पीरियड्य में देरी के लिए कई कारक जिम्मेदार हो सकते हैं। पर यह कुछ दिन की देरी भी आपको बहुत सारी टेंशन दे देती है। ज्यादा तनाव, ओवरबर्डन, खानपान की गलत आदतें, गतिहीन जीवनशैली और हार्मोनल परिवर्तन वज कोई भी हो, ये सब आपकी माहवारी पर असर डालते ही हैं। लेकिन परेशान न हों, आपके आहार में ही इसका समाधान भी छुपा है। हम बता रहे हैं ऐसे फूड्स के बारे में जो आपकी माहवारी को नियमित करने में मदद कर सकते हैं।
प्रजनन उपचार के दौरान जी जाने वाली दवाएं कभी-कभी मासिक धर्म चक्र को विनियमित करने में मदद कर सकती हैं, लेकिन वे हमेशा एक पसंदीदा विकल्प नहीं हो सकते। इसके बजाए अपने आहार में बदलाव करना, प्राकृतिक रूप से आपके मासिक चक्र को नियमित करने का सबसे सुरक्षित तरीका है। कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ भी हैं जो मासिक धर्म को प्रेरित करने के लिए स्वाभाविक रूप से बेहद फायदेमंद माना जाते हैं।
तो अगर अपने पीरियड्स की समस्या को हल करने के लिए आप भी कोई प्राकृतिक उपाय तलाश कर रही हैं, तो आप इन 5 फूड्स पर भरोसा कर सकती हैं।
पीरियड अनियमितता के इलाज के लिए पपीता को प्राकृतिक उपाय माना जाता है। पपीते में कैरोटीन का एक समृद्ध स्रोत होता है, जो शरीर में एस्ट्रोजेन के उत्पादन को गति देने में मदद करता है, जो बदले में पीरियड्स को प्रेरित कर सकता है। इसके अलावा, पपीता गर्भाशय में संकुचन पैदा करने के लिए जाना जाता है। यह गर्भाशय के अस्तर को बहाने में मदद करता है, जो समय से पहले भी पीरियड्स ला सकता है।
माहवारी को विनियमित करने की इसकी शक्तिशाली क्षमता एक कारण है कि गर्भवती महिलाओं को इस फल से परहेज करने के लिए कहा जाता है, खासकर गर्भावस्था के शुरुआती महीनों में। अगर आप अपने पीरियड्स को नियमित करना चाहती हैं, तो नियमित रूप से पपीता का सेवन करने पर विचार करें। आप पपीते का रस या अर्क का सेवन भी कर सकती हैं।
खजूर सर्दियों का सुपरफूड है। खजूर का एक अन्य लाभ शरीर में गर्मी उत्पन्न करने की क्षमता है। अध्ययनों से पता चलता है कि जो महिलाएं खजूर का सेवन करती हैं, वह नियमित रूप से अपने मासिक धर्म चक्र पर इसका प्रभाव महसूस कर सकती हैं। कई मामलों में इसे समय से पहले पीरियड्स के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
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खजूर भी आयरन, विटामिन सी, फोलेट और कई अन्य महत्वपूर्ण खनिजों और पोषक तत्वों का एक समृद्ध और शक्तिशाली स्रोत है, इसलिए यह उन समस्याओं को दूर करने में मदद करता है जो मासिक धर्म में भी बाधा डाल सकती हैं।
यह प्राकृतिक रूप से मासिक धर्म चक्र को प्रेरित या विनियमित करने के लिए एक प्राचीन और विश्वसनीय उपाय है। यह एक ऐसी चीज है जो भारतीय रसोई में आसानी से मिल सकती है और यह स्वास्थ्य संबंधी अनेक लाभ भी देता है।
आमतौर पर महिलाओं को पीरियड्स लाने के लिए गुड़ का सुझाव दिया जाता है, इसके नियमित सेवन से मासिक धर्म की समस्याओं से छुटकारा मिलता है। यह शरीर में हीमोग्लोबिन और आयरन का उत्पादन बढ़ता है और साथ ही मासिक धर्म को प्रेरित करता है। यदि आप पीसीओएस (PCOS) से पीड़ित हैं, तो याद रखें कि नियमित रूप से गुड़ का सेवन करें।
इसके अलावा, अगर आप अपने पीरियड्स के समय से एक सप्ताह पहले गुड़ और मेथी के बीज की स्पेशल चाय पीती हैं, तो यह पीरियड क्रैम्प्स से भी राहत दिलाता है।
प्रत्येक व्यक्ति को अपने आहार में विटामिन-सी से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करने का सुझाव दिया जाता है। यह न सिर्फ आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है, बल्कि आपको कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से भी दूर रखता है।
कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि विटामिन-सी से भरपूर फल और सब्जियों में ऐसे गुण होते हैं जो शरीर में एस्ट्रोजन का उत्पादन बढ़ाते हैं। प्रोजेस्टेरोन की संख्या को कम करते हैं और गर्भाशय के अस्तर को चिकना करते हैं। कुछ फल शरीर में गर्मी पैदा करने का काम भी कर सकते हैं, जो आपकी प्रजनन क्षमता के लिए अच्छा है।
आपकी रसोई में मौजूद अन्य सामग्रियों की तरह, अदरक भी वह खास हर्ब है जो शरीर में मासिक धर्म प्रवाह को प्रेरित और विनियमित करने में मदद करती है। कुछ का यह भी मानना है कि अदरक शरीर में गर्भाशय के संकुचन को बढ़ावा दे सकता है।
अदरक की सबसे अच्छी बात यह है कि आप मासिक धर्म की समस्याओं को नियंत्रित करने के लिए भी इसका कई तरह से इस्तेमाल कर सकती हैं। आप चाय, करी में अदरक को शामिल करके भी इसका सेवन कर सकती है।
आप चाहें तो अदरक और शहद की चाय को ट्राय करने पर विचार करना चाहिए। जो कि एक एंटी-इन्फ्लेमेट्री और फायदेमंद एजेंट है।
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इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह फूड्स आपके मासिक धर्म चक्र को विनियमित करने के लिए बेहद फायदेमंद हैं। लेकिन किसी भी स्थिति में इनका इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना जरूरी है। जिससे वह आपको बेहतर तरीके से इसका सेवन करने के बारे में बता सकें, और आपको किसी भी तरह की हानि न पहुंचे।