हम पिछले दो साल से अपने-अपने घरों में बंद हैं। किसी जोड़े या परिवार के लिए ये बहुत सारी जटिलताओं के साथ सुखद समय भी हो सकता है। जब आप एक-दूसरे के साथ बहुत सारा समय बिता रहे हैं। यहां बेडरूम से लेकर टॉयलेट तक, सब कुछ साझा है। पर असल में आप दोनों अलग-अलग हैं और इन्हें इस्तेमाल करने का तरीका भी अलग है। जब बात टॉयलेट सीट की आती है, तो रिम पर पड़ी छींटें कभी-कभी बहस का मुद्दा बन सकती हैं। टॉयलेट सीट महिलाओं में बहुत सारी वेजाइनल प्रोब्लम्स का कारण बनती है। पर क्या टॉयलेट सीट की गंदी रिम भी उन्हें यूटीआई दे सकती है? आइए जानने की कोशिश करते हैं।
यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फ़ैकशन (Urinary Tract Infection) महिलाओं में होने वाला एक बेहद आम इन्फ़ैकशन है, जो कई बड़ी समस्याओं का कारण बन सकता है।
यही वजह है कि कई महिलाएं पब्लिक टॉयलेट में शौच करने से डरती हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि यह बैक्टीरिया (Bacteria) और कीटाणुओं का घर होता है। आपका सोचना बिल्कुल सही कि सार्वजनिक टॉयलेट अनहाइजीनिक होते हैं और कई तरह के इन्फ़ैकशन (Infection) का कारण बन सकते हैं।
पर टॉयलेट की रिम के बारे में आपका क्या ख्याल है? क्या वहां भी बैठने से पहले आप कई बार साेचती हैं? तो डाेंट वरी, क्योंकि रिम पर न दिखाई देने वाले कीटाणु आपको यूटीआई नहीं दे सकते!
यह सच है कि गंदे शौचालय ई. कोलाई (E Coli), स्टैफिलोकोसी और स्ट्रेप्टोकोकी जैसे बहुत सारे बैक्टीरिया का घर हैं। लेकिन इससे पहले कि आप घबराएं, हम आपको बता दें कि इंसानों में संक्रमण फैलाने के लिए टॉयलेट सीट जिम्मेदार नहीं है। वास्तव में, इनमें से अधिकतर बैक्टीरिया शौचालय की सीटों पर इतनी देर तक जीवित नहीं रहते हैं, कि उन्हें मनुष्यों तक पहुंचाया जा सके।
सेक्स करने से महिलाओं में मूत्र प्रणाली में बैक्टीरिया प्रवेश कर सकते हैं। सेक्स भी यूटीआई का एक आम कारण है क्योंकि ये बैक्टीरिया के प्रवेश को आसान बनाता है। यदि आप ओरल सेक्स में लिप्त हैं, तो इसका खतरा और भी बढ़ जाता है। इसलिए हमेशा प्रोटेक्शन का इस्तेमाल करें।
महिलाओं का मूत्रमार्ग छोटा होता है और मूत्र और गुदा द्वार एक-दूसरे के बहुत करीब होते हैं। ई. कोलाई, मूत्र संक्रमण के लिए जिम्मेदार सबसे आम बग हम सभी में स्वाभाविक रूप से मौजूद होता है, जो मुख्य रूप से मल में स्थित होता है। तो बग आसानी से महिलाओं की गुदा से मूत्र नली तक यात्रा कर सकते हैं।
ऐसा अक्सर तब हो सकता है जब महिलाएं, खुद को पीछे से आगे की तरफ पोछें। इस तरह बैक्टीरिया यूरेथ्रा में प्रवेश कर सकते हैं। डॉ. क्यूटरस के अनुसार सही तरीका है – आगे से पीछे की तरफ पोंछना।
मेनोपॉज से भी यूरिन इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
लो इम्युनिटी जो कि मधुमेह रोगियों में बेहद आम है।
अस्पताल में भर्ती मरीजों में लगाया जाने वाला कैथेटर।
उपरोक्त कारण आमतौर पर यूटीआई के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। जिन पर ध्यान दिया जाना बहुत जरूरी है। पेट में दर्द, संभोग के समय दर्द या पेशाब में जलन होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।
अब आप जान चुकी हैं, कि यूटीआई कैसे हो सकता है और कैसे नहीं। तो खूब सारा पानी पिएं, पर्सनल हाइजीन का वैसे ही ध्यान रखें, जैसे अब तक रखती आईं हैं। और हां, टॉयलेट को क्लीन जरूर रखें, पर इसके लिए झगड़े नहीं, क्योंकि ये समय दोबारा आने वाला नहीं है।
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