अच्छे सेक्स की हर किसी की अपनी अलग परिभाषा होती है। जहां एक तरफ कुछ लोग कम में भी सतुष्ट रहते हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ लोग हर समय इसकी चाह रखते हैं। ऐसे में अगर आपके रिश्ते की नई शुरुआत है या पार्टनर के प्रति आकर्षण बढ़ने लगा है, तो फ़िज़िकल इंटीमेसी भी बढ़ जाती है।
यदि आपका सेक्स टाइम आजकल बढ़ने लगा है या आप इसमें ज़्यादा शामिल होना पसंद करती हैं, तो यह जानना महत्वपूर्ण है कि आखिर इसकी कोई सीमा है या नहीं? हमारे कहने का मतलब यह है कि अगर आप सेकसुअली एक्टिव (Sexually Active) हैं, तो आपको यह पता होना चाहिए कि कितना सेक्स करना आपके लिए स्वस्थ है। क्या ज़्यादा सेक्स करना आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है?
आज इस लेख में हम आपको सेक्स से जुड़े इन ज़रूरी प्रश्नों के जवाब देंगे, ताकि कुछ देर का मज़ा आपके लिए सजा न बनें।
अच्छी खबर यह है कि जब तक आप और आपके साथी दोनों खुश और सहज हैं, वास्तव में बहुत अधिक सेक्स जैसी कोई चीज नहीं है। कितना सेक्स करना ज़्यादा है या कम इसकी कोई सीमा नहीं है। मगर ज़्यादा करने की कुछ शारीरिक समस्याएं हैं, जो आपको थोड़ा परेशान कर सकती हैं।
भले ही आपको ऐसा नहीं लग रहा हो कि सेक्स की आति हो रही है, मगर कुछ शारीरिक संकेतों से यह पता चल सकता है कि सेक्स की अति हो रही है। चलिये जानते हैं उन संकेतों के बारे में –
इसका पहला स्पष्ट संकेत है योनि का सूखापन। अगर आप वेजाइनल ड्राइनेस महसूस कर रही हैं, तो ऐसा इसलिए है क्योंकि आपके शरीर ने बहुत लंबे समय तक सेक्स किया है। जब ऐसा होता है, तो योनि में छोटे-छोटे सूक्ष्म टीयर आ सकते हैं, जो गंभीर रूप से दर्दनाक हो सकते हैं।
सेक्स करने से जननांगों में दर्द और सूजन पैदा हो सकती है। ऐसा अक्सर उन महिलाओं के साथ होता है जो बहुत ज्यादा सेक्स करती हैं। महिलाओं में बहुत ज्यादा सेक्स करने से वेजाइनल एक्सोरिएशन नामक स्थिति पैदा हो जाती है।
जिसमें योनि की त्वचा भी छिल सकती है। इस स्थिति में पेशाब करते समय जलन होती है या योनि में दर्द और सूजन के कारण चलने में कठिनाई होती है। इससे बचने के लिए सेक्स की मात्रा कम करें और रफ सेक्स से परहेज करें।
सेक्स के दौरान पसीना आता है और शरीर डिहाइड्रेट हो जाता है। इसलिए यदि आप यौन रूप से बहुत सक्रिय हैं, तो आपको अत्यधिक पसीना आने से डिहाइड्रेशन हो सकती है। मगर यह हानिकारक नहीं है। इसलिए, सेक्स करने से पहले और बाद में खूब पानी पिएं।
यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन आमतौर पर तब होता है, जब बैक्टीरिया मूत्रमार्ग के माध्यम से मूत्र पथ में प्रवेश करते हैं। यद्यपि मूत्र प्रणाली को ऐसे सूक्ष्म आक्रमणकारियों को बाहर रखने के लिए डिज़ाइन किया गया है, मगर यह कभी-कभी विफल हो जाती हैं। जब ऐसा होता है, तो बैक्टीरिया मूत्र पथ में संक्रमण पैदा कर सकते हैं।
यौन रूप से सक्रिय महिलाओं में अधिक यूटीआई की समस्या होती है। मल्टीपल पार्टनर्स होने से भी जोखिम बढ़ जाता है। अलग-अलग पार्टनर के साथ ज्यादा सेक्स करना भी आपको इसके जोखिम में डालता है।
ज़्यादा सेक्स करने से कमर में दर्द हो सकता है, खासकर कमर के निचले हिस्से में। पीठ के निचले हिस्से में दर्द अक्सर फटी/खींची हुई मांसपेशी या लिगामेंट के कारण होता है। यह अचानक मूवमेंट के दौरान होता है, जो सेक्स के दौरान पीठ के निचले हिस्से पर बहुत अधिक तनाव डालता है।
तो लेडीज, इन संकेतों को समझें और अपनी सेकसुअल हेल्थ के ख्याल रखें!
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