प्रजनन स्वास्थ्य सिर्फ आपके गर्भाशय और अंडाशय को स्वस्थ रखने के बारे में नहीं है। बल्कि अच्छी फर्टिलिटि के लिए आपका वेजाइनल हाइजीन भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि एक हेल्दी यूटरस। ऐसा इसलिए क्योंकि खराब वेजाइनल हाइजीन गंभीर समस्याओं को जन्म दे सकता है। और कई बार यह इनफर्टिलिटि का कारण भी बन सकता है। फर्टिलिटि और वेजाइनल हाइजीन एक दूसरे से जुड़े हुये हैं।
इस बारे में अधिक जानने के लिए हेल्थ शॉट्स ने नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी, मुंबई की डॉ रितु हिंदुजा, फर्टिलिटी कंसल्टेंट, से संपर्क किया। वह कहती हैं कि खराब योनि स्वच्छता बांझपन के कारणों में से एक हो सकती है।
अच्छी वेजाइनल हेल्थ को बनाए रखना महत्वपूर्ण है। और यदि आप उचित स्वच्छता नहीं रख पा रही हैं, तो इसके परिणामस्वरूप फंगल संक्रमण, प्रजनन संबंधी समस्याएं जैसे इनफर्टिलिटि और यूटीआई सहित का समस्याएं हो सकती हैं। डॉ हिंदुजा के अनुसार, “कुछ योनि समस्याएं जैसे कि बैक्टीरियल वेजिनोसिस, एंडोमेट्रैटिस और पैल्विक सूजन संबंधी विकार इनफर्टिलिटि सहित कई स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकते हैं।”
ये समस्याएं न केवल आपको शारीरिक रूप से प्रभावित करेंगी बल्कि आपके मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर भी असर डाल सकती हैं। प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स हैं जिनका आप पालन कर सकती हैं।
1. किसी भी तरह का वेजाइनल डिसचार्ज, गंध या पैल्विक पेन के मामले में विशेषज्ञ की सलाह लें।
2. सही वज़न बनाए रखें और इसे बढ़ने न दें।
3. योग और मेडिटेशन करके तनावमुक्त रहें।
4. डॉक्टर की सलाह के मुताबिक प्रीनेटल विटामिन लें।
5. प्रतिदिन व्यायाम करें और प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए सभी महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से युक्त संतुलित आहार का सेवन करें।
6. धूम्रपान, शराब और नशीली दवाओं के उपयोग को छोड़ दें।
7. अपने स्त्री रोग विशेषज्ञ को नियमित रूप से दिखाएं।
1. केवल सूती अंडरवियर पहनें, जो आपकी त्वचा से आसानी से पसीना सोख ले।
2. डूशिंग से बचें क्योंकि यह बैक्टीरिया के विकास को बढ़ा सकता है और योनि के पीएच संतुलन को बदल सकता है।
3. अपने प्यूबिक हेयर को बार-बार ट्रिम करने से बचें क्योंकि इससे एलर्जी, इचिंग और इन्फेक्शन हो सकते हैं।
4. हमेशा सेफ सेक्स करें। कंडोम का प्रयोग करें, सेक्स के बाद अपनी योनि को धोएं और योनि को हमेशा ड्राई रखें।
5. अपने आहार में प्रोबायोटिक्स जैसे दही शामिल करें, क्योंकि यह अच्छे बैक्टीरिया के निर्माण में सहायता कर सकता है।
6. मासिक धर्म के दौरान, पैड को समय पर बदलें। पेशाब के बाद योनि को धोएं और उचित स्वच्छता का अभ्यास करें।
7. हाइड्रेशन बनाए रखें। पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ पीने से योनि का पीएच स्थिर रहता है।
यदि आपको गर्भधारण करने में समस्या हो रही है, तो बेहतर होगा कि आप अपने डॉक्टर से बात करें। बस अपनी वेजाइनल हेल्थ को नज़रअंदाज़ न करें!
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