्स या इंटरकोर्स के बाद वेजाइना को साफ नहीं करती हैं, तो ये भी वेजाइना पर फुंसी होने का कारण बन सकता है। हमेशा इंटरकोर्स के बाद आपको यह ध्यान रखना है कि आपको वेजाइना और हथों को अच्छी तरह से साफ करें। हो सके तो नहा लें।
सिल्क, नायलॉन या सिंथेटिक अंडरगार्मेंट की जगह आपको कॉटन की पैंटी का इस्तेमाल करना चाहिए। सिंथेटिक अंडरगार्मेंट में स्किन के सांस लेने की जगह नहीं होती। जिससे हवा पास नहीं हो पाती है और पसीना सूख नहीं पाता। ये सभी कारण वेजाइनल बॉयल को जन्म दे सकते हैं। इसलिए कोशिश करें कि सिंथेटिक अंडरवियर न पहनें और एक आरामदायक और सांस लेने वाले कॉटन अंडरवियर का चुनाव करें।
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