Vulvodynia : योनि के बाहरी भाग में लगातार दर्द हो सकता है वुलवोडीनिया का लक्षण, विशेषज्ञ से जानिए क्यों होता है ऐसा

कभी- कभी योनि के बाहरी भाग में लगातार महीनों तक दर्द रहने लगता है। यह योनि रोग वुलवोडीनिया के कारण हो सकता है। एक्सपर्ट बताते हैं कि यह टीनएजर्स को भी हो सकता है। इसका इलाज किया जा सकता है।
vagina me chronic pain ho sakta hai.
वुलवोडीनिया योनि के वल्वा पार्ट का क्रोनिक पेन कंडीशन है। चित्र : अडोबी स्टॉक
स्मिता सिंह Updated: 17 Oct 2023, 17:06 pm IST
  • 125

हमें इंटरनल ऑर्गंस में भी स्वास्थ्य समस्या हो सकती है। खुद को स्वस्थ रखने के लिए इंटिमेट हायजीन के साथ-साथ इंटिमेट हेल्थ का भी ध्यान रखना चाहिए। कभी कभी कुछ स्वास्थ्य समस्या के कारण का भी पता नहीं चलता है। वुल्वोडनिया उनमें से एक है। इसके कारण योनि में लगातार कई महीने तक दर्द रहता है। यदि विशेषज्ञ की सलाह मानी जाये, तो इसका निदान बहुत कठिन नहीं है। इसे इग्नोर करने पर समस्या बढ़ सकती है। आइये विस्तार से वुल्वोडनिया के बारे में जानते हैं।

क्या है वुलवोडीनिया (what is Vulvodynia)

गुरुग्राम में ऑरा स्पेशलिटी क्लिनिक डायरेक्टर और मैक्स हॉस्पिटल में एसोसिएट डायरेक्टर (गायनेकोलोजी एंड ऑब्सटेट्रिक्स) डॉ. रितु शेट्टी बताती हैं, ‘ वुलवोडीनिया योनि के वल्वा पार्ट (outer genitals) का क्रोनिक पेन कंडीशन है। इसके कारण बाहरी भाग यानि लेबिया, क्लाइटोरिस और वेजिनल ओपनिंग में भी दर्द हो सकता है। यह आमतौर पर 3 महीने से भी अधिक समय तक रहता है।

योनि में दर्द लगातार बना रह सकता है या कभी-कभी हो सकता है। अक्सर जलन की अनुभूति भी होती है। इसका अब तक कोई ज्ञात कारण नहीं पता चल पाया है। इसके कारण महिलाओं में सेक्स पेनफुल हो जाता है। ज्यादातर मामलों में समस्या और विकट हो जाती है, जब इसके बारे में डॉक्टर से नहीं बताया जाता है।

जानिए क्यों होता है वुलवोडीनिया (Vulvodynia causes)

डॉ. रितु शेट्टी कहती हैं, ‘अभी तक वुलवोडीनिया का कारण नहीं पता चल पाया है। नर्व इंजरी या जलन या किसी संक्रमण या चोट लगने के कारण हो सकता है। आनुवंशिक कारक भी योनि के पुराने सूजन को बढ़ा सकते हैं। यीस्ट संक्रमण के प्रति संवेदनशील होने पर भी यह हो सकता है। मसल्स पेन, एलर्जी, जलन, हार्मोनल चेंज, एंटीबायोटिक के उपयोग, सेक्सुअल एबूज के कारण भी हो सकता है। यह सभी उम्र की महिलाएं यहां तक कि टीनएज लड़कियों को भी प्रभावित कर सकता है।’

एंग्जाइटी भी बन सकता है कारण (anxiety may cause Vulvodynia)

एंग्जायटी (Anxiety), स्ट्रेस, डिप्रेशन (Depression) के कारण यह हो सकता है। पोस्टट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (PTSD) भी इसके कारण बन सकते हैं। वुल्वोडनिया के लक्षण आमतौर पर अचानक शुरू होते हैं और महीनों से लेकर सालों तक रह सकते हैं। इसके कारण जलन, चुभन, दर्द, पीड़ा या खुजली हो सकती है। यह एक्सरसाइज करते समय, सेक्स या पैदल चलने जैसी गतिविधियों के दौरान महसूस हो सकता है। साइकिल चलाते समय, टैम्पोन लगाते समय यहां तक कि बैठते समय भी एक निश्चित क्षेत्र में या पूरे योनी में जलन वाला दर्द वुल्वोडनिया हो सकता है

anxiety symptoms
एंग्जायटी, स्ट्रेस, डिप्रेशन के कारण  भी वुलवोडीनिया हो सकता है। चित्र : एडॉबीस्टॉक

क्या हो सकता है वुलवोडीनिया का उपचार (Vulvodynia)

डॉ. रितु शेट्टी के अनुसार, वुलवोडीनिया के लिए कोई विशेष दवा उपलब्ध नहीं है। कई बातों को ध्यान में रखकर इसका उपचार किया जा सकता है। कुछ साबुन, दवा या डूश ऐसी चीजें हैं, जो आपकी योनि में जलन पैदा कर सकती हैं। उन चीज़ों से दूर रहने की कोशिश करनी चाहिए। किसी भी तरह का साबुन उपयोग करने से पहले गायनेकोलोजिस्ट या डर्मेटोलोजिस्ट (gynaecologist or dermatologist) की सलाह लेनी चाहिए।

पैंटी पर फ़ैब्रिक सॉफ़्नर का प्रयोग कभी नहीं करें। वुल्वर क्षेत्र पर शैम्पू नहीं लगाएं।
बिना खुशबू वाले टॉयलेट पेपर का उपयोग करें, जो मुलायम भी हो

कॉटन पीरियड पैड और टैम्पोन का उपयोग (cotton period pad and tampon) 

हमेशा कॉटन अंडरवियर पहनें। इसका कलर सफेद हो तो और भी अच्छा।
100% कॉटन पीरियड पैड और टैम्पोन का उपयोग करें।
सुगंधित क्रीम या साबुन, पैड या टैम्पोन और गर्भनिरोधक क्रीम से बचें।
बहुत अधिक क्लोरीन वाले गर्म टब या पूल समस्या को बढ़ा सकते हैं।

Vagina ke facts
कॉटन पीरियड पैड और टैम्पोन का उपयोग करें। चित्र : अडोबी स्टॉक

पेशाब करने या सेक्स करने के बाद योनी को ठंडे पानी से धो लें।
ढीले-ढाले पैंट और स्कर्ट पहनें। समस्या अधिक होने पर पैंटी स्किप कर सकती हैं।
योनि को साफ़ और सूखा रखें। जितनी जल्दी हो सके गीले स्विमसूट या गीले जिम के कपड़े हटा दें।

यह भी पढ़ें :- पेल्विक इंफ्लामेटरी डिजीज बन सकती है इनफर्टिलिटी का कारण, हम बता रहे इससे बचाव के कुछ प्रभावी उपाय

  • 125
लेखक के बारे में

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है।...और पढ़ें

पीरियड ट्रैकर

अपनी माहवारी को ट्रैक करें हेल्थशॉट्स, पीरियड ट्रैकर
के साथ।

ट्रैक करें
अगला लेख