पीरियड्स आपको बट क्रैम्प भी दे सकते हैं! जानिए इसके संभावित कारण
अगर आपके बट आपको पीरियड्स के दौरान शांत नहीं रहने दे रहे हैं, तो आपको ये बातें जानना बहुत जरूरी है। सबसे पहले, आप इस मुश्किल में अकेले नहीं हैं, क्योंकि बट क्रैम्प बहुत आम है। लेकिन कई बार बट में ऐंठन भी गंभीर परेशानी और असहनीय दर्द का कारण बनती है। उस समय आपको सावधान रहना चाहिए, क्योंकि ऐसे कई कारक हैं जो आपके बट की ऐंठन की तीव्रता को बढ़ा सकते हैं।
यदि आपके बट में पहले की तरह ऐंठन हो रही है, तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि पीरियड्स के दौरान हिप्स में दर्द इस बात का संकेत हो सकता है कि कुछ गड़बड़ है।
मदरहुड हॉस्पिटल, खारघर की कंसल्टेंट ऑब्स्टेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट डॉ प्रतिमा थमके के अनुसार, बट क्रैम्प आमतौर पर उन महिलाओं में देखा जाता है, जिनका गर्भाशय पीछे की ओर झुका होता है। यह कोई गंभीर स्थिति नहीं है और किसी विशेषज्ञ की मदद से इससे निपटा जा सकता है।
यहां 4 प्रमुख स्थितियां हैं जो बट-रेंचिंग क्रैम्प का कारण बन सकते हैं
1. एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis)
यदि आपके बट में तेज दर्द होता है, तो यह एंडोमेट्रियोसिस के कारण हो सकता है। यह स्थिति तब होती है जब एंडोमेट्रियल अस्तर गर्भाशय के बाहर अन्य अंगों पर बढ़ने लगती है। यह बेहद दर्दनाक हो सकता है, और आपको तत्काल डॉक्टर से परामर्श करना होगा।
2. कब्ज (Constipation)
क्या आपको अक्सर कब्ज रहती है? यदि हां, तो आपको यह जानना आवश्यक है कि गर्भाशय में मल जमा होने से शरीर में एंडोमेट्रियोटिक घाव बन सकते हैं। इस घाव के परिणामस्वरूप किडनी के आसपास की त्वचा में तेज दर्द होता है। पीरियड्स के दौरान दर्द की तीव्रता बढ़ जाती है और बट क्रैम्प होता है।
3. मांसपेशियों में तनाव (Muscle Strain)
डॉ थमके कहती हैं, “क्या आप जानते हैं? ऐंठन और सूजन ग्लूटियल मांसपेशियों पर दबाव डाल सकती है। जिससे उस क्षेत्र में तनाव हो सकता है। इस प्रकार, किसी को पीठ के निचले हिस्से या बट क्रैम्प का सामना करना पड़ सकता है। कई महिलाएं इस दर्द को पीरियड्स के दौरान होने वाली सामान्य घटना के रूप में नजरअंदाज कर देती हैं।”
4. फाइब्रॉएड (Fibroid)
आप यह जानकर चौंक जाएंगे कि मासिक धर्म के दौरान फाइब्रॉएड की वजह से बट की मांसपेशियों में दर्द हो सकता है। ऐसा हो सकता है, क्योंकि फाइब्रॉएड की उपस्थिति के कारण गर्भाशय बड़ा हो जाता है। इस प्रकार, गर्भाशय का विस्तार आपके हिप्स पर दबाव डालता है और दर्द का कारण बन सकता है। फाइब्रॉएड गर्भाशय में देखी जाने वाली गैर-कैंसर वाली वृद्धि है जो महिलाओं में प्रसव के वर्षों के दौरान विकसित हो सकती है। इसके लिए विशेषज्ञ द्वारा तत्काल मूल्यांकन की आवश्यकता होगी।
जानिए बट क्रैम्प से जुड़ी कुछ अन्य बातें
यदि आपको हर मासिक धर्म के दौरान हिप्स में दर्द होता है, तो बिना किसी देरी के किसी विशेषज्ञ से सलाह लेना एक अच्छा विचार है। यदि दर्द का कारण मांसपेशियों में तनाव है, तो गर्म पानी से स्नान करें, मालिश करें या कुछ समय के लिए आराम करें।
डॉ थमके कहती हैं, “अगर एंडोमेट्रियोसिस या फाइब्रॉएड के परिणामस्वरूप बट क्रैम्प होता है, तो बस एक विशेषज्ञ द्वारा दिए गए दिशानिर्देशों का पालन करें। डॉक्टर की सिफारिश के बाद ही दवा या सर्जरी का विकल्प चुनें।”
यह भी पढ़ें: सेक्स के लिए कम्फर्टेबल नहीं हैं तो न कहना है बेहतर, हम बताते हैं कैसे