क्या एंटीबायोटिक दवाओं का अधिक सेवन बन सकता है योनि संक्रमण का कारण? चलिए पता करते हैं

एंटीबायोटिक्स पार्टी पॉपर्स नहीं हैं। इसलिए, उनका सेवन करने से पहले एक लाख बार सोचना सुनिश्चित करें, क्योंकि लेडीज, वे आपकी योनि पर कहर बरपा सकते हैं!
बार बार यूरिन आना भी है डायबिटीज का एक लक्षण। चित्र-शटरस्टॉक।
बार बार यूरिन आना भी है डायबिटीज का एक लक्षण। चित्र-शटरस्टॉक।
टीम हेल्‍थ शॉट्स Published: 16 Mar 2021, 07:59 pm IST
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हम में से अधिकांश लोग उन दर्द निवारकों का सेवन करने से पहले शायद ही सोचते हों। हम में से अधिकांश लोग नहीं जानते कि एंटीबायोटिक्स हमारे इम्यून सिस्‍टम के साथ खिलवाड़ कर सकते हैं। लेकिन क्या होगा अगर हम आपको बताएं कि वे आपकी योनि स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं? दुर्भाग्य से, यह सच है। एक वैज्ञानिक अनुसंधान यह बताता है कि एंटीबायोटिक दवाओं का अधिक मात्रा में सेवन करने से योनि में संक्रमण हो सकता है।

इसे विस्‍तार से समझना जरूरी है,  क्योंकि जब आपकी प्रतिरक्षा हर समय कम होती है, तो आपकी योनि पर भी रोगजनकों के हमलों का खतरा होगा। इसके कारण, आप बार-बार योनि संक्रमण (recurring vaginal infections) का अनुभव कर सकती हैं, जो असुविधाजनक, बदबूदार और दही जैसे डिस्चार्ज का कारण बनता है।

इसलिए हमें उन गोलियों को लेने से पहले बहुत सतर्क रहना चाहिए।

यहां जानिए एंटीबायोटिक्स आपके सिस्टम के साथ कैसे खिलवाड़ करती हैं

गुरुग्राम के सीके बिड़ला अस्पताल के वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ और प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. अरुणा कालरा के अनुसार, एंटीबायोटिक्स के एलर्जी और दस्त जैसे विभिन्न दुष्प्रभाव हो सकते हैं। इसमें मौजूद बैक्टीरिया की मात्रा और प्रकार आपकी आंत को प्रभावित कर सकता है। आंत में इन परिवर्तनों से मतली, उल्टी और अन्य जठरांत्र संबंधी दुष्प्रभाव होते हैं। वे हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को भी कमजोर कर सकते हैं।

डॉ कालरा बताती हैं, जब आपकी योनि की बात आती है, तो एंटीबायोटिक्स अच्छे और बुरे बैक्टीरिया को नष्ट कर सकती हैं। यह आपको संक्रमणों के प्रति अधिक संवेदनशील बनाता है। एंटीबायोटिक्स खराब बैक्टीरिया को आंत में घुसने की अनुमति देते हैं। जिससे वे योनि में प्रवेश कर सकते हैं, इससे संक्रमण हो सकता है। एंटीबायोटिक्स योनि पीएच संतुलन को भी प्रभावित करती हैं।

योनि संक्रमण के लिए कई कारक जिम्मेदार हो सकते हैं। चित्र-शटरस्टॉक।

यहां जानिए वह सबकुछ जो एंटीबायोटिक्स के कारण आपकी योनि में हो सकता है

एंटीबायोटिक दवाओं के ओवरडोज से योनि में फंगल संक्रमण हो सकता है। इन संक्रमणों को फंगल संक्रमण या वेजाइनल कैंडिडिआसिस (vaginal candidiasis) भी कहा जाता है। एंटीबायोटिक्स भी बैक्टीरियल वेजिनोसिस का कारण होते हैं।

योनि संक्रमण के कुछ लक्षण इस प्रकार हैं:

  • योनि के चारों ओर जलन
  • सफेद और गंध मुक्त योनि स्राव
  • सेक्स के दौरान दर्द
  • पेशाब के दौरान दर्द
  • योनि स्राव में वृद्धि

डॉ. कालरा ने एंटीबायोटिक दवाओं से बचने के लिए कुछ अन्य प्रमुख कारण साझा करती हैं

  • एंटीबायोटिक्स आंत में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया को नष्ट करते हैं जो आपके संपूर्ण स्वास्थ्य को बनाए रखने में आपकी मदद करता है।
  • उनके त्वचा पर चकत्ते, पेट दर्द, बुखार, सिरदर्द, अनिद्रा और चक्कर आना सहित कई दुष्प्रभाव हैं।
  • वे माइक्रोबायोम विविधता (microbiome diversity) को कम करते हैं

तो, अगली बार जब आपको मांसपेशियों में दर्द, फ्लू, या कोई अन्य बीमारी हो, तो कुछ समग्र समाधानों की तलाश करें। एंटीबायोटिक का चयन सिर्फ तभी करें जब समस्‍या आपे से बाहर हो। खासकर तब, जब आपका डॉक्टर आपको ऐसा करने के लिए कहता है। इस तरह, आप न केवल अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को बहाल करने में सक्षम होंगे, बल्कि आप अपने योनि स्वास्थ्य की भी रक्षा करेंगे।

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