मेनोपॉज (Menopause) यानी पीरियड हमेशा के लिए बंद हो जाने पर वेजाइना (Vagina) संबंधी समस्याओं का शुरु होना आम है। मेनोपॉज के कारण महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन के स्तर में लगातार कमी होने लगती है। जिसके चलते उनमें कई बदलाव और समस्याएं शुरु होने लगती हैं। आइए जानें मेनोपॉज के साथ शुरू होने वाली ऐसी ही वेजाइनल प्रोब्लम्स (Vaginal Problems) के बारे में विस्तार से।
मेनोपॉज यानी रजोनिवृत्ति एक महिला के लिए अनिवार्य सच है। महिलाओं में हर माह होने वाले पीरियड्स एक समय के बाद हमेशा के लिए बंद हो जाते हैं। यह कुछ के लिए हाट प्लैश (Hot flash), नींद की समस्या (Disturbed sleep pattern), खराब मूड (Mood swings) और बहुत सारी समस्याओं के साथ आते हैं।
महिलाओं को पहले पीरियड यानी माहवारी से लेकर अंतिम मासिक धर्म चक्र तक, वेजाइना (Vagina) के स्वास्थ्य में कई उतार-चढ़ावों से गुजरना पड़ता है। दरअसल, मेनोपॉज के दौरान योनि से जुड़ी समस्याएं बढ़ जाती हैं। यदि आप योनि की उन समस्याओं के बारे में जानना चाहती हैं जिनका आपको आने वाले दिनों में सामना करना पड़ सकता है, तो आप सही जगह पर हैं।
हेल्थशॉट्स ने मेनोपॉज के दौरान महिलाओं में होने वाली समस्याओं के बारे में पुणे स्थित मदरहुड हॉस्पिटल की प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ व सलाहकार डॉ स्वाति गायकवाड़ से बात की। बातचीत से मिली जानकारी में से आइए 6 समस्याओं से परिचित हो लेते हैं।
योनि का सूखापन एक सामान्य घटना है और यह किसी भी उम्र के महिलाओं में हो सकती है। इस स्थिति में आपकी योनि की त्वचा का स्वास्थ्य कमजोर हो सकता है। इसके चलते वेजाइना को नुकसान पहुंच सकता है। यदि आप भी अपने मेनोपॉज के दौर से गुजर रही हैं, तो वेजाइनल ड्राइनेस एक सामान्य लक्षण है।
इस पर गाइनेकोलाजिस्ट डाक्टर गायकवाड़ ने कहा कि यदि आप मेनोपॉज के करीब हैं या उससे गुजर रहे हैं तो आपकी योनि ड्राई (Dry) और डिहाइड्रेटेड (Dehydrated) हो सकती है। आमतौर पर इस तरह की समस्याओं से कई महिलाएं जूझती हैं। ड्राइनेस योनि के आसपास मौजूद लाभदायक बैक्टीरिया के संतुलन को भी बिगाड़ सकती है।
इस हालत में यीस्ट संक्रमण का जोखिम भी बढ़ जाता है। इस अवस्था से निजात पाने के लिए आपको पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए। इसके अलावा सूखेपन को रोकने के लिए किसी अच्छे मॉइस्चराइज़र का उपयोग कर सकती हैं।
क्या आपके लिए इन दिनों यूरिन पास करना मुश्किल हो रहा है? क्योंकि नेचर्स कॉल पर आपको हर बार जलन महसूस होती है। अगर ऐसा है तो यकीनन आप मेनोपॉज के करीब पहुंच गईं हैं। आपको पता होना चाहिए कि रजोनिवृत्ति के दौरान यह भी एक आम समस्या है। डॉ गायकवाड़ कहती हैं , “जब एस्ट्रोजन का स्तर कम हो जाता है, तो इससे ऊतक सूख जाते हैं और पेशाब करते समय आपको वहां जलन का अनुभव होने लगता है।”
अगर आपको लगातार पेशाब करने की इच्छा हो रही है और पेशाब करते समय दर्द का अनुभव हो रहा है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से मिलें, क्योंकि यह आपके गुर्दे और प्रजनन स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।
गायकवाड़ आगे बताती हैं, “मेनोपॉज के कारण, लिंग को समायोजित करने के लिए योनि में खिंचाव महसूस हो सकता है। जिससे सेक्स पेनफुल हो सकता है।” इस स्थिति में महिलाएं कम एस्ट्रोजन के स्तर के कारण भी सेक्स में कम रुचि रखने लगती हैं। जिसके परिणामस्वरूप योनि के ऊतकों का सूखापन और पतलापन बढ़ने लगता है।
जिससे कई महिलाओं के लिए पेनिट्रेशन और संभोग असहज हो जाता है। इससे योनि में कसाव भी आ सकता है, जिससे सेक्स में दर्द होता है। कोशिश करें कि संभोग के दौरान अच्छे लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करें।
आपके शरीर में कम एस्ट्रोजन के स्तर का मतलब है कम चिकनाई। जिसके कारण आपकी योनि की परत पतली और कम खिंचाव वाली हो सकती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि योनि खुलते समय छोटी और सख्त हो जाती है। दरअसल, कुछ मामलों में महिलाओं को मेनोपॉज की उम्र में सेक्स के दौरान दर्द, जलन और खारिश के साथ योनि में जकड़न भी महसूस हो सकती है।
मेनोपॉज के दौरान, महिलाओं को एस्ट्रोजन के स्तर में गिरावट और योनि के खुलने में शारीरिक परिवर्तन का अनुभव होता है, जो सूखापन और मूत्र पथ के संक्रमण जैसे लक्षण पैदा कर सकता है। यूटीआई मूत्र प्रणाली का एक संक्रमण है और इसके लक्षणों में सूखापन, दर्दनाक पेशाब, बार-बार पेशाब आना, खुजली और पीठ के निचले हिस्से में दर्द शामिल हैं।
हालांकि इसका इलाज किया जा सकता है। यूटीआई परेशान भी कर सकते हैं और इसके लिए तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता हो सकती है। याद रखें, जब आपके स्वास्थ्य की बात आती है, तो आप इसे बिल्कुल भी हल्के में न लें। संक्रमण से बचने के लिए अपनी योनि को हमेशा सूखा और साफ रखें।
योनि शोष (atrophic vaginitis) एक ऐसी स्थिति है, जब आपकी योनि की वॉल आपके शरीर में एस्ट्रोजन के स्तर में कमी के कारण सूखी, पतली और सूज भरी हो जाती हैं। डॉ गायकवाड़ के अनुसार, “मेनोपॉज के बाद, एस्ट्रोजन का स्तर कम होने से एट्रोफिक योनिशोथ हो सकता है, जो काफी परेशानी भरा होता है।” योनि स्राव, खुजली, जलन, बेचैनी और तेज गंध कुछ ऐसे लक्षण हैं, जो वैजिनाइटिस के साथ आते हैं।
डॉ गायकवाड़ ने चेतावनती देती हैं,“मेनोपॉज के दौरान और उससे पहले महिलाओं को अपनी योनि के स्वास्थ्य का अत्यधिक ध्यान रखने की आवश्यकता है। यदि आपको वेजिनाइटिस है, तो इस पर तुरंत ध्यान दें और किसी अच्छे डॉक्टर से संपर्क करें। समस्या को नजरंदाज करने की गलती हरगिज न करें।”
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