पीरियड्स के दौरान सैनिटरी पैड हमेशा आपकी सबसे पहली जरूरत है। वे इतने आवश्यक हो गए हैं, कि आप उन्हें हर महीने बिना कुछ सोचे-समझे उपयोग करती हैं। हालांकि, मेंस्ट्रुअल कप या टैम्पोन जैसे कई अन्य विकल्प हैं जो आसानी से उपलब्ध हैं, लेकिन एक सैनिटरी पैड हमेशा पहली पसंद है। यही कारण है कि यह जानना महत्वपूर्ण हो गया है कि सैनिटरी पैड का उपयोग करने से कैंसर हो सकता है या नहीं।
जब आप इसे गूगल करेंगी, तो आपके सामने दो तरह की सूचनाएं आएंगी। एक, जो कहते हैं कि सैनिटरी पैड्स पूरी तरह से सुरक्षित हैं और ऐसे किसी भी अध्ययन का कोई मतलब नहीं है। वहीं दूसरा इसके विपरीत, विचारों का एक समूह ऐसा है, जो सैनिटरी पैड के कैंसर के सिद्धांतों से सहमत है। अब इसने आपको फिर से दुविधा में डाल दिया है, है ना?
तो इस भ्रम को साफ करने के लिए यह पता करें कि क्या पैड कैंसर का कारण बन सकते हैं या नहीं। इसका पता लगाने के लिए हमने गुरुग्राम के सीके बिड़ला अस्पताल की प्रसिद्ध स्त्री रोग एवं प्रसूति विशेषज्ञ डॉ. अरुणा कालरा से बातचीत की। जानिए इसके बारे में उनका क्या कहना है।
डॉ. कालरा का कहना है कि अगर आप सिंथेटिक पैड्स का इस्तेमाल करती हैं तो जननांग कैंसर (Genital cancer) की संभावना हो सकती है।
वह कहती हैं, ज्यादातर, सैनिटरी पैड्स का उपयोग करना सुरक्षित होता है, हालांकि, कुछ ऐसे अध्ययन हैं जो सैनिटरी पैड के उपयोग के साथ जननांग कैंसर की घटनाओं की सूचना देते हैं। जो डाइऑक्सिन और अधिक अवशोषक पॉलिमर जैसे अवशोषक एजेंटों का उपयोग करते हैं। असल में डाइऑक्सिन की प्रकृति (सैनिटरी पैड में मौजूद) शरीर में जमा हो सकती है, और हमारे प्रजनन अंगों को प्रभावित कर सकती है, जिससे सर्वाइकल कैंसर या ओवेरियन कैंसर हो सकता है।
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डॉ. अरुणा कालरा कहती हैं, “मूल रूप से, डाइऑक्सिन एक कार्सिनोजेन है, जिसका अर्थ है कि यह आपके शरीर में कैंसर पैदा करने वाली कोशिकाओं के निर्माण को बढ़ावा देता है। सेनेटरी पैड्स की रक्त को अवशोषित करने की क्षमता में सुधार करने के लिए ब्लीच किया जाता है, और इस ब्लीच में डाइऑक्सिन होता है।”
डाइऑक्सिन के साथ दूसरी समस्या यह है कि यह शरीर की प्रतिरक्षा को दबा देता है। यह हमारी योनि को संक्रमणों के प्रति अधिक संवेदनशील बनाता है। साथ ही, यह एस्ट्रोजन जैसे प्रजनन हार्मोन के उत्पादन को प्रभावित करता है जो लंबे समय में समस्याग्रस्त हो सकते है।
बेशक, आपको अभी कैंसर नहीं हुआ है, लेकिन समय के साथ इसकी एक संभावना है।
तो लेडीज, अपने सैनिटरी पैड्स को बुद्धिमानी से चुनें, क्योंकि यह आपकी योनि पर कहर बरपा सकता है।
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