बिकनी लाइन से बाल हटाने की बात आती है, तो सभी की राय अलग-अलग होती है। कुछ महिलाएं शेविंग पसंद करती हैं, तो कुछ प्यूबिक हेयर को हटाने के लिए हेयर रिमूविंग क्रीम का इस्तेमाल करती हैं। कुछ महिलाएं वैक्सिंग का भी प्रयोग करती हैं। वेजाइनल वैक्स या बिकनी वैक्स का मुख्य लक्ष्य योनी से ज्यादातर बालों को हटा देना है। कुछ महिलाओं के लिए बिकनी वैक्स पेनफुल होने के बावजूद जरूरी प्रक्रिया है। यदि आप भी उन महिलाओं में शामिल हैं, तो आपको विशेषज्ञ की राय (Bikini waxing side effects) भी जान लेनी चाहिए।
यदि आपको किसे प्रकार की एलर्जी की समस्या नहीं है, तो आप बिकनी वैक्स करा सकती हैं। इससे स्किन को बहुत अधिक नुकसान नहीं होता है। त्वचा को सीधे किसी नुकसान का संकेत नहीं मिलता है। सबसे अधिक रेडनेस की समस्या होती है, जिसे आफ्टरकेयर लोशन या जैल से कम किया जा सकता है।
बिकनी वैक्सिंग के बारे में गायनेकोलोजिस्ट डॉ. तनुश्री पांडे पदगांवकर अपने इन्स्टाग्राम पोस्ट में कहती हैं, ‘बिकनी वैक्स कराने से बहुत तेज दर्द का सामना करना पड़ता है। जब बहुत सारे उपाय मौजूद हैं, तो फिर इसके लिए दर्द क्यों सहना। सबसे बड़ी चीज सेल्फ केयर है। अपने आप को और अपने शरीर को कष्ट नहीं देना चाहिए। बेहतर विकल्प चुनें, जैसे- कैंची से ट्रिम करना या रेजर का उपयोग करना। बिकनी वैक्सिंग से होने वाले साइड इफ़ेक्ट सभी को जानने चाहिए।
बिकनी वैक्स कराने से एरिथेमा यानी स्किन लाल हो जाती है। बहुत तेज़ सनसनी होती है और उस स्थान की स्किन कुछ देर के लिए सुन्न हो जाती है। बिकनी लाइन में जलन हो सकती है। सनसनी और सुन्नता को ठीक करने का जल्दी उपाय करना चाहिए।
उपचार के दौरान योनी का तापमान बढ़ जाता है। उस समय थोड़ा पसीना भी आ सकता है। इसके कारण पूरे शरीर के तापमान में भी कुछ देर के लिए बदलाव आ सकता है। प्रक्रिया समाप्त होने के बाद त्वचा जल्दी से ठंडी हो जानी चाहिए।नीचे की त्वचा की सभी डेड स्किन सेल समाप्त हो सकते हैं।
योनि के आसपास की स्किन पतली और नाजुक होती है। थोड़ी भी चूक होने पर स्किन पर कट लग सकते हैं। वैक्स से स्किन बर्न भी हो सकती है। स्किन कटने-फटने पर घाव भी हो सकता है। यदि डायबिटीज की मरीज हैं, तो यह आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
योनि के आसपास की स्किन कटने-फटने पर इन्फेक्शन का जोखिम बन जाता है। बिकनी एरिया तक हवा और रोशनी कम पहुंच पाते हैं। इनके कारण संक्रमण का जोखिम बहुत अधिक बढ़ सकता है।
कई बार बहुत अधिक दर्द के कारण कुछ महिलाओं को दौरे भी आने लगते हैं। इसके कारण मेंटल हेल्थ प्रभावित हो सकता है।
बिकनी वैक्स के बाद एलोवेरा, टी ट्री, लैवेंडर आयल, एज़ुलीन कैमोमाइल अर्क का प्रयोग किया जा सकता है। वैक्स से पहले लगाए जाने वाले प्री-वैक्स ऑयल का भी प्रयोग करना चाहिए, जिससे स्किन पर वैक्स के चिपकने की संभावना खत्म हो जाती है। वैक्स कराने के 48 घंटे बाद स्किनी जींस और टाइट फिट वाले कपड़ों से बचना चाहिए। इस अवधि के दौरान अतिरिक्त इत्र या रंगों वाले किसी भी उत्पाद से परहेज करने की सलाह देती है, ताकि जलन के जोखिम को और भी कम किया जा सके।
यह भी पढ़ें :-पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम भी डाल सकता है नींद में खलल, जानिए इस समस्या से निपटने के 6 उपाय