बट एक्ने (Butt Acne) सामान्य है, लेकिन अक्सर ये बहुत दर्दनाक हो जाता है। यहां तक कि यह ऐसा गंभीर रूप ले लेता है कि आपको बैठने और चलने में भी दिक्कत आ सकती है। यह चहरे पर आने वाले एक्ने की तरह ही है और इसके लिए भी आपकी तैलीय त्वचा ही दोषी है।
बट पिम्पल्स के बारे में आपको और क्या पता होना चाहिये? हमनें द एस्थेटिक्स क्लिनिक की डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ रिंकी कपूर से जाना क्या हैं इसके कारण, जोखिम, प्रीकॉशन्स और इससे राहत पाने के उपाय।
डॉ कपूर बताती हैं की बट एक्ने हमारे हिप्स की त्वचा पर आए एक्ने ही हैं। जिन्हें आप लाल दानों के रूप में महसूस कर सकती हैं। “यह सुनने में हैरान करेगा, लेकिन जिन लोगों को बट एक्ने की शिकायत रह चुकी है वे जानते होंगे कि इन दानों और इनके निशान को जाने में समय लगता है। इसके लिए आपको धैर्य बनाये रखना होता है। कई बार यह त्वचा पर दाग भी छोड़ देते हैं।”
डॉ रिंकी कपूर के अनुसार, बट एक्ने या बट पर दाने खासकर निचले हिस्से में, इन कारणों से होते हैं
जिन लोगों के चेहरे और अन्य हिस्सों में अक्सर एक्ने होते हैं उन्हें बट पर भी एक्ने हो सकते हैं। इसका मुख्य कारण अत्यधिक तेल है जो हॉर्मोनल असंतुलन के कारण हो सकता है। इस अत्यधिक तेल से रोम छिद्र बन्द हो जाते हैं जिससे एक्ने होता है।
यह टाइट कपड़ों में रगड़ लगने की वजह से होता है। अगर आप बहुत टाइट या ऐसे कपड़े पहनती हैं जिसमें त्वचा सांस न ले सके तो बहुत पसीना आता है और रोएं टूटने लगते हैं।
डॉ कपूर कती हैं, “इससे स्टॉफ बैक्टीरिया को त्वचा में पहुंचने का आसान रास्ता मिल जाता है और इन्फेक्शन आसानी से हो सकता है। बन्द हुए हेयर फॉलिकल में पस भर जाती है।”
वह बताती हैं, “यह तब होता है जब आप अत्यधिक एक्सरसाइज या जिमिंग करते हैं। कपड़े त्वचा पर रगड़ते हैं जिससे हेयर फॉलिकल इर्रिटेट होते हैं और एक्ने हो जाते हैं।”
अगर आपके बट पर महीन दानें हैं जो कि दर्द या खुजली नहीं करते, तो आपके हेयर फॉलिकल को केराटिन प्रोटीन ने ब्लॉक किया है।
इसका प्रमुख कारण केमिकल द्वारा होने वाली एलर्जी है। डॉ कपूर चेतावनी देती हैं, “अगर समय रहते इलाज न किया जाए, तो यह बट एक्ने कार्बनकल्स का रूप ले लेते हैं। यह त्वचा पर दर्दनाक छाले होते हैं जो दाग और निशान छोड़ देते हैं।”
एंटीबैक्टीरियल साबुन का इस्तेमाल करें
अपने बट को दिन में दो बार अच्छे एंटीबैक्टीरियल साबुन या बॉडी वाश से धोएं। अगर आपको अक्सर फॉलिक्यूलिटिस की शिकायत रहती है, तो सुबह और शाम में बट को धोने से गन्दगी निकल जाती है और त्वचा सांस ले पाती है।
ढीले कपड़े पहनें
बट एक्ने के लिए आपकी टाइट जीन्स, योग पैंट्स और जिम शॉर्ट्स ही जिम्मेदार हैं। ध्यान रहे कि आपकी अंडर वियर अच्छे कपड़े जैसे कॉटन की हो। ताकि आपकी त्वचा सांस ले सके। नायलॉन में पसीना सोखता नहीं है, जो रोम छिद्रों को ब्लॉक करता है।
वर्कआउट के बाद जरूर नहाएं
पसीने वाले कपड़े पहनने से भी बट एक्ने हो सकते हैं। इसलिए शॉवर लें, खुद को अच्छे से सुखाएं और साफ कपड़े पहनें।
बट को भी एक्सफोलिएट करें
इससे गन्दगी, तेल और डेड स्किन सेल्स निकल जाते हैं। लेकिन बहुत सख्त न हों, कोमलता से स्क्रब करें।
कभी भी बट पिम्पल को फोड़ें नहीं।
गीले वाइप्स का इस्तेमाल न करें।
बिना तेल वाले मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल करें।
1. गर्म पानी और नमक मिलाकर उसे कपड़े की मदद से प्रभावित हिस्से पर लगायें। इससे आपको आराम मिलेगा, पोर्स खुलेंगे और पस बाहर निकल जाएगा। इस सिकाई के बाद बट को अच्छे से धोएं।
2. ताजी तुलसी की पत्तियां मसल कर अपने नहाने के पानी में मिलाएं। यह एंटीबैक्टीरियल होती हैं जो इन्फेक्शन को रोकने में मदद करेंगी।
3. टी ट्री ऑयल एंटीमाइक्रोबियल, एंटीबैक्टीरियल और एंटी फंगल है। कुछ बूंद टी ट्री ऑयल को एलोवेरा जेल में मिलाकर प्रभावित हिस्से पर लगाएं।
4. ताजी पिसी हल्दी को दूध या पानी मे मिलाकर पेस्ट बनाएं और प्रभावित हिस्से पर लगाएं। पेस्ट सूखने के बाद उसे धो लें। हल्दी भी इंफेक्शन को खत्म करने में कारगर है।
5. रुई की मदद से एक्ने पर नींबू का रस लगा सकती हैं। 10 मिनट बाद इसे धो डालें।
6. सिरका भी बट एक्ने की ग्रोथ को कम कर सकता है। कुछ बूंद एप्पल साइडर विनेगर अपने नहाने के पानी मे मिलाएं और कमाल देखें।
यह भी जान लें
अगर इसमें से कोई भी नुस्खा आपके लिए काम नहीं करता तो डर्मेटोलॉजिस्ट के पास जाएं।
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