जब सुरक्षित सेक्स की बात आती है तो गर्भनिरोधक हमेशा एक अच्छा उपाय होता है। सिवाय, जब हम आईयूडी या कॉपर टी ( intrauterine copper devices) के बारे में बात करते हैं। इसके बारे में बात करते ही महिलाओं के मन में बहुत सी आशंकाएं उत्पन्न होने लगती हैं।
क्या यह सुरक्षित होगा? क्या इससे सेक्स पेनफुल हो सकता है? बच्चा होने की संभावनाओं के बारे में क्या? और ऐसे लाखों प्रश्न आईयूडी (Intrauterine Device, IUD) के इस्तेमाल के बारे में खड़े हो जाते हैं।
अगर आप गर्भवती नहीं होना चाहतीं, तो आईयूडी एक अच्छा विकल्प है और इसका सेक्स से कोई संबंध नहीं है।
तो फिर ये भ्रांतियां कैसी? दरअसल, ज्यादातर महिलाएं डॉक्टर से अपनी सेक्स लाइफ के बारे में बात करने को लेकर कम्फर्टेबल नहीं होती। इसीलिए हम आईयूडी के बारे में बात नहीं करना चाहते। न ही ये जानना चाहते हैं कि ये कैसे काम करता है?
लेकिन फिक्र मत कीजिए, हम आपको यहां आईयूडी के बारे में सब कुछ बताने वाले हैं
आईयूडी एक अंतर्गर्भाशयी उपकरण है, जो वास्तव में बहुत छोटा होता है और टी-आकार में आता है। इसे कॉपर-टी (Copper- T) के रूप में भी जाना जाता है। यह गर्भावस्था से बचने के लिए, महिलाओं के गर्भाशय में डाला जाता है। इसे तीन से 10 साल तक रखा जा सकता है। लेकिन अवांछित गर्भावस्था से बचना ही आईयूडी लगवाने का एकमात्र कारण नहीं है।
गुरुग्राम के सीके बिरला अस्पताल में वरिष्ठ स्त्री रोग और प्रसूति विशेषज्ञ डॉ. अरुणा कालरा के अनुसार, एक आईयूडी को अन्य प्रयोजनों के लिए भी गर्भाशय गुहा के अंदर डाला जाता है।
IUCD: यह इंट्रायूटरिन कॉपर डिवाइस के नाम से जानी जाती है। इसे 5 साल या उससे कम समय के लिए गर्भाशय के अंदर रखा जा सकता है। यह एक अंतर्गर्भाशयी एलएनजी LNG डिवाइस है, जिसे 5 साल या उससे कम समय के लिए गर्भाशय के अंदर भी रखा जाता है।
मूल रूप से, IUD- हार्मोनल और गैर-हार्मोनल दो प्रकार के होते हैं। हार्मोनल आईयूडी में प्रोजेस्टिन होता है जो ग्रीवा बलगम को गाढ़ा और गर्भाशय की लाइनिंग को पतला कर ओव्यूलेशन( ovalution) प्रक्रिया को दबा देता है।
इससे शुक्राणु का दाखिल होना अधिक कठिन हो जाता है। दूसरी ओर, तांबा आधारित गैर-हार्मोनल आईयूडी गर्भावस्था को रोकने के लिए एक इन्फ्लामेशन प्रतिक्रिया पैदा करते हैं।
यदि आप इसके विफलता प्रतिशत के बारे में बात करते हैं, तो हम आपको बता दें कि अमेरिकी सीडीसी के अनुसार, हार्मोनल आईयूडी केवल 0.4% मामलों में विफल हुए हैं और गैर-हार्मोनल आईयूडी 0.8% मामलों में विफल हुए हैं। तो, मूल रूप से आपका गर्भाशय सुरक्षित हाथों में है।
जवाब है हां। “आईयूडी के साथ सेक्स करना सुरक्षित है। डॉ. कालरा कहती हैं कि, “आईयूडी की सिफारिश उन महिलाओं के लिए की जाती है, जो पहले एक बार प्रसव करवा चुकी हैं और अगले गर्भाधान से पहले एक अंतराल चाहती हैं।”
लेकिन सिर्फ एक आईयूडी लगवाना और अपने स्वास्थ्य और स्वच्छता को न बनाए रखना आपको गहरी परेशानी में डाल सकता है। आपको यह भी सुनिश्चित करना होगा कि आप एक प्रतिष्ठित संस्थान से और अपने स्त्री रोग विशेषज्ञ की देखरेख में इस प्रक्रिया को करवा रहें हैं।
1. यदि उचित स्वच्छता नहीं रखी जाती है, तो आईयूडी योनि संक्रमण का कारण बन सकता है।
2. एक विस्थापित (गलत जगह इंसर्ट) IUD अनियमित रक्तस्राव और संभोग के दौरान रक्तस्राव का कारण बन सकता है।
3. एक विस्थापित IUD सेक्स के दौरान असुविधा पैदा कर सकता है।
4. सेक्स करते समय IUD का थ्रेड अचानक खिंच सकता है। इसलिए आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आप इसे एक अच्छे डॉक्टर से ही लगवाएं।
डॉ. कालरा निष्कर्ष देती हैं, कि “वार्षिक पैप स्मीयर और प्रति स्पेकुलम परीक्षा में आईयूडी की स्थिति, गर्भाशय ग्रीवा के स्वास्थ्य और योनि में किसी भी संक्रमण की जांच करने की सलाह दी जाती है।”
तो देवियों, आपको बस थोड़ा सतर्क रहना होगा, इसके अलावा IUDs बिलकुल सेफ और आसान हैं।
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